मुंग की खेती

एमएच-1142 मुंग किस्म की विशेषताएं:Moong variety characteristics

मूंग की खेती रबी और खरीफ दोनों सीजन में की जाती है। लेकिन खरीफ के सीजन में मूंग की फसल से अधिक पैदावार निकलती है। क्योंकि उसे समय मूंग की खेती के लिए मौसम अनुकूल रहता है। मूंग की काफी सारी किस्में बाजार में आपको अलग-अलग नाम से देखने को मिलेंगे। ऐसी ही एक किस्म हरियाणा एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी हिसार द्वारा तैयार की गई है। जो एमएच-1142 के नाम से जानी जाती है।

आईपीएम 205-07 (विराट) मूंग किस्म की विशेषताएं:Virat Moong variety characteristics.

मूंग की अनेक प्रकार की किस्में अनेक संस्थाओं द्वारा तैयार की जाती हैं। भारतीय दलहन अनुसंधान संस्थान कानपुर ने मूंग की एक ऐसी किस्म तैयार की है। जो 50 से 52 दिन में पैक कर तैयार हो जाती है। यह मूंग किस्म विराट के नाम से जानी जाती है। इसका नाम आईपीएम 205-07 है।

स्टार-444 मूंग किस्म की विशेषताएं:best variety of moong

मुंग एक दलहनी फसल है। जिसका प्रयोग दाल के रूप में खाने के लिए किया जाता है। मूंग की दाल भारत के लगभग सभी हिस्सों में खाई जाती है। मूंग की बिजाई मुख्य तौर पर मार्च और अप्रैल में की जाती है। जब तापमान 25 से 30 डिग्री सेल्सियस का हो। तब मूंग की बिजाई के लिए सबसे उपयुक्त समय रहता है। मूंग की बाजार में बहुत सारी किस्में देखने को मिलती है।

मूंग की उन्नत खेती:बजाई समय, बीज मात्रा सम्पूर्ण:Fungus and insect diseases in moong

मूंग एक दलहनी फसल है। मूंग की दाल लगभग पूरे भारत में प्रयोग की जाती है। मूंग की खेती कम लागत में अधिक मुनाफा देने वाली खेती है। इसमें आपको एक या दो खाद डालने पड़ते हैं, और आपकी मूंग तैयार हो जाती है। मूंग की खेती आप लगभग भारत के सभी हिस्सों में कर सकते हैं।