किसान साथियों बाजार में आपको काफी सारी ऐसी कीटनाशक दवाइयां देखने को मिल जाती हैं। जो दीमक पर काफी ज्यादा असरदार होती हैं। लेकिन हमें गन्ना बिजाई के समय दीमक के लिए कोई अलग से दवाइयां डालने की आवश्यकता नहीं पड़ती। हम जिस दवाई को सफेद सुंडी के लिए प्रयोग करते हैं। वही दवाई हमारी दीमक को भी आसानी से कंट्रोल कर सकती है। कुछ किसान भाई दीमक के लिए गन्ने में अलग से दवाइयां का प्रयोग करने की बात करते है। वह किसान अपना खर्चा बचाए और जिससे उन्हें अधिक मुनाफा मिल सके। अगर आपकी जमीन में दीमक की समस्या ज्यादा मात्रा में देखने को मिलती है। तो आप नीचे मेरी बताई गई कुछ दवाइयां का इस्तेमाल कर सकते हैं। इनके आपको दीपक पर काफी अच्छे रिजल्ट देखने को मिलते है।
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गन्ना बिजाई में दीमक के लिए सबसे अच्छी दवाई
दीमक एक ऐसा कीट है, जो बाजार में दिए गए किसी भी हल्के से हल्के कीटनाशक से मर जाती है। लेकिन हमें गन्ना बिजाई के समय ऐसे कीटनाशक का प्रयोग करना चाहिए। जो दीमक के साथ-साथ हमें लंबे समय तक दूसरे कीटों पर रोकथाम करें। इसके लिए मैं आपको कुछ टेक्निकल के नाम बताऊंगा। जिनका प्रयोग आप अपनी गन्ना बिजाई के समय कर सकते हैं।
- गन्ना बिजाई में आप रीजेंट अल्ट्रा का प्रयोग कर सकते हैं। इसमें फिप्रोनिल 0.6% जीआर टेक्निकल पाया जाता है। यह गन्ने में दीमक और सफेद सुंडी को आसानी से कंट्रोल कर लेता है। इसकी 4kg मात्रा प्रति एकड़ का प्रयोग किया जाता है। इसके आपको रिजल्ट भी काफी बेहतर देखने को मिलते हैं।
- थियामेथोक्सम 25% डब्लूजी 1 किलोग्राम प्रति एकड़ के हिसाब से आप गन्ना बिजाई के समय खाद या रेत में मिलाकर डाल सकते हैं। अगर आप चाहे तो इसका प्रयोग आप स्प्रे में भी कर सकते हैं। इसके भी आपको लंबे समय तक और काफी अच्छे रिजल्ट देखने को मिलते हैं।
- इमिडाक्लोप्रिड 17.8% एस.एल की 1 लीटर मात्रा बिजाई के समय रेत में या खाद में मिलाकर डाल सकते हैं। आप इसका स्प्रे भी कर सकते हैं। यह भी दीमक और सफेद सुंडी को आसानी से कंट्रोल कर लेता है।
- बायर कंपनी लेसेंटा के नाम से एक उत्पाद आता है। इसमें इमिडाक्लोप्रिड 40% + फिप्रोनिल 40% w/w WG का मिक्सर आता है। इसके किसानों को काफी ज्यादा अच्छे रिजल्ट देखने को मिलते हैं। इसकी 100 ग्राम मात्रा का आपको अपने खेत में बिजाई के समय पर स्प्रे करना पड़ता है। यहाँ दवाई किसानों द्वारा काफी ज्यादा पसंद की जाती है।
- लारा-909 जिसमें क्लोरोपायरीफोस50% + साइपरमेथ्रिन 5% ईसी पाया जाता है। इसके भी दीमक पर काफी अच्छे रिजल्ट देखने को मिलते हैं। इसकी 1 लीटर मात्रा को आप गन्ना बजाई में स्प्रे या खाद या रेत में मिलकर अपने खेत में डाल सकते हैं। इसके भी दीमक पर काफी अच्छा रिजल्ट देखने को मिलते हैं।
किसान साथी अगर आप ऊपर दी गई इनमें से कोई सी भी एक कीटनाशक का इस्तेमाल कर लेते हैं। तो यह आपके मिट्टी के कीट रोगों को पूरी तरह से सुरक्षित कर देता है। आपको इसमें दीमक या सफेद सुंडी के लिए अलग-अलग दवाइयां को डालने की आवश्यकता नहीं पड़ती। आपको मेरे द्वारा दी गई जानकारी कैसी लगी। कृपा कमेंट के माध्यम से जरूर बताएं और इसे आगे अन्य किसानों तक अवश्य शेयर करें। धन्यवाद!
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