सब्जियाँ

गर्मियों में ककड़ी की खेती कैसे करें:how to cultivate cucumber

ककड़ी की खेती कड़ी एक बेल वर्गीय फसल है। जिसकी बिजाई आप फरवरी, मार्च और अप्रैल के महीने में कर सकते हैं। ककड़ी की फसल बहुत ही कम खर्चे में तैयार होती है। आप इससे एक अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं। इसके बाजार भाव 20रु 40रु किलो तक आसानी से मिल जाते हैं। ककड़ी सलाद के रूप में भारत में काफी अधिक मात्रा में प्रयोग की जाती है। लगभग हर क्षेत्र में ककड़ी की खेती भी जाती है। ककड़ी की खेती करने के लिए 25 से 35 डिग्री तक का तापमान सबसे अच्छा रहता है।

प्याज में कंद का साइज बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण खाद:Important fertilizer to increase the size of onion

प्याज में कांड का साइज बढ़ाने के लिए हमें दो से तीन खादों का प्रयोग करना है। इसमें पहले खाद के रूप में हम कैल्शियम नाइट्रेट 20 से 25 किलोग्राम प्रति एकड़, बोरोन एक किलोग्राम प्रति एकड़ और इसके साथ NPK 12-32-16 50 किलोग्राम प्रति एकड़ के हिसाब से लेकर आपस में मिलकर अपने खेत में छिड़काव कर सकते हैं। यह खाद डालने से आपके सभी पोषक तत्वों की पूर्ति आसानी से हो जाती है। कैल्शियम नाइट्रेट जमीन में पड़े तत्वों को पौधे तक पहुंचने का कार्य करता है। बोरोन आपके प्याज को मजबूत बनाता है और उसका छिलका उतारने की प्रॉब्लम को भी दूर करता है। आपको यह कार्य 90 से 100 दिन पर कर देना चाहिए। जिससे पौधे 30 से 40 दिन तक लगातार इस खाद का प्रयोग कर सके और अपने खाद कंद को अच्छे से बढ़ा सकें।

मार्च में बिजाई की जाने वाली सब्जी की मुख्य फसलें:मिलेगा तगड़ा मुनाफा:Main five vegetable crops to be sown in March

मार्च में बिजाई की जाने वाली सब्जी की मुख्य फसलें की बात करें, तो इस समय आप वैसे तो काफी सारी सब्जी की फसलों की बिजाई कर सकते हैं। लेकिन इस समय आपको ऐसी फसलों की बिजाई करनी चाहिए। जो आपको जिनका बाजार में आपको अच्छा रेट देखने को मिले। क्योंकि सब्जी एक ऐसी फसल है, जिसके बाजार मूल्य ऊपर नीचे चलते रहते हैं। इसमें कभी मुनाफा होता है, तो कभी किसानों को घाटा भी उठाना पड़ता है।

भिंडी की टॉप 5 किस्में:Top 5 varieties of Ladyfinger

किसी भी फसल से हमें अच्छी पैदावार के लिए एक अच्छी किस्म का चुनाव करना पड़ता है। क्योंकि किस्म से ही आपकी पैदावार कम या ज्यादा हो सकती है। भिंडी की भी हमें ऐसी ही किस्म की बिजाई करनी चाहिए। जो हमें अधिक उत्पादन निकाल कर दें। भिंडी किस्म का चयन करते समय हमें दो-तीन बातों का ध्यान रखना चाहिए। सबसे पहले आपको ऐसी किस्म का चयन करना है, जो रोग प्रतिरोधक हो। जिसमें रोग बहुत कम मात्रा में लगते हो। दूसरा भिंडी ऐसी किस्म का चयन करें, जिसका बाजार भाव अन्य किस्म के मुकाबले अधिक मिलता हो और तीसरा भिंडी की किस्म लम्बे लंबे समय तक फल देने वाली हो।

प्याज में तीसरा मुख्या स्प्रे:Third main spray in onion

प्याज की फसल में इस समय कीट जैसे-थ्रिप्स और मच्छर का प्रकोप काफी अधिक मात्रा में देखा जा रहा है। पिछले कुछ दिनों में हल्की-फुल्की बारिश होने से इसमें फंगस रोग भी देखे जा रहें हैं। खेत और मौसम में नमी होने पर फंगस रोग अधिक मात्रा में फैलते हैं। प्याज के नीचे वाली पत्तियां ऊपर से नीचे की ओर धीरे-धीरे सुखना शुरू करती हैं। यह फंगस पूरे पौधे मैं फैल जाती है। इसलिए इस समय हमें फफूंदीनाशक का प्रयोग भी करना पड़ता है।

प्याज में बैंगनी धब्बा रोग (पर्पल ब्लॉच) की पहचान:Identification of fungus in onion

