मक्का का सबसे खतरनाक कीट रोग:- किसान साथियों नमस्कार, मक्का की बिजाई लगभग पूरे भारत में की जाती है। लेकिन मक्का में रोग काफी अधिक मात्रा में देखने को मिलते है, ये रोग मक्का की फसल में बड़ी तेजी से फैलते है। मक्का में कीट रोगों की बात करें। तो इसमें कहीं प्रकार के कीट रोग देखे जाते हैं। लेकिन इसका सबसे खतरनाक कीट रोग फॉल आर्मी वार्म या सुंडी रोग है। यह एक विदेशी कीट है। जो अमेरिका से वर्ष 2018 में भारत में आया था। यह रोग भारत में सबसे पहले कर्नाटक राज्य के किसानों को देखने को मिला था। उससे अब यह रोक धीरे-धीरे पूरे भारत में मक्का की फसल में फैलने लगा है। यह कीट मक्का की फसल पर 100% तक नुकसान कर सकता है। इसलिए इसका समय पर रोकथाम करनी काफी ज्यादा आवश्यक है। फल आर्मी वर्म किट की पहचान और उसकी रोकथाम के तरीकों के बारे में जानकारी के लिए कृपया पुरा लेख पढ़ें।
मक्का में खरपतवार नाशकों का प्रयोग करते समय ध्यान रखने योग्य मुख्य बातें
फॉल आर्मी वार्म कीट की पहचान
फॉल आर्मी वार्म कीट की बात करें। तो यह एक सुंडी जैसा कीट होता है। जो मट मेले रंग की होती है। इसके ऊपर छोटे- छोटे बिंदु बने होते है। यह मक्के के ऊपर भाग को खाकर नष्ट कर देती है। और मक्के की फसल में पत्तों को काटकर काफी ज्यादा नुकसान करता है। इस कीट की मक्का में 5 से 6 स्टेज देखी जाती है। आखरी स्टेज में इसको कंट्रोल करना काफी ज्यादा मुश्किल होता है। इसलिए इसको तीसरे या चौथे स्टेज में कंट्रोल कर लेना जरूरी होता है। मक्का में फॉल आर्मी वार्म की पहचान की नीचे बताई गयी है।
- इसकी पहली और दूसरी स्टेज में पौधे पर लंबे-लंबे और सफेद धब्बे दिखाई देते हैं। इसके बाद पौधे पर आपके छोटे-छोटे छेद भी दिखाई देने लग जाते हैं।
- तीसरी और चौथी स्टेज की बात करें, तो इस स्टेज में पत्तियां आपको कटी-फटी नजर आएंगे।
- पांचवी और छठी स्टेज में इस किट का मल काफी अधिक मात्रा में आपको पत्तों पर या भुट्टे के आसपास दिखाई देता है। इस स्टेज में यह कीट भुट्टे के अंदर या पौधे के अंदर चला जाता है। जिससे इसको कंट्रोल करना काफी ज्यादा मुश्किल हो जाता है। यह इसकी अंतिम स्टेज होती है।
फॉल आर्मी वार्म की रोकथाम के लिए मुख्य कीटनाशक
इस कीट की रोकथाम की बात करें। तो इसको तीसरी से चौथी स्टेज पर कंट्रोल कर लेना चाहिए। जिससे आपकी फसल को कम से कम नुकसान हो। वैसे तो इसकी शुरुआती लक्षण दिखने पर ही आपको स्प्रे कर देना चाहिए। मक्का में फॉल आर्मी वार्म की रोकथाम के लिए चार टॉप कीटनाशक दवाइयां नीचे बताई गई है।
प्रोक्लेम (इमामेक्टिन बेंजोएट 5% एसजी) 100 ग्राम प्रति एकड़, सिन्जेंटा एम्प्लिगो (क्लोराट्रानिलप्रोल (10%)+ लैम्बडासाइहलोथ्रिन (5%) 100ml प्रति एकड़, कोराजन (क्लोरेंट्रानिलिप्रोल 18.5% w/w) 60ml प्रति एकड़ और लारवाइन (थायोडिकार्ब 75% WP) 300 ग्राम प्रति एकड़ के हिसाब से आप मक्का की फसल में प्रयोग कर सकते हैं। इन सभी कीटनाशकों में से जो भी आपको आसानी से उपलब्ध हो आप उसका प्रयोग कर सकते है। इन सबके आपको अच्छे रिजल्ट देखने को मिलेगें।
नोट- किसान साथियों अब जब भी मक्का की फसल में स्प्रे करें, तो आपको सुबह या शाम के समय स्प्रे करें। धूप में स्प्रे करने से बचे।
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