गेहूं में पैदावार बढ़ाने का तरीका
गेहूं की बुर (फूल) अवस्था में ध्यान रखने योग्य बातें:Things to keep in mind during the flowering stage of wheat
आपकी गेहूं की पैदावार काफी चीजों पर निर्भर करती है। सही समय पर खाद, पानी और स्प्रे प्रबंधन, सही खेत और बीज का चुनाव आपकी पैदावार को बढ़ा या घटा सकते है। गेहूं या अन्य फसल की पैदावार में मौसम भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। मौसम पर भी आपकी पैदावार काफी हद तक निर्भर करती है।
मैरिनो की मुख्या विशेषताएं:Method to increase yield in wheat
गेहूं की गोभ अवस्था ऐसी अवस्था होती है, जब उसमें बालियाँ बननी शुरू हो जाती हैं। पौधे को इस समय सभी प्रकार के तत्वों की आवश्यकता पड़ती है। फास्फोरस से लेकर जिंक और बोरोन तक सभी तत्व इस समय पौधे को चाहिए। ठंड अधिक होने की वजह से पौधा जमीन से पोषक तत्वों को नहीं उठा पाता। तो आपको इन पोषक तत्वों को स्प्रे के द्वारा देना पड़ता है। इसके लिए अराइज एग्रो लिमिटेड का एक उत्पाद जो मैरिनो के नाम से प्रसिद्ध है। इसमें आपको लगभग 12 तरह के पोषक तत्व मिल जाते हैं।
गेहूं की पैदावार बढ़ाने के लिए आपको इन तीन पत्तियों का हरा रखना जरूरी है:गेहूं की पैदावार तीन पत्तियों पर निर्भर करती है,Importance of flag leaf in wheat
हमारे गेहूं की पैदावार तीन पत्तियों पर निर्भर करती है।यह तीन पत्तियां में झंडा पत्ता, झंडा पेट के साथ वाली नीचे वाली पत्ती और उसके नीचे वाली पट्टी यानी के पौधे की ऊपरी तीन पत्तियां हमारी पैदावार के लिए सबसे ज्यादा जरूरी होती है। अगर आप इन तीन पत्तियों को आप हरा-भरा रख लेते हो, तो आपकी पैदावार को कोई नुकसान नहीं होगा।