गेंदे के फूलों की उन्नत खेती कब और कैसे करें:- गेंदे की फूलों की खेती लगभग हर प्रकार की मिट्टी और जलवायु में की जा सकती हैं। यानी लगभग पूरे भारत में इसकी कई किस्मों की खेती होती है। कुछ तेल के लिए तथा कुछ खुशबूदार फूलों के लिए। गेंदे की खेती कर किसान भाई अच्छा लाभ प्राप्त कर सकते है।
गेंदे के फूलों की प्रमुख किस्में
भारत में गेंदे के फूलों की अनेक किस्में पाई जाती हैं। लेकिन कुछ प्रमुख किस्में जो किसान अधिक प्रयोग करते हैं, नीचे बताई गई हैं।
- बनारसी गेंदा
- एरो गोल्ड गेंदा
- डबल ऑरेंज गेंदा
- पूसा नारंगी गेंदा
- पूसा बसन्ती गेंदा
- लड़ो गेंदा
गेंदे की पोध
गेंदे की खेती के लिए पहले पोध तैयार की जाती है। और उसको बाद में खेत में लगाया जाता है। पोध तैयार करने में लगभग 1 महीने का समय लग जाता है। पोध को तैयार करना नए किसानों के लिए मुश्किल होता है। पोध की नर्सरी खराब होने पर किसानों को 30 हजार से 40 हजार तक का नुकसान प्रति एकड़ हो सकता है। इसलिए नए किसानों को पोध खरीदना ही सबसे बढ़िया रहता है। गेंदे के एक पौधे का मूल्य 30 पैसे से 80 पैसे तक होता है। वैसे इसके बीज का मूल्य एक से डेढ़ लाख रुपए प्रति किलो तक होता है। गेंदे के प्रति एकड़ 8 हजार से 10 हजार पौधे लगाए जाते हैं।
गेंदे के लिए खेत की तैयारी
- गेंदे के फूलों की पैदावार आपकी खेत की तैयारी पर निर्भर करती है। गेंदे के खेत की तैयारी के लिए 4 ट्राली अच्छी सड़ी हुई गोबर की खाद प्रति एकड़ में डालें और उसके बाद उसकी जुताई करें।
- 25 किलोग्राम यूरिया और 50 किलोग्राम एसएसपी को मिलाकर प्रति एकड़ डालें तथा दोबारा से खेत की जुताई करें और इसके बाद आप बेड बनवा लें।
गेंदे की पोध को लगाने का तरीका
- गेंदे के पौधे की दूरी उसकी प्रजाति और मौसम पर निर्भर करती है। आप बेड को (4×1)-(2×1.5)-(3×2)- (4×2) इत्यादि रख सकते है।
- बेड से बेड की दूरी 4 फीट और पौधे से पौधे की दूरी 1 फीट
- सिंगल लाइन में लगाए गए पौधों की बड़वार और रखरखाव बहुत बढ़िया होता है। इससे पौधे में हवा का संचार अच्छे से होता है, तथा फंगस जनित बीमारियां कम लगती हैं।
- कोलकाता और बनारसी गेंदे के लिए (4×1)का बेड सबसे बढ़िया रहता है।
पोध रोपाई का तरीका
गेंदे की पौध करो पर हमेशा दोपहर के 2:00 बजे के बाद ही करना चाहिए और पौध लगाने के तुरंत बाद पानी देना चाहिए। रोपाई के 3 दिन तक पौधे के आसपास की मिट्टी गीली रखें और समय-समय पर पानी देते रहे। समतल खेत में गेंदे की खेती बेड बनाकर ही करनी चाहिए।
गेंदे के पौधे की देखभाल
- पौध रोपाई के तुरंत बाद पानी के साथ साथ कार्बेंडाजिम+मैनकोज़ेब फंगीसाइड 1ग्राम प्रति लीटर खोलकर प्रति पौधा 100ml पानी देना चाहिए।
- पोध रोपाई के 3 दिन बाद 2kg ह्यूमिक एसिड को 500 लीटर पानी में मिलाकर प्रति पौधा 50ml पानी देना चाहिए।
