कपास की खेती

कपास में पानी देने का सही तरीका:कपास में कितनी बार पानी देना चाहिए

कपास में पानी देने का सही तरीका:- किसी भी फसल में पानी देने का तरीका ...

कपास में खाद कैसे डालें:कपास में खाद डालने का सही तरीका, How to fertilize cotton

कपास में खाद कैसे डालें:- किसान साथियों नमस्कार, किसी भी फसल में सही समय पर ...

देसी कपास की टॉप 5 किस्में:गुलाबी सुंडी के प्रति सहनशील, अधिक पैदावार:Top 5 varieties of desi cotton

पिछले वर्ष नरमा या बीटी कॉटन में बहुत अधिक मात्रा में गुलाबी सुंडी और सफेद मच्छर का प्रकोप देखा गया था।काफी सारे किसानों की फसलें खराब भी हुई है। बीटी कॉटन में लगने वाले रोगों को देखते हुए किसानों का देसी कपास की तरफ रुझान काफी बढ़ रहा है। देसी कपास में रोग भी कुछ कम मात्रा में लगते हैं। देसी कपास की बात करें, तो इसका मूल्य भी बीटी कॉटन से थोड़ा अधिक ही रहता है। जहां पिछले वर्ष बीटी कॉटन 9000रु से 9500रु प्रति क्विंटल तक बिकी है। वही देसी कपास 10000रु से 10500रु प्रति क्वांटल तक बिकी है।

kr-121 कपास किस्म की विशेषताएं:indigenous variety of cotton

पिछले काफी समय से कपास में गुलाबी सुंडी और सफेद मच्छर का प्रकोप देखा जा रहा है। इससे कपास की फसल पर भी काफी ज्यादा नुकसान हुआ है। बीटी कॉटन कीटों के प्रकोप से पूरी तरह से ग्रस्त हो चुकी है। किसानों ने इसकी बिजाई करनी ही छोड़ दी है। अब किसान अपनी देसी किस्मे लगाकर ही अच्छी पैदावार ले सकते है। कपास की बिजाई के लिए 5.5 से 6 ph वाली मिट्टी सबसे उपयुक्त मानी जाती है।