गन्ने की टॉप 10 किस्में:Top 10 varieties of sugarcane

By Kheti jankari

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2024 में बिजाई के लिए सबसे उपयुक्त मानी जाती है गन्ने की ये 10 किस्में

गन्ने की टॉप 10 किस्में:- किसान साथियों गन्ने की अनेक इसमें भारत में बिजाई की जाती है। इनमें से कुछ किस्में किसान भाई लंबे समय से प्रयोग करते आ रहे हैं। लेकिन अब वह इतनी अच्छी पैदावार निकाल कर नहीं देती या ये कहें की नई-नई किस्में उनसे ज्यादा पैदावार निकाल कर देती हैं। पुरानी किस्मों में रोग भी बहुत कम मात्रा में लगते हैं। इसलिए किसान भाइयों को ऐसी किस्मों का चुनाव करना चाहिए। जो नई हो और वह अधिक पैदावार दें। जिससे किसान अधिक से अधिक आमदनी प्राप्त कर सके। इसके लिए आप नीचे दी गई, इन 10 किस्मों में से किसी भी किस्म की बिजाई कर सकते हैं। इन क़िस्मों में रोग काफी कम मात्रा में लगते है और काफी अच्छी पैदावार निकाल कर देती हैं।

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गन्ने की टॉप 10 किस्में

गन्ने की टॉप 10 किस्मों की बात करें। तो अलग-अलग क्षेत्र और अलग-अलग राज्य में अलग-अलग किस्में अच्छी पैदावार निकाल कर देती हैं। लेकिन मैं आपको उत्तरी भारत में बिजाई की जाने वाली गन्ने टॉप 10 किस्मों के बारे में बताऊंगा। जिनको आप किसी भी समय बिजाई करके अच्छी पैदावार ले सकते हैं।

COLK-15201 गन्ना किस्म

colk-15201 भारतीय गन्ना अनुसंधान संस्थान लखनऊ की एक विकसित गन्ना किस्म है। गन्ना की यह किस्म इक्षु-11 के नाम से भी जानी जाती है। इसके गन्ने की लंबाई काफी अधिक होती है, और इसमें कल्लों फुटाव भी अन्य किस्मों के मुकाबले थोड़ी अधिक देखा जाता है। इस किस्म की पोरी एक समान लंबी होती है। उसका रंग गहरा हरा होता है। पूरा लेख पढ़ें।

COPB-95 गन्ना किस्म

COPB–95 पंजाब एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी की एक गन्ना किस्म है। यह गन्ने की अर्ली किस्म है। इस किस्म की अभी तक गन्ने की सबसे ज्यादा उपज है। इसके एक गन्ने का वजन लगभग 4 किलोग्राम के लगभग रहता है। यह एक अधिक उपज देने वाली गन्ना किस्म है। जो कीड़ों तथा बीमारियों के प्रति सहनशील है। पूरा लेख पढ़ें।

CO–11015 गन्ना किस्म 

CO–11015 तमिलनाडु की गन्ना किस्म है। लेकिन इस किस्म की बजाई आप पुरे भारत में कर सकते है। जिसकी बजाई आप अक्टूबर और नवंबर में कर सकते हैं। इसका रंग हल्का लाल बैंगनी होता है। यह गन्ने की एक अर्ली किस्म है। इसका पत्ता प्लास्टिक जैसा होता है। यह रोग रहित गन्ना किस्म है। इसमें किसी प्रकार का कोई रोग जैसे टॉप बोरर, पोका बोइंग और रेड रोड जैसे रोग नहीं लगता। इस किस्म की पोरी लंबी होती है। पूरा लेख पढ़ें।

CO–13235 गन्ना किस्म

गन्ना किस्म CO–13235 भारतीय गन्ना अनुसंधान संस्थान द्वारा बनाई गई किस्म है। जो MS–6847 और CO–1148 गन्ना किस्म की ब्रीडिंग करके इसे तैयार किया गया है। एक नई गन्ना किस्म को तैयार करने में लगभग 8 से 10 वर्ष का समय लग जाता है। गन्ने की यह एक अर्ली किस्म है। पूरा लेख पढ़ें।

CO-15023  गन्ना किस्म

गन्ना किस्म CO-15023 गन्ना प्रजनन संस्थान अनुसंधान केंद्र करनाल (हरियाणा) ने विकसित किया है। यह किस्म CO-0241 और CO-08347 को मिलकर बनाया गया है। इस गन्ना किस्म की रोग प्रतिरोधक क्षमता दूसरी गन्ना प्रजातियों से अधिक है। इसकी समय रेड रोड की या किसी भी प्रकार की बीमारी का प्रकोप नहीं है। गन्ने की इस किस्म का अगोला में अधिक हरियाली होती है। गन्ने की यह किस्म अधिक लंबाई लेती है। गन्ने की यह किस्म 8 से 9 महीने में तैयार हो जाती है। इसकी पैड़ी में अच्छा फुटाव होता है। पूरा लेख पढ़ें।

