धान

धान में तना छेदक (stem borer) की रोकथाम कैसे करें|खेती जानकारी

धान में तना छेदक 20 दिन से लेकर 45 दिन के बीच मुख्य रूप से लगता है। इसमें धान की मुख्या गोभ सूख जाती है और आसानी से निकल जाती है। अगर आप गोभ को खींच कर देखेंगे तो इसमें से एक अजीब सी गंध आएगी और धान के तने के अंदर सुंडी होगी जो तने को काटकर नुकसान करती है।

धान में उगे हुए खरपतवारों को कैसे नियंत्रण करें|How to control weeds in paddy

धान में उगे हुए खरपतवारों को कैसे नियंत्रण करें:– नमस्कार साथियों, धान में उगे हुए ...

धान में प्रयोग होने वाले सबसे अच्छे दानेदार कीटनाशक:Best granular insecticide for paddy

धान खरीफ की मुख्या फसल है। भारत के लगभग सभी भागों में धान की खेती को जाती है। धान की फसल में किसानों को अनेक प्रकार के कीट देखने को मिलते हैं। इनमें से ज्यादातर केट पत्तों और तनु पर देखे जाते हैं। कुछ कीटों को हम दानेदार कीटनाशकों की सहायता से आसानी से कंट्रोल कर सकते हैं। लेकिन कुछ कीटों को हमें सिर्फ स्प्रे के द्वारा ही कंट्रोल पड़ता है। दानेदार कीटनाशकों का प्रयोग हमें जड़ों में करना पड़ता है। बाजार मैं आपको अनेक तरह के दानेदार कीटनाशक मिल जाते हैं। यह कीटनाशक अ

फसलों में उपयोग होने वाले टॉनिक|Tonic used in crops

फसलों में उपयोग होने वाले टॉनिक:- किसान साथियों नमस्कार, किसानों के लिए फसल से अधिक ...

धान में लगने वाली मुख्य बीमारियां की पहचान और उनकी रोकथाम|Major diseases of paddy

रोग फसलों के लिए एक ऐसा श्राप है जो देखते ही देखते पूरी फसल को बर्बाद कर देता है। किसानों की मेहनत और फसल की लागत का एक बड़ा हिस्सा किन रोगों की रोकथाम के ऊपर खर्च हो जाता है।

पौधे में कौन कौन से हार्मोन पाए जाते हैं|Hormones role in plants

पौधे की हार्मोंस को मुख्यतः दो भागों में बांटा जा सकता है। उनके काम के अनुसार एक जो बड़वार को बढ़ाते हैं। और दूसरे जो रोकते हैं। ऑक्सिन हार्मोंन, जिबरेलिन हार्मोन ,साइटोकिनिन हार्मोन यह तीनों हार्मोन बढ़ाने वाले हार्मोन होते हैं। और और इनको पॉजिटिव हारमोंस भी कहा जाता है। यह पौधे में सकारात्मक ऊर्जा को बढ़ाते हैं। जैसे नए पत्ते, जड़े, फूलों और फलो सभी का विकास करते हैं। और इथाईलीन हार्मोन और एब्ससिसिक एसिड पौधे को मृत्यु की तरफ ले जाते हैं। और बीज के रूप में एक नई पीढ़ी के उदय में इनका मुख्या योगदान रहता है जैसे फलों के पकने में और पतों के झड़ने में इसलिए इनको नेगेटिव हारमोंस भी कहा जाता है।

धान की फसल में खाद प्रबंधन|Fertilizer Management in Paddy Crop

धान की फसल में खाद प्रबंधन:- नमस्कार किसान साथियों, धान की फसल में खाद प्रबंधन ...

MP–3030 धान किस्म की विशेषताएं|MP–3030 Paddy Variety

MP–3030 धान किस्म की विशेषताएं:- नमस्कार किसान भाइयों, आज हम MP–3030 धान किस्म की विशेषताएं ...

धान की टॉप 5 किस्में:Top 5 Varieties of Paddy

धान टॉप किस्में की बात करें, तो आपको अपनी मिट्टी के अनुसार धान की किस्में ...

धान की सीधी बिजाई|Direct Sowing Of Paddy

धान की सीधी बजाई ( Direct Sowing Of Paddy)करके किसान भाई अपना समय, पैसा और पानी बचा सकते है। जहां धान की सीधी बुआई में 20% तक पानी बचत होती है वहीं इसमें श्रम भी कम लगता है। धान की परंपरागत विधि में पहले धान की पोध तैयार की जाती है और उसके बाद उसे खेत में लगाया जाता है जिससे किसानों का खर्च बाढ़ जाता है। और पानी की भी अधिक आवश्यकता पड़ती है। लेकिन धान की सीधी बुआई एक ऐसी तकनीक है जिसमें किसान भाई धान के बीज को सीधा अपने खेत में बजाई कर देते है।

हल्की मिट्टी और खरे पानी में भी अधिक उपज देने वाली धान की किस्में:crystal company paddy seeds

अब किसान भाई हल्की मिट्टी और खरे पानी वाली जमीन में अच्छी पैदावार ले सकते ...

हरी खाद की खेती कैसे करें:ढांचे के लिए सरकार द्वारा बीज अनुदान

ढैंचा की खेती दलहनी फसल के रूप में की जाती है। किसान भाई इसकी खेती हरी खाद और बीज दोनों के लिए करते हैं। ढैंचा के हरे पौधों से तैयार की गई खाद खेत की उर्वरक शक्ति को काफी ज्यादा बढ़ा देती है।

कम समय में अधिक उपज देने वाली धान की हाइब्रिड किस्में|Top Varieties of Paddy

धान की किस्में की बात करे तो बाजार में आपको अनेक प्रकार की किस्में मिल जायेगी जो आपको बैम्पर पैदावार देंगी लेकिन आज मैं आपको कम समय में अधिक पैदावार देने वाली किस्मों के बारे में बताऊंगा। जिन किसान भाईयों ने आलु लगाने है या किसी और फसल की बुआई करनी है जिनको कम समय में पकने वाली धान लगाना चाहते है। वो किसान भाई इन किस्मों का चयन कर सकते है।