किसान साथियों नमस्कार, गन्ने की बिजाई शुरू होने वाली है। कुछ किसान भाई गन्ना बिजाई करके उसमें सरसों या गेहूं की फसल की बिजाई करते हैं। गन्ना एक ऐसी फसल है, जिसमें आप अच्छी प्रकार से खाद प्रबंधन करके अधिक पैदावार ले सकते हैं। किसान भाई गन्ने से 400 से लेकर 600 कुंतल तक पैदावार आसानी से ले सकते हैं। गन्ने की पैदावार आपके खाद डालने के तरीके पर निर्भर करता है। गन्ने में खाद हमें शुरू से ही डालना पड़ता है। गन्ने की फसल एक अधिक पानी वाली पानी वाली फसल होती है। इस फसल को अधिक पानी की आवश्यकता होती है। गन्ने की बिजाई के समय डाले जाने वाले मुख्य खाद नीचे बताए गए हैं। अगर आप इन खातों का प्रयोग गन्ने की बिजाई के समय करते हैं। तो आप निश्चित ही गन्ने से अच्छी पैदावार ले सकेंगे।
गन्ने की अधिक पैदावार देने वाली गन्ना किस्म CO–11015 की विशेषताएं जानें
गन्ना बिजाई के समय डाले जाने मुख्या खाद
गन्ने की फसल में बिजाई करते समय हमें का एक संपूर्ण खादों का मिश्रण डालना चाहिए। जिससे लंबे समय तक पौधे को सभी प्रकार के पोषक तत्वों मिल सकें। गन्ना एक लंबी अवधि वाली फसल है। जो 10 से 12 महीने में पककर तैयार हो जाती है। जैसा कि आप सभी को पता है, कि गन्ने की फसल को अधिक पानी की आवश्यकता होती है। तो इसमें खाद और न्यूट्रिएंट न्यूट्रिएंट्स की भी अधिक आवश्यकता होती है। गन्ने की फसल से अधिक पैदावार लेने के लिए हमें गन्ना बिजाई के समय अधिक मात्रा में खादों को डालना पड़ता है। गन्ने की बिजाई में के समय डाले जानें वाले खाद निम्नलिखित है-
गन्ने की बिजाई के समय आप 2bag(100kg) डीएपी, 1bag(50kg) पोटाश, 1bag(45kg) यूरिया और 8kg से 10kg दानेदार सल्फर प्रति एकड़ या फिर 5bag(250kg) एसएसपी, 1bag(50kg) पोटाश और 1bag(45kg) यूरिया प्रति एकड़ डाल सकते हैं। एसएसपी के साथ आपको सल्फर डालने की आवश्यकता नहीं पड़ती। एसएसपी से सल्फर की पूर्ति आसानी से हो जाती है। इसके अतरिक्त आप इसमें नुट्रोमक्स(FMC) 8kg से 10kg भी साथ में दाल सकते है।
इन खादो के साथ-साथ हमें गन्ने की फसल में बजाई के समय कीटनाशकों को भी डालने पड़ते हैं। जिससे गन्ने में दीमक वह अन्य रोग ना लगे। इन रोगों से बचाव के लिए हमें निम्नलिखित कीटनाशकों का इस्तेमाल कर सकते हैं।
लेसेंटा (BAYER) या फिर पुलिस (GHARDA)की 150g से 200g मात्रा प्रति एकड़ या फिर रीजेंट अल्ट्रा 6kg+ 500g से 800g थियामेथोक्सम 25% Wg प्रति साथ में मिलाकर डालें। इसके साथ आप कोई भी फंगीसाइड डाल सकते है।
जिन खेतों में खरपतवारों का जमाव शुरू से ही अधिक मात्रा में होता है। उन खेतों में आप पेंडीमेथलीन 2 लीटर प्रति एकड़ या फिर अट्राजिन 1 किलोग्राम प्रति एकड़ के हिसाब से बुवाई के 24 घंटे के अंदर ही स्प्रे कर सकते हैं। इससे आपके खेत में खरपतवारों का जवाब कम होगा।
अगर आप इस तरीके से अपने गन्ने की बजाई करते है। तो निश्चित ही आप अपने खेत से अच्छी पैदावार ले सकते है। धन्यवाद!
FAQ
गन्ने की ग्रोथ बढ़ाने के लिए क्या करें?
गन्ने की ग्रोथ बढ़ाने के लिए उसमें समय पर खाद, पानी और जरूरी कीटनाशक देना जरूरी है।
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