प्याज एक कंद वर्गीय फसल है। लेकिन इसमें रोग भी काफी अधिक मात्रा में देखे जाते हैं। आजकल अधिक नाइट्रोजन और रासायनिक खादों के प्रयोग से फसलों में रोग की मात्रा तो बढ़ ही गई है। लेकिन उनको रोकने के लिए भी तरह-तरह की दवाइयां बाजार में उपलब्ध रहती हैं। ऐसे ही प्याज का एक बहुत ही खतरनाक रोग है, जो बैंगनी धब्बा रोग (पर्पल ब्लॉच) के नाम से जाना जाता है। जब यह रोग आपको दिखाई देता है, इससे तीन से चार दिन पहले ही इसके लक्षण दिखने शुरू हो जाते हैं। किसान भाई इसका ध्यान तब देते हैं, जब यह पूरी तरह से फैल जाता है।

करेले की टॉप 5 हाइब्रिड किस्में:Top 5 hybrid varieties of bitter gourd

करेला एक बेल वर्गीय फसल है। इसकी बेल पर इसका फल लगता है। करेले की बिजाई साल में दो बार की जाती है। फरवरी और जून, जुलाई में करेले की बिजाई की बिजाई करने का सही समय होता है। करेले की फसल आम तौर पर 55 से 60 दिन में पककर तैयार हो जाती है। इसकी पैदावार की बात करें, तो अलग-अलग किस्म की पैदावार औसतन 10 टन प्रति एकड़ तक आसानी से निकल आती है। अलग-अलग क्षेत्र में अलग-अलग करेला किस्में अच्छी पैदावार निकाल कर देती है।

भिंडी में बिजाई के समय डालें ये ताकतवर खाद:कैसे करें खेत की तैयारी:Main fertilizer for sowing okra

भिंडी की बिजाई वैसे तो पूरे साल किसी भी मौसम में कर सकते है। लेकिन अधिकतर किसान भिंडी की बिजाई फरवरी से शुरू होकर और मार्च तक चलती है। भिंडी बिजाई का सही समय 15 फरवरी से लेकर 15 मार्च तक का होता है। भिंडी की खेती तीन से चार महीने तक आसानी से फल देती रहती है। यह समय आपका किस्म पर निर्भर करता है। अधिक पैदावार लेने के लिए हमें अच्छी किस्म का चुनाव करना बहुत जरूरी है। किस्म का चुनाव अपने क्षेत्र के हिसाब से करना चाहिए। जो भिंडी किस्म आपके क्षेत्र में अच्छी पैदावार निकाल कर देती है।

प्याज में निराई-गुड़ाई के बाद डालें ये दमदार खाद:कंद का साइज और मोटाई बढ़ाने का आसान तरीका:Last main fertilizer in onion

आपकी प्याज की फसल इस समय 45 से 50 दिन की हो गई है, या होने वाली है। किसान साथियों प्याज में हमें दो से तीन निराई-गुड़ाई अवश्य करनी चाहिए और निराई-गुड़ाई के बाद खाद डालकर, उसमें पानी चला दें। जिससे पौधे की जड़ों को खुराक मिल जाए और वह अच्छे से ग्रोथ करे। 45 से 50 दिन पर हम ऐसा कौन सा खाद डालें। जो कंद का साइज बढ़ाने और प्याज की मोटाई बढ़ाने में सहायता करें।

मिर्च की रोपाई करते समय मुख्य सावधानियां:Main precautions while planting chillies

मिर्च की रोपाई फरवरी में शुरू हो जाती है। जैसे ही थोड़ी धूप पड़ना शुरू होगी, किसान साथी मिर्च की रोपाई करना शुरू कर देते हैं। मिर्च की पौध तैयार करके इसकी रोपाई की जाती है। हमें मिर्च की रोपाई करते समय कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए। जिससे हमारी मिर्च शुरू से ही अच्छी जड़ पकड़ और बड़वार लेकर चले, वह जल्दी और अच्छी पैदावार निकाल कर दे। मिर्च की रोपाई करते समय कुछ किसान गलतियां कर देते हैं। जिससे वह अपनी पैदावार को घटा लेते हैं। मिर्च के अधिकतर पौधे रोपाई के बाद सुख जाते हैं, और किसानों को भारी आर्थिक नुकसान का सामना करना पड़ता है। इसलिए हमें मिर्च की रोपाई के समय कुछ सावधानियां रखनी चाहिए, जो नीचे बताई गयी है।

लहसुन के मुख्य रोग:Main diseases of garlic

4 से 5 दिन बारिश और बादल रहने की वजह से मौसम में लगातार नमी बनी हुई थी। इस समय लहसुन वाले खेतों में बहुत ही भयानक रोग देखे जा रहे हैं। अगर आप धूप लगने पर खेत की निगरानी करते हैं। तो आपको पर्पल ब्लाउज काफी अधिक क्षेत्रों में देखने को मिलता है। कुछ क्षेत्रों में तो डाउनी मिल्ड्यू के साथ-साथ जड़ में सफेद कीड़ा भी आपको देखने को मिल जाता है। लहसुन में नोक सुखना और पौधे बैठने की समस्या तो आम बनी हुई है ,अगर आपके खेत में भी इस प्रकार की किसी समस्या है।

