गेहूँ
हरी खाद की खेती कैसे करें:ढांचे के लिए सरकार द्वारा बीज अनुदान
ढैंचा की खेती दलहनी फसल के रूप में की जाती है। किसान भाई इसकी खेती हरी खाद और बीज दोनों के लिए करते हैं। ढैंचा के हरे पौधों से तैयार की गई खाद खेत की उर्वरक शक्ति को काफी ज्यादा बढ़ा देती है।
फसल की पैदावार बढ़ाने वाला इंजेक्शन(टिका)|ortho salicylic acid use in crop
किसान साथियो नमस्कार, फसल की पैदावार बढ़ाने की बात करें तो बाजार में दुकानों पर ...
पौधे में कौन कौन से हार्मोन पाए जाते हैं|Hormones role in plants
पौधे में इस्तेमाल होने वाले सबसे शक्तिशाली दवाइयों का काम हमेशा हार्मोस से संबंधित होता ...
पौधे में पोषक तत्वों का महत्व और कार्य|Importance and functions of nutrients in plants
पौधे के पोषक तत्वों का का महत्व और कार्य नमस्कार किसान साथियों, आज हम पौधे ...
इस वैज्ञानिक तरीके से करें गेहूं बिजाई से पहले बीज उपचार:Treat seeds using F.I.B method
F.I.B का मतलब फंगीसाइड, इंसेंटिसाइड और बैक्टीरियासाइड यानी फूफंदी नाशक से बीज उपचार, कीटनाशक से बीज उपचार और जीवाणुनाशक से बीज उपचार करना। इसमें सबसे पहले आपको फफूंदी नाशक से, उसके बाद कीट नाशक से और बाद में जीवाणु नाशक से इन तीनों से बीज उपचार करना चाहिए
बंपर पैदावार के लिए इस समय करें गेहूं की बिजाई:Right time to sow wheat
गेहूं की बिजाई हम तीन चरणों में करते हैं- पहले चरण अगेती बजाई के लिए, दूसरा चरण समय पर बिजाई के लिए और तीसरा चरण पिछेती बिजाई के लिए। पहले चरण में हम उन किस्मों का चयन करना चाहिए हैं, जो पकने में अधिक समय लेती हैं। दूसरे चरण में हम मध्य समय में पकने वाली किस्म का प्रयोग करते हैं, और तीसरा चरण में हम कम समय में पकने वाली किस्म का प्रयोग करते हैं। गेहूं की बजाई करने के लिए सबसे उपयुक्त तापमान 20 से 25 डिग्री सेंटीग्रेड तक होता है।
बरानी क्षेत्र के लिए बनाई गई है ये खास गेहूं की तीन किस्में:Wheat varieties of HAU
बरानी क्षेत्र के लिए चौधरी चरण सिंह कृषि विश्वविद्यालय हिसार (हरियाणा) द्वारा तीन किस्में बनाई गई है। जो किसानों को पिछले काफी समय से अच्छी पैदावार निकाल कर दे रही हैं।
डीएपी और एसएसपी को छोड़ गेहूं बजाई में करें इस ताकतवर खाद का इस्तेमाल:Best fertilizer for wheat sowing
गेहूं की बिजाई करते समय हमें एनपीके यानी नाइट्रोजन, फास्फोरस और पोटाश का मिश्रण डालना पड़ता है। जिससे पौधे को शुरू से ही तीनों तत्वों की पूर्ति हो सके और वह जल्दी बढ़वार करें।
सबसे अधिक बजाई की जानें वाली गेहूँ किस्म HD-2967 की खूबियाँ जानें:HD-2967 wheat variety
फसल से अच्छी पैदावार लेने के लिए हमें एक उच्च गुणवत्ता वाले बीज की आवश्यकता ...
किसानों में तहलका मचाएगी गेहूं ये किस्म:DBW-332 wheat variety
गेहूं की यह किस्म भारतीय गेहूं एवं जो अनुसंधान संस्थान करनाल के वैज्ञानिकों द्वारा बनाई गई। यह किस्म करण आदित्य के नाम से जानी जाती है। इस किस्म की लंबाई 100 सेंटीमीटर तक रहती है। माध्यम लंबाई होने के कारण इस किस्म में गिरने की संभावना कम रहती है।
चौधरी चरण सिंह हरियाणा एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी द्वारा विकसित गेहूं किस्म डब्ल्यू एच–1270 की विशेषताएं जानें|WH-1270 wheat variety
Wh–1270 गेहूं की चौधरी चरण सिंह हरियाणा एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी हिसार(हरियाणा) द्वारा विकसित की गई एक गेहूं किस्म है। जो पकने में लगभग 150 से 155 दिन का समय लेती है। इस किस्म को किसान भाई काफी पसंद करते हैं। क्योंकि यह मध्य लंबाई वाली किस्म है। इसमें गिरने की समस्या बहुत कम रहती है। इसकी लंबाई लगभग 100 सेंटीमीटर तक रहती है।
गेहूं की फसल में बंपर पैदावार के लिए पहले पानी देने का सही समय जानें:गेहूं में पानी देने का सही तरीका जानें
गेहूं में पानी देने का समय आपकी बजाई करने के समय पर निर्भर करता है। अगर आपने गेहूं की बिजाई अक्टूबर में की है। तो आपको पहला पानी 20 से 25 दिन पर लगाना पड़ेगा। अगर आपने गेहूं की बिजाई नवंबर या दिसंबर में की है। तो आप 25 से 30 दिन पर पहला पानी लगाएं। क्योंकि उसे समय ठंड थोड़ी ज्यादा बढ़ जाती है, और रात को ओस अधिक पड़ती है। जिससे मिट्टी गिल्ली रहती है।