farming

गेहूं में जड़ों के पास दिखने लगा गुलाबी सुंडी का प्रकोप(2023):How to prevent caterpillar in wheat

गेहूं की बिजाई लगभग पूरी हो गयी है। कुछ किसानों की गेहूं की फसल 20 से 25 दिन की हो गई है। और किसान उसमें पानी लगाने की तैयारी कर रहे है। इस समय गेहूं की फसल में एक नई समस्या देखने को मिल रही है। गेहूं की जड़ों में आपको एक सुंडी दिखाई देगी। जिसका रंग हल्का गुलाबी है। और वह जड़ों को काटकर गेहूं की फसल को नुकसान पहुंचा रही है। अगर अपने गेहूं की सुपर सीडर या हैप्पी सीडर से गेहूं की हो तो उन खेतों में ये कीट आपको अधिक मात्रा में देखने को मिलता है।

आलू में झुलसा रोग की आने से पहले ही करें पहचान आपनाएँ ये आसान तरीका(2023):Potato crop diseases and treatment

आलू की फसल के पौधे जब बड़े हो जाए और पौधे आपस में टकराने लगे। पूरा खेत पत्तों से भर जाए और वातावरण में नमी हो या बार-बार बारिश हो रही हो। तो आलू में झुलसा रोग फैलने के लिए ये सबसे अच्छा समय होता हैं। जब ओस पत्तों पर अधिक देर रहती है, और दोपहर में धूप के कारण मौसम गर्म हो जाता है तापमान 10 से 20 डिग्री के बीच रहता है। उस समय आलू की फसल में झुलसा रोग तेजी से फैलता है।

न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीद के लिए रबी फसल का पंजीकरण शुरू:How to register on Meri Fasal Mera Byora

मेरी फसल मेरी ब्यौरा में पंजीकरण करने के लिए आप अपने मोबाइल में मेरी फसल मेरा ब्यौरा वेबसाइट पर जाकर पंजीकरण कर सकते हैं। या फिर आप सरकार द्वारा जारी एंड्रॉयड एप्लिकेशन मेरी फसल मेरी ब्यौरा को भी डाउनलोड कर सकते हैं। फसल का पंजीकरण आप नजदीकी सीएससी सेंटर भी कर सकते हैं। फसल के पंजीकरण के लिए आपको अपने खसरा नंबर या खेत का नंबर और अपना मोबाइल नंबर डालना होगा

15 दिन में आलू का साइज डबल करने के लिए सबसे दमदार स्प्रे:Best way to increase the size of potatoes

आलू एक ऐसी फसल है जिसमें आप जितना डालते हो उससे अधिक उसमें से निकाल सकते हो। आलू की फसल किसानों को हमेशा मुनाफा ही देती है। आलू में अत्यधिक खादों का प्रयोग करके आप पैदावार को बड़ा सकते हैं। जिन किसानों ने आलू की बिजाई किए हुए 30 से 40 दिन का समय हो गया है। वह किसान भाई इस समय अपने आलू का साइज बढ़ाने के लिए एक स्प्रे कर सकते हैं।

कपास किसानों के लिए खुशखबरी:हरियाणा फसल सुरक्षा योजना के तहत इन जिलों के किसानों को मिलेगी ₹30000 तक की वित्तीय सहायता

किसान अपनी फसल से अच्छा उत्पादन लेने के लिए दिन-रात मेहनत कर सकते हैं। परंतु प्राकृतिक आपदाओं के चलते किसान अपनी फसल की रक्षा करने में असमर्थ है। जब किसान की फसल पर बारिश, ओलावृष्टि, बाढ़ या फिर तेज हवाएं इत्यादि प्राकृतिक आपदाओं के चलते खराब हो जाती हैं।

धान में प्रयोग होने वाले सबसे अच्छे दानेदार कीटनाशक(2023):Best granular insecticide for paddy

धान खरीफ की मुख्या फसल है। भारत के लगभग सभी भागों में धान की खेती को जाती है। धान की फसल में किसानों को अनेक प्रकार के कीट देखने को मिलते हैं। इनमें से ज्यादातर केट पत्तों और तनु पर देखे जाते हैं। कुछ कीटों को हम दानेदार कीटनाशकों की सहायता से आसानी से कंट्रोल कर सकते हैं। लेकिन कुछ कीटों को हमें सिर्फ स्प्रे के द्वारा ही कंट्रोल पड़ता है। दानेदार कीटनाशकों का प्रयोग हमें जड़ों में करना पड़ता है। बाजार मैं आपको अनेक तरह के दानेदार कीटनाशक मिल जाते हैं। यह कीटनाशक अ

गेंदे के फूलों की उन्नत खेती कब और कैसे करें|how to do advanced cultivation of Marigold flowers

गेंदे की फूलों की खेती लगभग हर प्रकार की मिट्टी और जलवायु में की जा ...

धान में लगने वाली मुख्य बीमारियां की पहचान और उनकी रोकथाम|Major diseases of paddy(2023)

रोग फसलों के लिए एक ऐसा श्राप है जो देखते ही देखते पूरी फसल को बर्बाद कर देता है। किसानों की मेहनत और फसल की लागत का एक बड़ा हिस्सा किन रोगों की रोकथाम के ऊपर खर्च हो जाता है।

धान की फसल में खाद प्रबंधन|Fertilizer Management in Paddy Crop

धान की फसल में खाद प्रबंधन नमस्कार किसान साथियों, धान की फसल में खाद प्रबंधन ...