गेहूं की टॉप किस्में

डब्ल्यूएच-1402 गेहूं किस्म की विशेषताएं:रेतली मिटटी और कम पानी में बम्पर उत्पादन:WH-1402 wheat variety

कृषि वैज्ञानिक डॉ ओमप्रकाश बिश्नोई के अनुसार डब्ल्यूएच-1402 गेहूं किस्म दो पानी में भी रिकॉर्ड तोड़ उत्पादन देने की क्षमता रखती है। यह गेहूं किस्म रेताली मिट्टी में भी काफी अच्छी पैदावार निकाल कर देती है। इस गेहूं किस्म में पहला पानी 20 से 25 दिन पर और दूसरा पानी 80 से 85 दिन पर देना है।

दिसंबर के महीने में करें इन गेहूं किस्मों की बिजाई मिलेगी अधिक पैदावार(2024):late wheat varieties

गेहूं की बिजाई का सही समय वैसे तो 5 नवंबर से लेकर 25 नवंबर तक का होता है। लेकिन कुछ किसान भाई गन्ना कटाई के बाद भी गेहूं की बिजाई करते हैं। गन्ने की कटाई आमतौर पर दिसंबर से लेकर मार्च अप्रैल तक होती है। किसान दिसंबर में कटाई किए जाने वाले गन्ने के खेत में गेहूं की बिजाई करते हैं। इस समय गेहूं की बिजाई के लिए आपको कुछ विशेष किस्म का चयन करना पड़ता है।

न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीद के लिए रबी फसल का पंजीकरण शुरू(2024):How to register on Meri Fasal Mera Byora

मेरी फसल मेरी ब्यौरा में पंजीकरण करने के लिए आप अपने मोबाइल में मेरी फसल मेरा ब्यौरा वेबसाइट पर जाकर पंजीकरण कर सकते हैं। या फिर आप सरकार द्वारा जारी एंड्रॉयड एप्लिकेशन मेरी फसल मेरी ब्यौरा को भी डाउनलोड कर सकते हैं। फसल का पंजीकरण आप नजदीकी सीएससी सेंटर भी कर सकते हैं। फसल के पंजीकरण के लिए आपको अपने खसरा नंबर या खेत का नंबर और अपना मोबाइल नंबर डालना होगा

पैदावार के मामले में इस गेहूं किस्म का नहीं है कोई मुकाबला(2024):wheat variety of dehaat

DWS-777 देहात (DEHAAT) की एक रिसर्च गेहूं किस्म है। इस किस्म की मुख्य विशेषता यह है। इसकी बालियाँ लंबी और नाली मोटी होती है। जिससे यह गिरने के प्रति सहनशील है। यह एक माध्यम ऊंचाई वाले गेहूं किस्म है। इसकी ऊंचाई लगभग 90 से 100 सेंटीमीटर तक रहती है। पीला रतुआ और बड़ा रतुआ रोगों के प्रति यह किस्म सहनशील है। इसके दाने भूरे और सुनहरे होते हैं। इस किस्म में फुटाव अन्य किस्मों के मुकाबले अधिक होता है। इस गेहूं किस्म को पिछले वर्षों से काफी पसंद कर रहे हैं।

ऐसी गेहूँ किस्म जिसका आपको 55kg से 60kg बीज प्रति एकड़ डालना जरूरी है:Pusa veshash wheat variety

गेहूं की यह किस्म पूसा विशेष के नाम से जानी जाती है। पूसा विशेष इसका नाम इसलिए पड़ा क्योंकि यह किसानों के लिए विशेष किस्म साबित हुई है। यह किसानों को लेट बजाई में सबसे अच्छी पैदावार निकाल कर देती है। यह किस्म पूसा यूनिवर्सिटी दिल्ली द्वारा विकसित की गई विकसित की गई। इस किस्म की लंबाई माध्यम रहती है। यह किस्म 90 सेंटीमीटर तक लंबी हो जाती है।

गर्मी को सहन करने की अधिक क्षमता रखती है पंजाब की यह गेहूं किस्म(2024):PBW-752 wheat variety

PBW-752 गेहूं की किस्म पंजाब एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी लुधियाना द्वारा 2019 में बनाई गई थी। यह गेहूं किस्म गर्मी को सहन करने की अधिक क्षमता रखती है। मार्च में पढ़ने वाली गर्मी में इसका दाना सिकुड़ता नहीं है। जिससे अधिक पैदावार निकालकर देती है।

धान के जैसे पैदावार देने वाली गेहूं की सबसे अच्छी किस्म(2024):wheat variety of mahyco company

मुकुट प्लस (MWL 6278) गेहूं किस्म महीको इंडिया प्राइवेट लिमिटेड की एक रिसर्च किस्म है। यह एक अच्छी लंबाई वाले गेहूं किस्म है। इसकी लंबाई 105 से 110 सेंटीमीटर तक रहती है। इस गेहूं में कल्ले अधिक निकलते हैं। और तना मजबूत होता है। जिससे यह गिरने के प्रति सहनशील है।

गेहूं किस्मों में सबका बाप है ये गेहूं किस्म(2024):श्रीराम सीड्स की सबसे अधिक पैदावार देने वाली गेहूं किस्म

गेहूं की यह एक मध्यम लंबाई वाली गेहूं किस्म है। इसकी लंबाई लगभग 90 से 95 सेंटीमीटर तक रहती है। इसका तना मजबूत होता है। जिससे यह गिरने के प्रति सहनशील है। गेहूं की इस किस्म में कल्ले अधिक मात्रा में फूटते हैं, इसमें 12 से 15 कल्ले आसानी से निकल आते हैं।

