किसान साथियों नमस्कार, केंद्रीय गन्ना अनुसंधान संस्थान करनाल ने गन्ने की एक नई किस्म को बनाया है। जो CO- 17018 के नाम से जानी जाती है। इस गन्ना किस्म को करण-17 का नाम दिया गया है। यह एक सामान्य गन्ना किस्म है। पिछले कुछ समय से चीनी मिल और किसान अगेती किस्मों की तरफ ज्यादा उत्साहित होते हैं। इस समय 80% से 90% क्षेत्र पर अगेती किस्मों की बिजाई हो रही है। गन्ने में सामान्य और अगेती किस्मों में संतुलन बनाने के लिए अनुसंधान ने इस गन्ना किस्म को बनाया है। यह गन्ना किस्म किसानो को काफी अच्छी पैदावार निकाल कर देगी और इसमें चीनी की मात्रा भी अन्य सामान्य किस्मों के मुकाबले काफी अधिक है। इस गन्ना किस्म की विशेषताएं, पैदावार और पहचान बारे में जानने के लिए कृपया पुरा लेख पढ़ें।
CO-0238 गन्ना किस्म का बाप है करनाल की यह गन्ना किस्म
CO-17018 गन्ना किस्म की विशेषताएं
CO-17018 गन्ना किस्म को 10 अगस्त 2025 को करनाल गन्ना अनुसंधान ने बनाया था। गन्ने की यह किस्म 11 महीने में पककर तैयार होती है। यह एक अच्छी बढ़वार लेकर चलने वाली गन्ना किस्म है। इस गन्ना किस्म में चीनी की मात्रा 18.38% तक पाई जाती है। इस किस्म में 5 से 6 गन्ने एक आंख से आसानी से निकल आते हैं। इस गन्ना किस्म की औसतन लंबाई 220 सेंटीमीटर और मोटाई 2.5 सेंटीमीटर के लगभग होती है। इसके एक गन्ने का वजन एक से डेढ़ किलोग्राम तक रहता है। इस गन्ना किस्म में अभी तक किसी प्रकार का कोई रोग नहीं दिखता। यह एक रोग मुक्त गन्ना किस्म है।
CO-17018 गन्ना किस्म की पहचान
इस गन्ना किस्म की पहचान आप आसानी से कर सकते हैं। इसकी आंख गोल और छोटी होती है। इसकी पोरी बीच से पतली और कोनों से मोटी होती है। इस किस्म की पत्तियां काफी चौड़ी होती है, और उन पर किसी प्रकार के कोई कांटे नहीं देखे जाते। इस किस्म के गन्ने का रंग हल्का काला और सफेद होता है। इसकी किस्म का गन्ना जड़ से मोटा और ऊपर की तरफ से पतला रहता है।
CO-17018 गन्ना किस्म का बिजाई क्षेत्र
CO-17018 गन्ना किस्म की बुवाई आप हरियाणा, पंजाब और उत्तर प्रदेश आदि राज्य में कर सकते हैं। लेकिन इस किस्म को आप पूरे उत्तर पश्चिमी भारत के लिए बनाई गई है। इस किस्म की पैडी का फुटाव अभी काफी अच्छा रहता है। इसकी औसत पैदावार 400 से 500 क्वांटल प्रति एकड़ तक रहती है।
नोट-किसान साथियों गन्ना बुवाई करते समय बीज उपचार कीटनाशक और फफूंदीनाशक से अवश्य करें।
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