पायोनियर 27P37 धान किस्म:- पायोनियर सीड्स लंबे समय से धान के बीज बनती है। पायोनियर सीड्स धान बीज पिछले काफी वर्षों से किसानों द्वारा काफी ज्यादा पसंद किया जाता है। यह किसानों को काफी अच्छी पैदावार निकाल कर भी देता है। लेकिन पायोनियर के बीजों में गिरने की समस्या शुरू से ही देखने को मिलती है। इसके तने इतनी मजबूत नहीं होते। लेकिन यह किस्में पैदावार भरपूर मात्रा में निकाल कर देती है। पायोनियर सीड्स की एक किस्म 27P37 के नाम से आपको देखने को मिलती है। इस किस्म के बारे में आपको पूरी जानकारी इस लेख में आगे मिलेगी।
श्रीकर 369 गोल्ड हाइब्रिड धान किस्म
पायोनियर 27P37 धान किस्म के बारे में
27P37 पायोनियर सीड्स की एक हाइब्रिड धान किस्म है। इस के दाने मोटे होते हैं। इसकी लंबाई 105 से 110 सेंटीमीटर तक होती है। इस किस्म की सबसे बड़ी समस्या यह है, कि यह गिरने के प्रति सहनशील नहीं है। लेकिन यह किसानों को काफी अच्छी पैदावार निकाल कर देती है। धान की यह किस्म ब्लास्ट और कीट रोगों के प्रति सहनशील है।
पायोनियर 27P37 धान किस्म का पकने का समय
पायोनियर 27P37 धान किस्म पकने में लगभग 125 से 130 दिन का समय लेती है। यह एक मध्यम समय में पकने वाली धान किस्म है।
पायोनियर 27P37 धान किस्म की औसत पैदावार
पायोनियर 27P37 धान किस्म की औसत पैदावार 30 से 32 क्वांटल प्रति एकड़ तक रहती है।
पायोनियर 27P37 धान किस्म का बिजाई क्षेत्र
इस किस्म की बिजाई वैसे तो आप किसी भी प्रकार की मिट्टी में कर सकते हैं। लेकिन यह भारी जमीन और अच्छी मिट्टी में काफी ज्यादा लंबाई ले लेती है। जिसके कारण यह गिर जाती है। किसान साथियों अगर आप इस किस्म को लगाना चाहते हैं। तो आप इस किस्म को हल्की मिट्टी में लगाएं। उसमें यह काफी अच्छी पैदावार निकाल कर देती है। इसमें आपको खाद भी अन्य किस्म के मुकाबले कम डालने पड़ते हैं। यह कम खर्चे में अधिक पैदावार देने वाली धान किस्म है।
जिन किसान भाइयों ने इस किस्म की बिजाई की हो। उनको इसकी पैदावार कैसी देखने को मिली। कृपया कमेंट के माध्यम से जरूर बताएं और इसे आगे अन्य किसानों तक अवश्य शेयर करें। धन्यवाद!
ये भी पढ़ें- धान में उगे हुए खरपतवारों को कैसे नियंत्रण करें
पैड़ी गन्ने में पहला मुख्या खाद:अधिक कल्लों और मजबूत गन्ने के लिए मुख्या खाद
धान की पत्ता लपेट सुंडी का प्रकोप ऐसे करें सस्ते में रोकथाम
धान की बाली में दाने खाली या भूरे होने का कारण और पक्का इलाज जानें