डीएपी और एसएसपी को छोड़ गेहूं बजाई में करें इस ताकतवर खाद का इस्तेमाल(2024):Best fertilizer for wheat sowing

गेहूं की बिजाई करते समय हमें एनपीके यानी नाइट्रोजन, फास्फोरस और पोटाश का मिश्रण डालना पड़ता है। जिससे पौधे को शुरू से ही तीनों तत्वों की पूर्ति हो सके और वह जल्दी बढ़वार करें।

इस वैज्ञानिक तरीके से करें गेहूं बिजाई से पहले बीज उपचार(2023):Treat seeds using F.I.B method

F.I.B का मतलब फंगीसाइड, इंसेंटिसाइड और बैक्टीरियासाइड यानी फूफंदी नाशक से बीज उपचार, कीटनाशक से बीज उपचार और जीवाणुनाशक से बीज उपचार करना। इसमें सबसे पहले आपको फफूंदी नाशक से, उसके बाद कीट नाशक से और बाद में जीवाणु नाशक से इन तीनों से बीज उपचार करना चाहिए

बरानी क्षेत्र के लिए बनाई गई है ये खास गेहूं की तीन किस्में(2023):Wheat varieties of HAU

बरानी क्षेत्र के लिए चौधरी चरण सिंह कृषि विश्वविद्यालय हिसार (हरियाणा) द्वारा तीन किस्में बनाई गई है। जो किसानों को पिछले काफी समय से अच्छी पैदावार निकाल कर दे रही हैं।

पंजाब और हरियाणा के किसानों द्वारा पसंद की जाने वाली गेहूं की खास उन्नत किस्म की करें बजाई:अधिक पैदावार, सम्पूर्ण जानकरी

गेहूं की यह किस्म पंजाब कृषि विश्वविद्यालय द्वारा वर्ष 2013-14 में बनाई गई। गेहूं की यह एक रिसर्च किस्म है। गेहूं की इस किस्म की नाली मोटी और मजबूत होती है। जिससे यह तेज हवाओं में नहीं गिरती। यह एक मध्यम ऊंचाई वाली गेहूं की समय है।

बंपर पैदावार के लिए कठोर, मोटे और चमकदार दाने वाली इस गेहूं किस्म की करें बजाई(2024):Wheat variety of Shriram Seeds

श्रीराम सुपर-111 श्रीराम सीड्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड की एक रिसर्च गेहूं की किस्म है। गेहूं की यह एक मध्यम ऊंचाई वाली गेहूं किस्म है। इसकी ऊंचाई लगभग 100 सेंटीमीटर तक रहती है। गेहूं की इस किस्म का दाना कठोर, मोटा और चमकदार होता है। दाना मोटा होने के कारण इस किस्म की रोटी भी अच्छी बनती है।

लेट बजाई और रोगों से लड़ने की क्षमता रखने वाली इस खास गेहूं किस्म की बिजाई करें(2023):Wheat variety of Punjab Agricultural University

गेहूं की PB-373 गेहूं किस्म पंजाब कृषि विश्वविद्यालय द्वारा बनाई गई एक रिसर्च गेहूं किस्म है। यह एक मध्यम ऊंचाई वाली गेहूं किस्म है। इसकी ऊंचाई 90 सेंटीमीटर के लगभग रहती है।

WH-1105 गेहूं किस्म की विशेषताएं:best variety of wheat

WH-1105 चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय (हिसार) द्वारा बनाई गई एक रिसर्च गेहूं किस्म है। इसकी लंबाई लगभग 97 से 100 सेंटीमीटर तक रहती है। इस गेहूं की सबसे खास बात यह है, कि इसका तना मजबूत होता है। और यह तेज हवाओं में भी गिरती नहीं है।

C–306 गेहूं किस्म की विशेषताएं:गेहूं की देसी किस्म

C–306 चौधरी चरण सिंह कृषि विश्वविद्यालय हिसार द्वारा वर्ष 1969 में निकल गई थी। गेहूं की इस किस्म की लंबाई अधिक होती है। इस किस्म की लंबाई 110 से 115 सेंटीमीटर के लगभग रहती है। लंबाई अधिक होने के कारण इस गेहूं किस्म में गिरने की समस्या रहती है।

श्रीराम सुपर-252 गेहूं किस्म की विशेषताएं:Improved wheat variety of Shriram Seeds

श्रीराम सुपर-252 गेहूं किस्म श्रीराम सीड्स इंडिया लिमिटेड द्वारा बनाई गई एक रिसर्च गेहूं किस्म है। गेहूं की यह एक अच्छी ऊंचाई वाली गेहूं किस्म है। इसकी ऊंचाई लगभग 103 सेंटीमीटर के आसपास रहती है। गेहूं की इस किस्म से भूसा अधिक बनता है। इस किस्म में गिरने की समस्या बिल्कुल भी नहीं है।

गेहूं में बिजाई के तुरंत बाद खरपतवारों को उगने से रोकने वाली इस सस्ती दवाई का इस्तेमाल करें(2024):किसान अपना समय और पैसा बचाएं

किसान साथियों गेहूं में बहुत सारे संकरी और चौड़ी पत्ती के खरपतवार उग जाते हैं। खरपतवारों को हम दो तरीके से नष्ट सकते हैं, उगने से पहले और उगाने के बाद। लेकिन कुछ खरपतवार जो जो गेहूं की फसल में अधिक मात्रा में उगते हैं। उनमें गुल्ली डंड (मांडुसी) मुख्य खरपतवार है।

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