- पौधा रोपाई से 5 दिन बाद इमिडाक्लोप्रिड 17.8%sl + NPK191919 2 ग्राम प्रति लीटर मिलाकर स्प्रे करें।
- पौधारोपण के 15 दिन बाद आपको इसके पौधों की पिनचिंग करनी है। यानी पौधे के ऊपरी हिस्से को काट देना है। इससे पौधे की शाखाएं बढ़ती हैं।
- पिनचिंग के बाद आप रिडोमिल गोल्ड 1g प्रति लीटर पानी में मिलाकर स्प्रे करें। ताकि पौधों में कोई इंफेक्शन ना हो।
- 30 दिनों के बाद पौधों की दोबारा से पिनचिंग करनी है। और रेडीमेड गोल्ड का स्प्रे भी करना है।
- बिना ड्रिप के खेती करने वालों को 30 दिन बाद प्रति पौधा 5 ग्राम डीएपी देना है। और ड्रिप से खेती करने वाले किसान 30 दिन पर 3kg 12.61.0 प्रति एकड़ ड्रिप के माध्यम से देना है।
- 50 दिन बाद बिना ड्रिप वाले खेत में 5 ग्राम mop प्रति पौधा देना है। और ड्रिप वाले किसान 50 दिन पर 13.0.45 का 3kg प्रति एकड़ ड्रिप की सहायता से प्रयोग करना है।
- 50 दिनों पर इमामेक्टिन बेनोजोट 1g प्रति लीटर की दर से स्प्रे करें।
- इसके बाद फसल के खत्म होने तक ड्रिप वाले किसान 13.0.45 2kg प्रति एकड़ + 100ग्राम माइक्रोन्यूट्रिएंट हर हफ्ते ड्रिप के माध्यम से देते रहना है। और बिना ड्रिप से खेती करने वाले को एनपीके 0.0.50 3g प्रति लीटर और माइक्रोन्यूट्रिएंट्स 1g प्रति लेटर हर हफ्ते स्प्रे करना है।
- गेंदे की फसल में यूरिया का इस्तेमाल कम करना चाहिए।
- गेंदे के फूल 65 दिनों से 70 दिनों पर तैयार हो जाते है।
गेंदे के फूलों से मुनाफा
- एक एकड़ से आप 60 कुंटल से 120 कुंटल तक की पैदावार ले सकते हैं। यह आपकी प्रजाति और करने की विधि पर निर्भर करता है।
- गेंदे का रेट 40रू से 150रू प्रति किलो तक सीजन टाइम रहता है।
- दिवाली पर गेंदे के फूल का रेट ₹100 से भी अधिक रहता है।
- गेंदे की खेती में प्रति एकड़ पर 40हजार से 60हजार रूपए तक का खर्चा आता है।
- गेंदे की खेती से आप खर्च काटकर 1.5 लाख से 2.5 लाख तक की शुद्ध आय निकाल सकते हैं।
किसान भाई अगर आप अपनी आमदनी बढ़ाना चाहते हो तो आपको फूलों, फलों और सब्जियों की खेती की तरफ बढ़ना पड़ेगा। हॉर्टिकल्चर द्वारा फूलों फलों और सब्जियों की खेती करने वाले किसानों को अनेक प्रकार की सुविधाएं और बीज उपलब्ध कराए जाते हैं। किसान भाई सरकार की इन स्कीमों का लाभ उठाकर अपनी आमदनी बढ़ा सकते हैं। आपको यह मेरा लेख कैसा लगा कृपया कमेंट के माध्यम से जरूर बताएं और बैल आइकन को दबाकर वेबसाइट को सब्सक्राइब करें।
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FAQ
1.विश्व का सबसे अच्छा फूल कौन है?
Ans.गुलाबी का फूल विश्व का सबसे अच्छा फूल माना जाता है।
2.सबसे तेजी से बढ़ने वाला पेड़ कौन सा है?
Ans. बांस का पेड़ सबसे तेजी से बड़ने वाला पेड़ है।