किसान साथियों नमस्कार, शिमला मिर्च एक ऐसी फसल है। जिसकी बिजाई आप साल भर किसी भी मौसम में कर सकते हैं। यह फसल ठंड और गर्मी दोनों के मौसम में बराबर पैदावार निकाल कर देती है। शिमला मिर्च बरसात के मौसम में थोड़ी कम पैदावार मिलती है, और उसमें रोग भी अधिक मात्रा में देखे जाते हैं। शिमला मिर्च से मुनाफा आपकी बाजार भाव पर निर्भर करता है। अगर आपको बाजार रेट अच्छा मिल जाता है। तो इससे आपको 5 से 6 लाख रुपए प्रति एकड़ की आमदनी से हो जाती है। लेकिन कईं बार शिमला मिर्च का रेट नहीं मिल पाता और किसानों को समस्याओं का सामना करना पड़ता है। आज मैं आपको शिमला मिर्च में खेत की तैयारी के समय कौन-कौन सी खाद डालनी चाहिए और कैसे शिमला मिर्च की खेती करें। इस बारे में संपूर्ण जानकारी नीचे इस लेख में मिलेगी।
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शिमला मिर्च की खेती
शिमला मिर्च की खेती की बात करें, तो शिमला मिर्च की पौध तैयार करके इसकी रोपाई की जाती है। अच्छी पैदावार लेने के लिए आपको अच्छे बीज का चुनाव करना बहुत ज्यादा आवश्यक है। शिमला मिर्च के 1 एकड़ में 12000 से 14000 पौधे लगाए जाते हैं। शिमला मिर्च में आमतौर पर 4 से 5 फीट बेड से बेड की दूरी और एक से डेढ़ फीट पौधे से पौधे की दूरी रखी जाती है। शिमला मिर्च से पैदावार की बात करें, तो शिमला मिर्च से 30 से 35 क्वांटल पैदावार प्रति एकड़ आसानी से मिल जाती है। पैदावार आपकी मिट्टी और आपके लगाने के तरीके पर निर्भर करती है।
शिमला मिर्च में खेत तैयारी के समय मुख्य खाद
शिमला मिर्च में हमें बिजाई के समय नाइट्रोजन, फास्फोरस और पोटाश का एक मिक्सर देना पड़ता है। इसको आप कहीं तरीके से दे सकते हैं। आप अपने खेत की गहरी जुताई कराकर। उसमें वर्मी कंपोस्ट या चार ट्रॉली गोबर की खाद अवश्य डालें। ताकि खेत में ऑर्गेनिक कार्बन की पूर्ति हो सके। इसके बाद आप अपने खेत की आखिरी जुताई कर सकते हैं। मिट्टी को भूरपुरी बना लें। इसके बाद बेड बनाकर आप उसमें 50 किलोग्राम डीएपी, 25 किलोग्राम पोटाश और 25 किलोग्राम कैल्शियम नाइट्रेट को आपस में मिलाकर बेड पर छिड़काव कर दें और उसके बाद आप अपनी मिर्च की पौध की रोपाई कर सकते हैं।
शिमला मिर्च की रोपाई का तरीका
शिमला मिर्च की रोपाई आप मल्चिंग पेपर या बिना मल्चिंग पेपर से भी कर सकते हैं। मल्चिंग पेपर लगाने से आपको खर्च थोड़ा ज्यादा आता है। लेकिन उसमें खरपतवार की समस्या नहीं आती। बिना मल्चिंग पेपर के आपको खरपतवार नाशकों का प्रयोग करना पड़ता है, या फिर आपको निराई गुड़ाई द्वारा खरपतवारों को नष्ट करवाना पड़ता है। जिससे आपका लेबर खर्च थोड़ा अधिक पड़ता है। शिमला मिर्च की पहली तुड़ाई 45 से 60 दिन के लगभग हो जाती है। यह आपकी किस्म पर निर्भर करता है।
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