COLK–14201 गन्ना किस्म

गन्ना किस्म COLK–14201 भारतीय गन्ना अनुसंधान संस्थान द्वारा बनाई गई है। यह किस्म 8436 गन्ना किस्म से मिलती-जुलती किस्म है। यह 8436 गन्ना किस्म जो रसगुल्ला के नाम से प्रसिद्ध है, कि विकसित किस्म है। यह गन्ने की एक नई किस्म है। जिसकी बजाई आप अक्टूबर से लेकर मार्च तक कर सकते हैं। पूरा लेख पढ़ें।

COLK-15466 गन्ना किस्म 

गन्ने की यह किस्म लखनऊ गन्ना अनुसंधान संस्थान उत्तर प्रदेश द्वारा बनाई गई है। इस किस्म में कल्लों का फुटाव अधिक होता है। यह किस्म गिरने के प्रति सहनशील है। गुड़ बनाने और रस निकालने के लिए यह गन्ना सबसे उपयुक्त रहती है। इस किस्म में शर्करा की मात्रा 17.5% तक पाई जाती है। पोका बोईंग और लाल सड़न जैसे रोगों के प्रति यह गन्ना किस्म सहनशील है। पूरा लेख पढ़ें।

COLK-12207 गन्ना किस्म 

COLK-12207 गन्ना किस्म गन्ना अनुसंधान संस्थान लखनऊ द्वारा बनायीं गयी किस्म है। यह एक माध्यम मोटाई वाली गन्ना किस्म है। इसका गन्ना अधिक ठोस होता है। इसके एक गन्ने का वजन 2 से 2.5 किलोग्राम तक रहता है। यह किस्म गिरने के प्रति सहनशील है। रेड रॉट और पोका बोईंग जैसे खतरनाक रोग इस गन्ना किस्म में नहीं लगता। इस किस्म की इंटरनोड लंबी होती है। इस किस्म के गन्ने का रंग हरा और हल्का सफेद होता है। पूरा लेख पढ़ें।

COS-17231 गन्ना किस्म

COS-17231 उत्तर प्रदेश गन्ना अनुसंधान परिषद, शाहजहाँपुर के वैज्ञानिकों द्वारा तैयार की गई एक अगेती गन्ना किस्म है। गन्ने की यह किस्म 14 से 15 फीट तक लंबाई आसानी से ले लेती है। इसका अगोला गहरे हरे रंग का होता है। इसका अगोला आखिरी अप्रैल तक भी हरा-भरा रहता है। इस किस्म की बिजाई आप किसी भी मौसम में कर सकते हैं। गन्ने की यह किस्म COV-89101 और COS-96260 किस्म को मिलाकर तैयार की गई है। पूरा लेख पढ़ें।

CO-5009 गन्ना किस्म 

CO-5009 गन्ना किस्म गन्ना प्रजनन संस्थान, कोयंबटूर द्वारा की गई एक किस्म है। गन्ने की इस किस्म इस किस्म में कल्लों फुटाव बहुत अच्छा होता है। इसकी एक आंख से 8 से 10 गन्ने आसानी से बन जाते हैं। गन्ने की यह किस्म रेड रॉट, टॉप बोरर और पोका बोइंग जैसे रोगों से सुरक्षित है। पूरा लेख पढ़ें।

आप ऊपर दी गई इनमें से किसी भी किस्म की बिजाई कर सकते हैं। अपने इन किस्मो से कौन सी किस्म की बिजाई की है, और आप कहां से आते हैं। इस बारे में कमेंट जरुर करें। आपको मेरे द्वारा दी गई जानकारी कैसी लगी। कृपया कमेंट के माध्यम से जरूर बताएं और इसे आगे अन्य किसानों तक अवश्य शेयर करें। धन्यवाद!

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Kheti jankari

मैं एक किसान हूँ, और खेती में एक्सपर्ट लोगो से मेरा संपर्क है। मैं उनके द्वारा दी गयी जानकारी और अनुभव को आपके साथ साँझा करता हूँ। मेरा प्रयास किसानों तक सही जानकारी देना है। ताकि खेती पर हो रहे खर्च को कम किया जा सके।

5 thoughts on “गन्ने की टॉप 10 किस्में:Top 10 varieties of sugarcane”

  1. नमस्कार इस लेख में यह नहीं बताया गया है कि कौन सी प्रजाति, कौन से क्षेत्र के किसानों के लिए उपयुक्त रहेगी।कृपया स्पष्ट करके लेख को पुनः प्रकाशित करें।s

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