खेती में यूरिया नाइट्रोजन का मुख्या स्त्रोत होता है। वातावरण में 78% नाइट्रोजन पायी जाती है। लेकिन फिर पौधें को अलग से नाइट्रोजन की देने की आवश्यकता पड़ता है। क्यूंकि पौधा नाइट्रोजन को नाइट्रेट फॉर्म में लेता है। इसलिए फसल में यूरिया का सबसे अधिक प्रयोग किया जाता है। ज्यादातर यूरिया का प्रयोग किसानों द्वारा मिट्टी में किया जाता है। यूरिया अधिक मात्रा में प्रयोग करने से किसानों को यूरिया की किल्लत भी देखी जा सकती है। यूरिया के लिए किसानों को लाइनों में लगना पड़ता है और उन्हें यूरिया बाजार में अधिक दामों पर खरीदना पड़ता है। यूरिया के मिटटी में अधिक प्रयोग करने से मिटटी को नहीं नुक्सान होता है। इसलिए मैं आज आपको एक ऐसा विकल्प बताऊंगा जिससे आप मात्र 13 किलोग्राम यूरिया से की अपनी गेहूं की पूरी फसल को तैयार कर सकते हैं। जिस फसल में आप तीन बैग यूरिया डालते थे, उसे फसल को आप मात्र 13 किलोग्राम यूरिया से तैयार कर सकते हैं। इससे आपकी फसल में किसी प्रकार का कोई नुकसान नहीं होगा। और आपका फसल पर खर्च भी बच जायेगा।
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गेहूं में यूरिया डालने का सही तरीका
किसान भाई अपनी गेहूं की फसल को मात्र 13 किलोग्राम यूरिया से तैयार कर सकते हैं। इसके लिए आपको यूरिया स्प्रे के द्वारा फसल में डालना पड़ेगा। इससे आपका यूरिया का खर्च बच जाएगा और किसान भाई स्प्रे द्वारा नाइट्रोजन की पूर्ति अपनी फसल में आसानी से कर सकते हैं। इसके लिए आपको 13kg यूरिया को पांच भागों में बांटकर देना है। यह पांच भाग की मात्रा नीचे बताई गई है-
पहले स्प्रे – गेहूं में पहले स्प्रे में हमने यूरिया की 1 किलोग्राम मात्रा लेनी है। और इसके साथ आप ह्यूमिक एसिड, चेलटेड जिंक, मैंगनीज, मैग्नीशियम या फेरस सल्फेट का इस्तेमाल भी कर सकते हैं। यह स्प्रे आपको 20 से 25 दिन पर करना है। यह 1 किलोग्राम यूरिया आपकी फसल में नइट्रोज़न की पूर्ति आसानी से कर देगा।
दूसरा स्प्रे – दूसरे स्प्रे में आप 3 किलोग्राम यूरिए का घोल बनाकर। उसका स्प्रे अपनी गेहूं की फसल पर करेंगे। यह स्प्रे आपको 30 से 35 दिन पर करना है।
तीसरा स्प्रे – तीसरे स्प्रे में भी आप 3 किलोग्राम यूरिया प्रति एकड़ का इस्तेमाल करेंगे। इस समय अगर आप चाहे तो चेल्टेड जिंक का भी इस्तेमाल कर सकते हैं। चेल्टेड जिंक आपको 125 से 150 ग्राम प्रति एकड़ में प्रयोग करनी है। यह स्प्रे आपको 45 से 50 दिन पर करना है।
चौथा स्प्रे – चौथे स्प्रे में आप यूरिया की मात्रा 3 किलोग्राम प्रति एकड़ के हिसाब से करनी है। यह स्प्रे आपको 70 दिन के लगभग करना है।
पांचवा स्प्रे – पांचवा और आखिरी स्प्रे में भी आपको तीन किलोग्राम यूरिया की आवश्यकता पड़ेगी। अगर आप चाहे तो इस समय अन्य माइक्रोन्यूट्रिएंट्स का स्प्रे भी इस समय कर सकते हैं। यह स्प्रे अपने 90 से 95 दिन के लगभग अपनी फसल पर करना है। इसके बाद आप अपनी गेहूं की फसल में यूरिया का इस्तेमाल न करें।
किसान भाई इसके साथ आप जिंक, सल्फर और माइक्रो न्यूट्रिएंट्स को जमीन में अवश्य डाल दें। ताकि पौधा जमीन से भी माइक्रोन्यूट्रिएंट्स की पूर्ति करता रहे। लेकिन इसके साथ आपको यूरिया का प्रयोग नहीं करना है। यूरिया आप स्प्रे के द्वारा ही दें।
जिन किसान भाइयों ने स्प्रे में यूरिया को प्रयोग पहले भी अपनी फसल तैयार की है, वो कृपा बताएं की उनके ऐसे कितनी पैदावार निकली है। ताकि दूसरे किसान भी से लाभ ले सकें और यूरिया की होने वाली किल्लत से बचा सके। धन्यवाद!
अक्सर पूछे जाने प्रश्न
गेहूं में यूरिया कितने दिन बाद देना चाहिए?
गेहूं की फसल में पहला यूरिया 20 से 25 दिन पर दे देना चाहिए।
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