मक्का की खेती

मक्का का सबसे खतरनाक कीट रोग:समय पर कंट्रोल जरूरी, सावधान रहे किसान

मक्का का सबसे खतरनाक कीट रोग:- किसान साथियों नमस्कार, मक्का की बिजाई लगभग पूरे भारत ...

मक्का में खरपतवार नाशकों का प्रयोग करते समय ध्यान रखने योग्य मुख्य बातें:Main precautions while using herbicides in maize

मक्का में खरपतवार नाशकों का प्रयोग करते समय ध्यान रखने योग्य मुख्य बातें:- मक्का की ...

मक्का में खरपतवार नियंत्रण की सबसे बेस्ट दवाइयां:Main herbicides in maize

मक्का में अलग-अलग प्रकार के सकरी पत्ती वाले खरपतवार पाए जाते हैं। इन सकरी पत्ती वाले खरपतवारों को नष्ट करने के लिए कई प्रकार की दवाइयां बाजार में मिलती है। इनमें मुख्य रूप से लौडिस (बयार), टाइनज़र (बास्फ़) और एट्राज़िन का इस्तेमाल किया जाता है।

मक्का में पहला खाद:यूरिया के साथ क्या डालें:When to apply first fertilizer to maize

मक्के में पहले खाद के समय की बात करें। तो हमें पहले खाद 20 से 25 दिन पर डाल देना चाहिए। 20 से 25 दिन पर हमें मक्का की फसल की सिंचाई करनी पड़ती है। उस समय हमें इसमें खाद डालें और इसके बाद इसमें हल्की सिंचाई कर दें। सिंचाई करने के बाद आपको अपने मक्का की निराई-गुड़ाई करनी है।

मक्का में खरपतवार नियंत्रण करने का सही तरीका:मक्का में खरपतवार के नुक्सान से कैसे बचें:weed control in maize

मक्का की बिजाई कुछ किसानों ने शुरू कर दी है, और कुछ किसान बिजाई करने वाले हैं। खेती में खरपतवार एक मुख्य समस्या शुरू से ही रही है। इसमें आप किसी भी फसल की बात करें, तो उसमें खरपतवार काफी जो ज्यादा नुकसान करते हैं। आप जो खादो और न्यूट्रिशन को मिट्टी में देते हैं, उनको खरपतवार ग्रहण करके आपकी फसल को काफी ज्यादा नुकसान पहुंचाते हैं। ऐसे ही मक्का की फसल में भी खरपतवार बिजाई के तुरंत बाद ही उगने लग जाते हैं, और कई बार तो मक्का उगने से पहले ही खरपतवार इतने बड़े हो जाते हैं। कि वह आपकी फसल को काफी ज्यादा नुकसान करते हैं।

मक्का में बिजाई के समय ताकतवर खाद कांबिनेशन:100 क्विंटल पैदावार का तरीका:Best fertilizer at the time of sowing of maize

मक्का एक ऐसी फसल है, जिसकी बिजाई लगभग पूरे भारत में की जाती है। मक्का की कुछ क्षेत्रों में तो पैदावार 50 क्विंटल तथा कुछ क्षेत्रों में 100 क्विंटल के लगभग भी देखी जाती है। मक्का की पैदावार में इतने अंतर कई कारणों से होते हैं। जिसमें खाद भी एक महत्वपूर्ण रोल अदा करता है। मक्का की फसल खाद को सीधे तौर पर ग्रहण करती है, और इसको अधिक मात्रा में खादों की आवश्यकता होती है।

डिकाल्ब-8181 मक्का किस्म:Dekalb-8181 corn variety characteristics

मक्का की बिजाई ज्यादातर किसान आलू की खुदाई के बाद करते हैं। हरियाणा और पंजाब के किसान मुख्यता इसी समय मक्का की सबसे अधिक बजाई करते हैं। यह मक्के की बिजाई का सबसे उपयुक्त समय है। मक्के की बिजाई आमतौर पर जायद और खरीफ के मौसम में की जाती है। मक्का की अनेक किस्में आपको बाजार में देखने को मिल जाती है। जो अलग-अलग सीजन के लिए बनाई जाती है। डिकाल्ब-8181 मक्का किस्म बायर सीड्स की किस्म है।

DKC-9108 प्लस मक्का किस्म की विशेषताएं:Hybrid maize variety from Bayer Seeds

इस समय आलू की खुदाई लगभग शुरू हो चुकी है। आलू की खुदाई के बाद किसान भाई मक्का की बिजाई मुख्या तौर पर शुरू कर देते हैं। मक्का की एक ऐसी फसल है। जिसको आप दो फसलों के बीच में भी ले सकते हैं। यह कम समय पकाने वाली और अधिक पैदावार देने वाली खेती है। मक्का की काफी सारी किस्म बाजार में आपको देखने को मिल जाती हैं। एक किस्म जो बायर सीड्स द्वारा दी जाती है। यह लगभग तीन महीने में पैक कर तैयार हो जाती है। मक्का की यह किस्म DKC-9108 प्लस के नाम से जानी जाती है।

ADV-757 मक्का किस्म की विशेषताएं:High yielding hybrid maize variety

अलग-अलग कंपनियों की अलग-अलग किस्म क्षेत्र के हिसाब से मशहूर होती हैं। हर कंपनी की एक ऐसी किस्म होती है, जो सबसे अधिक पैदावार निकालकर देती है। कंपनियां इन किस्म में समय-समय पर बदलाव करके इसे अधिक पैदावार लेने के लिए भी तैयार करते हैं। अच्छी पैदावार लेने के लिए आपको उन्नत किस्मों का चुनाव करना पड़ेगा। ऐसी ही एक किस्म एडवांटा सीट्स द्वारा तैयार की जाती है। एडवांटा सीड्स द्वारा दी जाने वाली सभी किस्म में ये किस्म सबसे अधिक पैदावार निकाल कर देती है।