मिर्च रोपाई में सबसे अच्छे खाद:Best fertilizer for chilli seedlings

मिर्ची एक ऐसी फसल है, जिसकी रोपाई की जाती है। मिर्च को आप पूरे साल भर में किसी भी समय उगा सकते हैं। मिर्च की रोपाई मुख्या तौर पर फरवरी में की जाती है। इस समय ज्यादातर किसान इसकी खेती करते हैं। मिर्च के बाजार में काफी अच्छे भाव देखने को मिलते हैं। मिर्च 40 से ₹50 किलो आसानी से बिक जाती है। अगर आप भी मिर्ची की खेती करना चाहते हैं, और अधिक लाभ कमाना चाहते हैं। तो आपको मिर्च लगाने से पहले खेत की तैयारी अच्छे से करनी पड़ेगी। ताकि आपकी मिर्च अच्छे से ग्रोथ करें सकें और आपको अधिक पैदावार निकला कर दे।

रीता भिंडी किस्म की विशेषताएं:Improved variety of Ladyfinger

माहिको किसानों के लिए अलग-अलग प्रकार के बीच उपलब्ध कराती है। यह कंपनी गेहूं, धान, मक्का, सरसों और सब्जियों के सभी प्रकार के बीज बनाती है। इस कंपनी ने भिंडी की भी कई प्रकार की किस्में तैयार की है। इनमें से एक किस्म किसानों द्वारा काफी ज्यादा पसंद की जाती है। यह किस्म रीता के नाम से प्रसिद्ध है।

Second main spray in onion:प्याज में भयंकर रोग:जल्दी करें दूसरा स्प्रे, सही समय पर समाधान जरूरी

फरवरी का महीना लग गया है। और मौसम परिवर्तन धीरे-धीरे बदल रहा है। पिछले 1 महीने से लगातार ठंडा मौसम था और अब धूप निकलने की वजह से दिन में गर्मी और रात को तापमान थोड़ा ठंडा रहता है। इस समय आपका प्याज की फसल भी 40 से 45 दिन की हो गई है। मौसम परिवर्तन के कारण पौधे में थोड़ा तनाव भी रहता है। इसमें फंगस, ट्रिप्स और इल्ली रोग देखने को मिलते हैं। इसलिए किसान भाई आप अपने खेत की लगातार निगरानी करते रहें और उसमें कोई भी रोग दिखाने पर तुरंत स्प्रे करें।

फरवरी में उगाई जाने वाली मुख्या सब्जियां:Main vegetables grown in February

सब्जी की खेती से मुनाफा उसके रेट पर निर्भर करता है। अगर आपको रेट कम मिलता है तो आपको सब्जी से नुकसान भी उठाना पड़ सकता है। इसलिए हमें सब्जियों को ऐसे समय पर लगाना चाहिए, जब उनके बाजार में सबसे अधिक मूल्य देखने को मिलते है। आज मैं आपको फरवरी में उगाई जाने वाली ऐसी पांच सब्जियों के बारे में बताऊंगा।

NS-862 भिंडी किस्म की विशेषताएं:High yielding variety of okra

भिंडी की अनेक किस्में आपको बाजार में देखने को मिल जाती हैं। भिंडी एक ऐसी फसल है। जिसकी बिजाई आप पूरे साल में कभी भी कर सकते हैं। भिंडी एक लंबे समय तक फल देने वाली सब्जी है। यह 5 से 6 महीने तक आसानी से फल दे देती है। फसल से अधिक पैदावार लेने के लिए हमे सही किस्मों का चुनाव करना जरूरी है। ऐसे ही नामधारी सीड्स की एक भिंडी किस्म किसानों द्वारा काफी ज्यादा पसंद की जाती है। यह भिंडी किस्म NS-862 के नाम से प्रसिद्ध है।

ADV-216 भिंडी किस्म की विशेषताएं:okra variety from Advanta Seeds

भिंडी की काफी सारी किस्में आपको बाजार में देखने को मिल जाती हैं। ऐसे ही एडवांटा सीड्स भी भिंडी की काफी सारी किस्म तैयार करता है। इसकी राधिका भिंडी किस्म काफी प्रसिद्ध है। लेकिन इसने अभी एक अपनी एक नई भिंडी किस्म तैयार की है। जो ADV-216 के नाम से प्रसिद्ध है। इस किस्म का बाजार में अन्य किस्म के मुकाबले भाव थोड़ा अधिक मिलता है।

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