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मक्का का सबसे खतरनाक कीट रोग:समय पर कंट्रोल जरूरी, सावधान रहे किसान

मक्का का सबसे खतरनाक कीट रोग:- किसान साथियों नमस्कार, मक्का की बिजाई लगभग पूरे भारत ...

मक्का में खरपतवार नाशकों का प्रयोग करते समय ध्यान रखने योग्य मुख्य बातें:Main precautions while using herbicides in maize

मक्का में खरपतवार नाशकों का प्रयोग करते समय ध्यान रखने योग्य मुख्य बातें:- मक्का की ...

मक्का में खरपतवार नियंत्रण की सबसे बेस्ट दवाइयां:Main herbicides in maize

मक्का में अलग-अलग प्रकार के सकरी पत्ती वाले खरपतवार पाए जाते हैं। इन सकरी पत्ती वाले खरपतवारों को नष्ट करने के लिए कई प्रकार की दवाइयां बाजार में मिलती है। इनमें मुख्य रूप से लौडिस (बयार), टाइनज़र (बास्फ़) और एट्राज़िन का इस्तेमाल किया जाता है।

मार्च अप्रैल में बिजाई की जाने वाली पांच मुख्य फसलें:कम समय में अधिक मुनाफा देने वाली खेती:Five main crops to be sown in March-April

मार्च अप्रैल में सब्जी की तो काफी सारी फसलों की बिजाई की जा सकती है। लेकिन मैं आपको ऐसी चार परंपरागत फसलों के बारे में जानकारी दूंगा। जिनको आप एक बार में ही कटाई कर सकते हैं, और आपको कम समय में अधिक मुनाफा होगा। सब्जी वाली फसलों में हर रोज मंडी में जाने का किसान झंझट नहीं करना चाहता।

मक्का में पहला दमदार स्प्रे, कब करें:सभी रोगों का समाधान:When to first spray maize

मक्का की फसल में कीटों का प्रकोप बहुत अधिक और जल्दी देखा जाता है। एक तो मक्का की फसल में खादों का प्रयोग ज्यादा किया जाता है। दूसरा मक्का की फसल नरम होती है। इसलिए इसमें शुरुआत शुरू में ही कीट अटैक कर देते हैं। मक्का में सुंडी का अटैक अधिक मात्रा में देखने को मिलता है। हमें शुरू में ऐसा कौन सा स्प्रे करें। जिससे हमारा खर्च भी कम आए और हमारी मक्का अच्छी बढ़वार लेकर चले।

मक्का में पहला खाद:यूरिया के साथ क्या डालें:When to apply first fertilizer to maize

मक्के में पहले खाद के समय की बात करें। तो हमें पहले खाद 20 से 25 दिन पर डाल देना चाहिए। 20 से 25 दिन पर हमें मक्का की फसल की सिंचाई करनी पड़ती है। उस समय हमें इसमें खाद डालें और इसके बाद इसमें हल्की सिंचाई कर दें। सिंचाई करने के बाद आपको अपने मक्का की निराई-गुड़ाई करनी है।

मक्का की टॉप 5 हाइब्रिड किस्में:Top 5 hybrid varieties of maize

मक्का एक ऐसी फसल है। जिसकी बिजाई पूरे वर्ष भर की जाती है। मक्का की खेती भारत के लगभग सभी हिस्सों में की जाती है। आजकल मक्का के काफी ज्यादा रेट भी बाजार में देखने को मिल रहे हैं। मक्का से इथेनॉल बनाया जाता है। जिसकी बाजार में काफी ज्यादा डिमांड है। जो तेल में मिक्स होकर प्रयोग होता है। मक्का की तरफ किसानों का रुझान बढ़ता जा रहा है। क्योंकि इसकी बाजार में मांग भी काफी बढ़ी है।

मक्का में खरपतवार नियंत्रण करने का सही तरीका:मक्का में खरपतवार के नुक्सान से कैसे बचें:weed control in maize