PAC-751 (इलाईट) मक्का किस्म की विशेषताएं:hybrid variety of maize

एडवांटा सीड्स मक्का की अनेक तरह की किस्म किसानों के लिए बनता है। इन किस्मो की अलग-अलग विशेषताएं होती हैं। कुछ किस्म भारी मिट्टी के लिए बनी होती है, तथा कुछ इसमें हल्की मिट्टी के लिए बनाई जाती है। PAC-751 (इलाईट) एडवांटा सीट्स द्वारा बनाई गयी मक्का की हाइब्रिड किस्म है। एडवांटा सीट्स यूपीएल कंपनी का एक ब्रांड है।

ADV-9293 मक्का किस्म की विशेषताएं:Hybrid variety of maize with short ripening time

मक्का की किस्म की अनेक वैरायटी आपको बाजार में देखने को मिल जाती हैं। कुछ वैरायटी 100 से 110 दिन में पक जाती हैं, तथा कुछ किस्में पकने में 150 से 160 दिन का समय लेती हैं। जो किस्में पकने में अधिक समय लेती है, वह पैदावार भी अधिक निकाल कर देती हैं। मक्का की जो किस्म 100 दिन में पैक कर तैयार हो जाती है। ऐसी किस्मों आप दो फसलों के बीच के समय में आसानी से ले सकते हैं। यह किस्म एडवांटा सीड्स द्वारा दी जाती है। इस किस्म का नाम ADV-9293 है।

ADV-759 मक्का किस्म की विशेषताएं:hybrid maize variety of upl

मक्का की बिजाई रबी और खरीफ दोनों सीजन में की जाती है। एडवांटा सीड्स जो की यूपीएल कंपनी का एक ब्रांड है। यह किसानों के लिए मक्का, धान, ज्वार, बाजरा, सरसों और अन्य पशुओं के चारे वाली अनेक फसलों के बीज उपलब्ध कराता है। ऐसी ही एडवांटा सीड्स की एक मक्का किस्म है। जो किसानों द्वारा काफी ज्यादा पसंद की जाती है। यह किस्म ADV-759 के नाम से जानी जाती है।

NK-30 प्लस मक्का किस्म की विशेषताएं:Features of NK-30 Plus maize variet

फसल की अच्छी पैदावार के लिए जितना महत्व खादों और मिट्टी का होता है। उतना ही महत्व एक उत्तम बीज का भी होता है। मक्का की अच्छी पैदावार के लिए आपको एक उन्नत किस्म का चुनाव करना बहुत आवश्यक है। जिससे आप अपनी फसल से अधिक से अधिक पैदावार ले सकें और अधिक मुनाफा कमा सकें। माध्यम से हमें पकाने वाली मक्का की एक ऐसी किस्म है, जो किसानों द्वारा काफी पसंद की जाती है। यह किस्म स्विट्जरलैंड की एक कंपनी से सिंजेंटा सीड्स द्वारा दी जाती है। यह मक्का किस्म NK-30 प्लस के नाम से जानी जाती है।

S-6668 मक्का किस्म की विशेषताएं:best variety of maize

मक्का की बिजाई लगभग पूरे भारत में की जाती है। मक्का की अलग-अलग कंपनियों द्वारा अलग-अलग किस्में बाजार में बेची जाती है। यह ऐसी किस्म जो काली मिट्टी में काफी अच्छी पैदावार निकाल कर देती है। यह किस्म सन्जेंटा सीड्स द्वारा दी जाती है। यह किस्म S-6668 के नाम से प्रसिद्ध है।

डिकाल्ब-9208 मक्का किस्म की विशेषताएं:Best hybrid variety of maize

मक्का की विभिन्न तरह की किस्में बाजार में आती है। जो किसानों को काफी अच्छी पैदावार निकाल कर दे रही है। मक्का की फसल आम तौर पर 3 से 4 महीने में पककर तैयार हो जाती है। मक्का की एक किस्म डिकाल्ब-9208 के नाम से जानी जाती है। यह किस्म हरियाणा के किसानों द्वारा काफी ज्यादा पसंद की जा रही है। पिछले दो-तीन सालों में किसानों को इस किस्म ने काफी अच्छी पैदावार निकाल कर दी है।

पायनियर सीड्स की सबसे अच्छी हाइब्रिड मक्का किस्म:top variety of maize

पायनियर सीड्स किसानों के लिए अनेक तरह के बीजों का निर्माण करती है। यह मक्का, धान, सरसों या अन्य सभी प्रकार की फसलों के बीज बनती है। पायनियर सीड्स मक्का के कई तरह के बीजों का निर्माण करती है। इसका एक हाइब्रिड बीज बहुत ज्यादा प्रचलित है। यह किसानों को काफी अच्छी पैदावार निकाल कर देता है। यह किस्म पी-1899 के नाम से किसानों के बीच प्रसिद्ध है।

मक्का की वैज्ञानिक खेती:अधिक पैदावार के लिए कब बुवाई करें, क्या खाद डालें, संपूर्ण जाने:Suitable time for sowing maize

मक्का एक अनाज वर्गीय फसल है। जिसकी बिजाई लगभग पूरे भारत में की जाती है। मक्के का प्रयोग पशुओं के चारे से लेकर मनुष्य के खाने तक सभी प्रकार से किया जाता है। हरे मक्के को चारे के रूप में भी इस्तेमाल किया जाता है। मक्के के अनाज को पशुओं के आहार और मनुष्य के आहार के रूप में भी प्रयोग किया जाता है।