हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय की टॉप 5 सरसों की किस्में

By Kheti jankari

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हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय

किसान साथियों नमस्कार, आज मैं आपको चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय (HAU), हिसार की बनाई सरसों की 5 बेहतरीन किस्मों के बारे में बताऊंगा। HAU ने सरसों की ऐसी किस्में तैयार की हैं। जो ज्यादा तेल देती हैं, बीमारियों से लड़ सकती हैं और किसानों को अच्छी कमाई देती हैं। ये किस्में हरियाणा, पंजाब, दिल्ली, राजस्थान और जम्मू के किसानों के लिए खास हैं।

RH-725 सरसों किस्म

ये किस्म किसानों की फेवरेट है! इसके दाने बड़े और फलियां लंबी होती हैं। तेल 40% तक निकलता है और ये सफेद रतुआ (व्हाइट रस्ट) जैसी बीमारी से भी बचती है। कम पानी में भी अच्छी फसल देती है। ये 2018 में निकली थी। इस किस्म की उपज 10-12 क्विंटल प्रति एकड़ तक रहती है। यह किस्म पकने में 136-143 दिन का समय लेती है। इस किस्म को आप हरियाणा, पंजाब, राजस्थान (सिंचाई और बिना सिंचाई वाले खेत) में उगा सकते है।

RH-1424 सरसों किस्म

अगर आपके खेत में पानी कम है, तो ये किस्म आपके लिए बेस्ट है। ये RH 725 से 14% ज्यादा फसल देती है। सूखे को झेल लेती है और तेल की क्वालिटी भी शानदार होती है। ये 2022 में विकसित हुई थी, और 2023 में रिलीज हुई। इस किस्म की उपज 10.4 -11.2 क्विंटल प्रति एकड़ तक रहती है। यह किस्म पकने में 135 से 139 दिन का समय लेती है। इस किस्म को आप हरियाणा, पंजाब, राजस्थान और दिल्ली (बिना सिंचाई वाले खेत) में उगा सकते है।

RH-1706 सरसों किस्म

ये खास किस्म है क्योंकि इसका तेल सेहत के लिए बहुत अच्छा है। इसमें इरूसिक एसिड 2% से भी कम है, जो दिल के लिए फायदेमंद है। काले दाने और बीमारियों से लड़ने की ताकत इसे खास बनाती है। ये 2022 में विकसित हुई और 2023 में नोटिफाइड हुई। इस किस्म की उपज 10.8-11.6 क्विंटल प्रति एकड़ तक रहती है। यह किस्म पकने में 140 दिन का समय लेती है। इस किस्म को आप हरियाणा, पंजाब, जम्मू और दिल्ली (सिंचाई वाले खेत) में उगा सकते है।

RH-1975 सरसों किस्म

ये नई किस्म है और समय पर बुवाई के लिए बहुत अच्छी है। RH-749 से 12% ज्यादा फसल देती है। तेल 39.5% तक निकलता है और बीमारियों से भी बचती है। ये 2023 में निकली थी। इस किस्म की उपज 10.8-12 क्विंटल प्रति एकड़ तक रहती है। यह किस्म पकने में 135-142 दिन का समय लेती है। इस किस्म को आप रियाणा, पंजाब, दिल्ली, जम्मू, राजस्थान (सिंचाई वाले खेत) में उगा सकते है।

RHH-2101 सरसों किस्म

ये HAU की पहली हाइब्रिड किस्म है, जो बहुत ज्यादा फसल देती है। रेतीली मिट्टी में भी अच्छा परफॉर्म करती है। तेल की मात्रा और दाने मध्यम मोटे हैं। ये 2025 में रजिस्टर्ड हुई। इस किस्म की उपज 11.2-12.8 क्विंटल प्रति एकड़ तक रहती है। यह किस्म पकने में 135-145 दिन का समय लेती है। इस किस्म को आप हरियाणा, पंजाब, राजस्थान (सिंचाई और बिना सिंचाई वाले खेत) में उगा सकते है।

कुछ जरूरी बातें:

  • कब बोएं: इन किस्मों को अक्टूबर-नवंबर में बोना चाहिए।
  • बीज और खाद: 4-6 किलो बीज प्रति हेक्टेयर और NPK खाद (120:60:40 किलो/हेक्टेयर) डालें।
  • पानी: 2-3 बार सिंचाई काफी है, खासकर फूल और फली बनने के समय।
  • फायदे: ये किस्में ज्यादा तेल देती हैं और बीमारियों से कम प्रभावित होती हैं। तेल की क्वालिटी भी अच्छी है, जो बाजार में अच्छा दाम दिलाती है।
  • ध्यान रखें: सही समय पर बुवाई करें और HAU या सरकारी दुकानों से सर्टिफाइड बीज लें। नई किस्म RHH 2101 के बीज शायद अब उपलब्ध होंगे, क्योंकि ये 2025 में आई है।

HAU ने सरसों की खेती को आसान और फायदेमंद बनाया है। पिछले कुछ सालों में कई नई किस्में लॉन्च की हैं, जिससे हरियाणा सरसों उत्पादन में नंबर-1 है। अगर आपको और डिटेल चाहिए, तो HAU की वेबसाइट चेक करें या अपने नजदीकी कृषि केंद्र से संपर्क करें।

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