गन्ने में जड़ों की वृद्धि करने का सही तरीका:क्या डालें, किस समय डालें, संपूर्ण जानें:Functions of sugarcane mycorrhizae

By Kheti jankari

Published on:

गन्ने में जड़ों की वृद्धि करने का सही तरीका

किसान साथियों नमस्कार, गन्ने से अधिक पैदावार लेने के लिए हमें सही समय पर सही कार्य करना पड़ते है। यानी के हमें उसमें सही समय पर बिजाई करनी पड़ेगी, सही समय पर उसमें खाद और पानी का प्रयोग करना पड़ेगा। तभी हमारी फसल अच्छे से वृद्धि करेगी। हम गन्ना बिजाई के समय मुख्य पोषक तत्व नाइट्रोजन, फास्फोरस और पोटाश का प्रयोग करते ही हैं। इसके साथ-साथ कुछ किसान भाई द्वितीय पोषक तत्वों कैल्शियम, मैग्नीशियम, सल्फर का भी प्रयोग करने लगे हैं। यह सभी खाद पौधे की वृद्धि के लिए काफी ज्यादा आवश्यक होते हैं। लेकिन मैं आपको एक ऐसे ऑर्गेनिक फर्टिलाइजर के बारे में बताऊंगा। जो जड़ों की वृद्धि करने में काफी सहायक है। यह माइकोराइजा के नाम से आपको बाजार में आसानी से मिल जाता है। इस उत्पाद के बारे में जानने के लिए कृपया पूरा लेख पढ़े। इसे गन्ने में किस समय प्रयोग करना है। आपके संपूर्ण जानकारी आगे मिलेगी।

गन्ने के सभी खरपतवारों का एक स्प्रे में सफाया:धानुका कंपनी का नया खरपतवार नाशक

गन्ने में माइकोराइजा के कार्य

माइकोराइजा को जड़ों की फफूंद के नाम से भी जाना जाता है। यह एक आर्गेनिक खाद होता है। जो जड़ों की वृद्धि करने में सहायक होता है। माइकोराइजा जमीन में पढ़े तत्वों को पौधे तक पहुंचाने का काम करता है। जिससे जड़ों की वृद्धि अधिक मात्रा में होती है। जोड़ों की वृद्धि के साथ-साथ यह पौधे के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। माइकोराइजा आपकी मिटटी की उपजाऊ शक्ति बढ़ाने का काम करता है। जिन खेतों में अपने गोबर की खाद या वर्मी कम्पोस्ट का प्रयोग का नहीं किया उनमें आपको माइकोराइजा या प्रयोग अवश्य करना चाहिए।

गन्ने में माइकोराइजा का प्रयोग किस समय करें

गन्ने माइकोराइजा का प्रयोग आप गन्ना बिजाई के समय या फिर पहले खाद पर कर सकते। जब आप गन्ने में पहले पानी चलाते हैं, तो उसको चलाने से पहले आप यूरिया के साथ मिलकर माइकोराइजा को अपने खेत में छिड़काव करके ऊपर से पानी चला दें। जिससे वह जड़ों के पास चला जाए। इसके आपको काफी अच्छे परिणाम देखने को मिलते हैं। माइकोराइजा आपको बाजार में काफी कंपनियों का देखने को मिलता है। जैसे-न्यूट्रोमैक्स (एफएमसी), नेचर डीप (सुमितोमो)आदि मुख्य कंपनियां है। इनकी मात्रा अलग-अलग कंपनी के अलग-अलग दी जाती है आप कंपनी या दुकानदार से बात करके पर्याप्त मात्रा डाल सकते हैं।

जो किसान साथी माइकोराइजा का प्रयोग गन्ने में पहले भी करते आ रहे हैं। उनको इसके कैसे परिणाम देखने को मिलते हैं। कृपया कमेंट के माध्यम से जरूर बताएं और इसे आगे अन्य किसानों तक अवश्य शेयर करें। धन्यवाद!

ये भी पढ़ें- सूखे क्षेत्रों और कम पानी वाली जमीन के लिए सबसे अच्छी गन्ना किस्म

गन्ने को स्वस्थ रखने का तरीका:अधिक पैदावार, रोगों से छुटकारा पाएं

पैड़ी गन्ने में पहला मुख्या खाद:अधिक कल्लों और मजबूत गन्ने के लिए मुख्या खाद

COS-17231 गन्ना किस्म की विशेषताएं

Kheti jankari

मैं एक किसान हूँ, और खेती में एक्सपर्ट लोगो से मेरा संपर्क है। मैं उनके द्वारा दी गयी जानकारी और अनुभव को आपके साथ साँझा करता हूँ। मेरा प्रयास किसानों तक सही जानकारी देना है। ताकि खेती पर हो रहे खर्च को कम किया जा सके।

Leave a Comment