मक्का की बिजाई कुछ किसानों ने शुरू कर दी है, और कुछ किसान बिजाई करने वाले हैं। खेती में खरपतवार एक मुख्य समस्या शुरू से ही रही है। इसमें आप किसी भी फसल की बात करें, तो उसमें खरपतवार काफी जो ज्यादा नुकसान करते हैं। आप जो खादो और न्यूट्रिशन को मिट्टी में देते हैं, उनको खरपतवार ग्रहण करके आपकी फसल को काफी ज्यादा नुकसान पहुंचाते हैं। ऐसे ही मक्का की फसल में भी खरपतवार बिजाई के तुरंत बाद ही उगने लग जाते हैं, और कई बार तो मक्का उगने से पहले ही खरपतवार इतने बड़े हो जाते हैं। कि वह आपकी फसल को काफी ज्यादा नुकसान करते हैं।

मक्का में बिजाई के समय ताकतवर खाद कांबिनेशन:100 क्विंटल पैदावार का तरीका:Best fertilizer at the time of sowing of maize

मक्का एक ऐसी फसल है, जिसकी बिजाई लगभग पूरे भारत में की जाती है। मक्का की कुछ क्षेत्रों में तो पैदावार 50 क्विंटल तथा कुछ क्षेत्रों में 100 क्विंटल के लगभग भी देखी जाती है। मक्का की पैदावार में इतने अंतर कई कारणों से होते हैं। जिसमें खाद भी एक महत्वपूर्ण रोल अदा करता है। मक्का की फसल खाद को सीधे तौर पर ग्रहण करती है, और इसको अधिक मात्रा में खादों की आवश्यकता होती है।

MAH 15-84 मक्का किस्म की विशेषताएं:Maize variety of University of Agricultural Sciences

कृषि वैज्ञानिक कृषि के विकास के लिए फसलों की नई नई किस्मों को किसानों के लिए बनाते रहते हैं। वैज्ञानिक ऐसी किस्मों का निर्माण करते हैं, जो सिर्फ उपज में ही अच्छी नहीं रहती, बल्कि उसमें पौष्टिक गुण भी अधिक होते हैं। मक्का खरीफ सीजन की मुख्य फसल है। इसकी बिजाई फरवरी और मार्च में शुरू हो जाती है। कृषि विज्ञान विश्वविद्यालय, बेंगलुरु के वैज्ञानिकों ने 2023 में मक्का की एक नई किस्म बनाई थी। जो MAH 15-84 के नाम से जानी जाती है।

MM-9333 मक्का किस्म की विशेषताएं:Maize variety of Rallis India Limited

धान्या सीड्स टाटा रैलीज इंडिया लिमिटेड का एक उत्पाद है। यह बाजार में विभिन्न तरह के बीजों को किसानों के लिए उपलब्ध कराती है। ऐसे ही इसकी मक्का की एक किस्म जो MM-9333 के नाम से जानी जाती है। यह किस्म किसानों के बीच काफी प्रसिद्ध है। किसान इस किस्म से काफी मोटा मुनाफा कमा सकते हैं। जो किसान मक्का के वैज्ञानिक खेती करते हैं। वह इस किस्म को काफी ज्यादा पसंद करते हैं।

डिकाल्ब-8181 मक्का किस्म:Dekalb-8181 corn variety characteristics

मक्का की बिजाई ज्यादातर किसान आलू की खुदाई के बाद करते हैं। हरियाणा और पंजाब के किसान मुख्यता इसी समय मक्का की सबसे अधिक बजाई करते हैं। यह मक्के की बिजाई का सबसे उपयुक्त समय है। मक्के की बिजाई आमतौर पर जायद और खरीफ के मौसम में की जाती है। मक्का की अनेक किस्में आपको बाजार में देखने को मिल जाती है। जो अलग-अलग सीजन के लिए बनाई जाती है। डिकाल्ब-8181 मक्का किस्म बायर सीड्स की किस्म है।

DKC-9144 मक्का किस्म:maize variety characteristics

मक्का की बिजाई लगभग पूरे भारत में की जाती है। मक्का का अलग-अलग कंपनी द्वारा काफी सारे बीज दिए जाते हैं। यह बीज अलग-अलग क्षेत्र और जलवायु के हिसाब से बनाए जाते हैं। बायर सीड्स द्वारा मक्का की एक किस्म बनाई गई है। जो DKC-9144 के नाम से प्रसिद्ध है। मक्का की यह किस्म किसानों द्वारा काफी पसंद की जाती है। क्योंकि यह काफी अच्छी पैदावार निकाल कर देती है।

