पौधे में कौन कौन से हार्मोन पाए जाते हैं|Hormones role in plants

By Kheti jankari

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पौधे में कौन कौन से हार्मोन पाए जाते हैं|Hormones role in plants

पौधे में इस्तेमाल होने वाले सबसे शक्तिशाली दवाइयों का काम हमेशा हार्मोस से संबंधित होता है। निर्देश देने का काम यानी पौधे के किसी भी भाग को कितना बढ़ना या मुड़ना है या कोई नया रूप लेना है या कोई क्रिया करनी है इन सब का निर्देश हारमोंस द्वारा ही दिया जाता है।

पौधे में हार्मोंस के प्रकार

हार्मोंस मुख्यत पांच प्रकार के होते है। यह है–

  • ऑक्सिन हार्मोंन
  • जिबरेलिन हार्मोन
  • साइटोकिनिन हार्मोन
  • इथाईलीन हार्मोन
  • एब्ससिसिक एसिड

पौधे की हार्मोंस को मुख्यतः दो भागों में बांटा जा सकता है। उनके काम के अनुसार एक जो बड़वार को बढ़ाते हैं। और दूसरे जो रोकते हैं। ऑक्सिन हार्मोंन, जिबरेलिन हार्मोन ,साइटोकिनिन हार्मोन यह तीनों हार्मोन बढ़ाने वाले हार्मोन होते हैं। और और इनको पॉजिटिव हारमोंस भी कहा जाता है। यह पौधे में सकारात्मक ऊर्जा को बढ़ाते हैं। जैसे नए पत्ते, जड़े, फूलों और फलो सभी का विकास करते हैं। और इथाईलीन हार्मोन और एब्ससिसिक एसिड पौधे को मृत्यु की तरफ ले जाते हैं। और बीज के रूप में एक नई पीढ़ी के उदय में इनका मुख्या योगदान रहता है जैसे फलों के पकने में और पतों के झड़ने में इसलिए इनको नेगेटिव हारमोंस भी कहा जाता है।

ऑक्सीन हार्मोन क्या है।

ऑक्सीन हार्मोन मुख्यत 6 काम करता है।
जड़ों का विकास– जड़ों को बनने और उनकी कार्यप्रणाली विकसित करने में या हार्मोन मदद करता है।
फूलों का विकास– फूलों को बनने और उन को झड़ने से बचाने में यह हार्मोन मदद करता है।
नोक को बढ़ाना– पौधे की हर नोक को बढ़ाने जिससे पूरा पौधा बड़े और विकसित हो। इसमें भी मुख्य काम ऑक्सिन ही काम करता है।
कोशिका विभाजन– छाल और लकड़ी में अंतर लकड़ी यानी बीच का हिस्सा पानी और तत्वों को पतियों तक पहुंचाता है। और छाल पानी और खाने को पूरे पौधे में पहुंचती है। इन दोनों को अलग करने में ऑक्सिन हार्मोन मुख्य भूमिका निभाता है। ऑक्सिन हार्मोन एक ऐसा हार्मोन है–जो पॉजिटिव और नेगेटिव दोनों काम करता है।

जिबरलिन हार्मोंस क्या है।

जिबरलिन हार्मोंस चार काम करता है।
यह तने की लंबाई को बढ़ाता है।
बीजों के जमाव और बढ़वार में मदद करता है।
तने में गांठों के बीच की दूरी को बढ़ाता है।
फलों के आकार को बढ़ाता है।
यह हार्मोन मुख्यत गन्ना ,अंगूर, गुददार फल और फूलगोभी में मुख्या रूप से इस्तेमाल किया जाता है। जिबरेलिन हार्मोन का मुख्य स्त्रोत जिब्रेलिक एसिड होता है। जो आपको बाजार में मिलता है। इसका तरल रूप ही लेना चाहिए क्योंकि दानेदार या पाउडर को घोलने के लिए आपको अलकोल का इस्तेमाल करना पड़ता है।

साइटोकिनिन हारमोंस क्या है।

साइटोकिनिन का अर्थ होता है कोशिका विभाजन और इसका काम भी यही है मतलब यह मुख्यत ऑक्सिन हार्मोन के साथ मिलकर काम करता है। मिट्टी में ऊपर के सभी हिस्सों को यानी ताना, फूल, फल और पत्ते बढ़ाने में यह मदद करता है। और फसल को लंबे समय तक ताजा बनाने की क्षमता भी इसके अंदर होती है। इसका इस्तेमाल सजावट वाले फूलों पर किया जाता है।

इथाईलीन हार्मोन क्या है।

यह एकमात्र ऐसा हारमोंस है। जो गैस है। यह पौधे के तने की लंबाई को रोकता है और कल्लों को बढ़ाता है फलों को पकाने में इसकी मुख्य भूमिका होती है। लेकिन इसका उचित प्रयोग करके आप पौधे पर लंबे समय तक फूलों में फूलों को रोक सकते हैं। और उसे ताजा भी रख सकते हैं। फूलों की संख्या को बढ़ाने में यह मदद करता है। यह भी ऑक्सिन हारमोंस की तरह ही काम करता है कम मात्रा में प्रयोग से बड़वार को बढ़ाता है। और अधिक मात्रा में प्रयोग करने से बड़वार को रोक देता है। लेकिन सबसे ज्यादा इसका इस्तेमाल कच्चे फलों को पकाने के लिए किया जाता है।

एब्ससिसिक एसिड क्या है।

इसको एक तरह से एंटी–जिबरलिन भी कहा जाता है। यह पौधे में मृत्यु का सूचक है। पत्तों का झड़ना। टहनियों का सूखना, बीजों का जमाव ना होना और पौधे में पानी का नयंत्रण करना आदि ये सभी काम एब्ससिसिक एसिड करता है। लेकिन इसका मुख्य उपयोग बीजों को सुस्त अवस्था में बरकरार रखना होता है। बीजों को लंबे समय तक अगर आपको प स्टोर करके रखना है। तो उसके लिए एब्ससिसिक एसिड का इस्तेमाल किया जाता है। इसको स्ट्रेस हार्मोन भी कहा जाता है।

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