DKC-9108 प्लस मक्का किस्म की विशेषताएं:Hybrid maize variety from Bayer Seeds

इस समय आलू की खुदाई लगभग शुरू हो चुकी है। आलू की खुदाई के बाद किसान भाई मक्का की बिजाई मुख्या तौर पर शुरू कर देते हैं। मक्का की एक ऐसी फसल है। जिसको आप दो फसलों के बीच में भी ले सकते हैं। यह कम समय पकाने वाली और अधिक पैदावार देने वाली खेती है। मक्का की काफी सारी किस्म बाजार में आपको देखने को मिल जाती हैं। एक किस्म जो बायर सीड्स द्वारा दी जाती है। यह लगभग तीन महीने में पैक कर तैयार हो जाती है। मक्का की यह किस्म DKC-9108 प्लस के नाम से जानी जाती है।

ADV-757 मक्का किस्म की विशेषताएं:High yielding hybrid maize variety

अलग-अलग कंपनियों की अलग-अलग किस्म क्षेत्र के हिसाब से मशहूर होती हैं। हर कंपनी की एक ऐसी किस्म होती है, जो सबसे अधिक पैदावार निकालकर देती है। कंपनियां इन किस्म में समय-समय पर बदलाव करके इसे अधिक पैदावार लेने के लिए भी तैयार करते हैं। अच्छी पैदावार लेने के लिए आपको उन्नत किस्मों का चुनाव करना पड़ेगा। ऐसी ही एक किस्म एडवांटा सीट्स द्वारा तैयार की जाती है। एडवांटा सीड्स द्वारा दी जाने वाली सभी किस्म में ये किस्म सबसे अधिक पैदावार निकाल कर देती है।

PAC-751 (इलाईट) मक्का किस्म की विशेषताएं:hybrid variety of maize

एडवांटा सीड्स मक्का की अनेक तरह की किस्म किसानों के लिए बनता है। इन किस्मो की अलग-अलग विशेषताएं होती हैं। कुछ किस्म भारी मिट्टी के लिए बनी होती है, तथा कुछ इसमें हल्की मिट्टी के लिए बनाई जाती है। PAC-751 (इलाईट) एडवांटा सीट्स द्वारा बनाई गयी मक्का की हाइब्रिड किस्म है। एडवांटा सीट्स यूपीएल कंपनी का एक ब्रांड है।

ADV-9293 मक्का किस्म की विशेषताएं:Hybrid variety of maize with short ripening time

मक्का की किस्म की अनेक वैरायटी आपको बाजार में देखने को मिल जाती हैं। कुछ वैरायटी 100 से 110 दिन में पक जाती हैं, तथा कुछ किस्में पकने में 150 से 160 दिन का समय लेती हैं। जो किस्में पकने में अधिक समय लेती है, वह पैदावार भी अधिक निकाल कर देती हैं। मक्का की जो किस्म 100 दिन में पैक कर तैयार हो जाती है। ऐसी किस्मों आप दो फसलों के बीच के समय में आसानी से ले सकते हैं। यह किस्म एडवांटा सीड्स द्वारा दी जाती है। इस किस्म का नाम ADV-9293 है।

ADV-759 मक्का किस्म की विशेषताएं:hybrid maize variety of upl

मक्का की बिजाई रबी और खरीफ दोनों सीजन में की जाती है। एडवांटा सीड्स जो की यूपीएल कंपनी का एक ब्रांड है। यह किसानों के लिए मक्का, धान, ज्वार, बाजरा, सरसों और अन्य पशुओं के चारे वाली अनेक फसलों के बीज उपलब्ध कराता है। ऐसी ही एडवांटा सीड्स की एक मक्का किस्म है। जो किसानों द्वारा काफी ज्यादा पसंद की जाती है। यह किस्म ADV-759 के नाम से जानी जाती है।