PBW-677 गेहूं किस्म की विशेषताएं:PBW-677 wheat variety

By Kheti jankari

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किसान साथियों नमस्कार, भारत के वैज्ञानिक समय-समय पर किसानों के लिए अलग-अलग प्रकार की किस्में तैयार करते हैं। यह वैज्ञानिक अलग-अलग क्षेत्र में किस्मों को लगाकर उनके परिणाम जानते हैं, और फिर उन्हें किसानों को उपलब्ध कराने में मदद करते हैं। पंजाब के वैज्ञानिकों द्वारा एक किस्म तैयार की गई है। जो हरियाणा, पंजाब, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, हिमाचल और जम्मू के कुछ भागों बजाई के लिए उपयुक्त है। गेहूं की यह किस्म PBW-677 के नाम से जानी जाती है। पिछले कई वर्षो से ये किस्म किसानों को अच्छी पैदावार निकल के दे रही है। इस किस्म के बारे में संपूर्ण जानकारी नीचे जानें-

PBW-752 wheat variety

PBW-677 गेहूं किस्म की विशेषताएं

गेहूं की यह किस्म पंजाब कृषि अनुसंधान संस्थान द्वारा वर्ष 2015 तैयार की गई है। इस किस्म की लंबाई लगभग 105 से 107 सेंटीमीटर तक रहती है। यह एक अधिक ऊंचाई वाली गेहूं की किस्म है। इसकी बाली लंबी और नाली मजबूत होती है। गेहूं की इस किस्म की लंबाई अधिक होने के कारण इसमें गिरने की समस्या थोड़ी अधिक रहती है। इसलिए इस गेहूं किस्म के साथ आप दूसरी गेहूं किस्म को मिलकर भी बजाई कर सकते हैं गेहूं की यह किस्म पीला रतुआ रोग के प्रति सहनशील है। यह किस्म पाले के प्रति भी सहनशील है। जिससे यह किसानों को अच्छी पैदावार निकाल कर देती है। इस किस्म से किसान कम खर्चे में अधिक पैदावार ले सकते हैं। इस किस्म में लंबाई अधिक होने के कारण इसमें भूसा भी अधिक बनता है। जिससे पशुओं के लिए चारा अधिक बनता है। गेहूं की इस किस्म को आप संचित व असंचित दोनों क्षेत्रों में लगा सकते हैं। लेकिन बलुई दोमट मिट्टी इस किस्म के लिए सबसे उपयुक्त मानी जाती है।

PBW-677 गेहूं किस्म का पकाने का समय

PBW-677 गेहूं किस्म पकाने में लगभग 155 से 160 दिन का समय लेती है।

PBW-677 गेहूं किस्म का बजाई समय

गेहूं की इस किस्म की बिजाई आप 25 अक्टूबर से 10 नवंबर तक कर सकते हैं। गेहूं की यह एक अगेती बिजाई वाली किस्म है। अगर आप इसकी समय पर बजाई करते हैं। तो यह आपको अच्छे पैदावार निकल कर देगी। गेहूं की इस किस्म का 40 किलोग्राम बीज प्रति एकड़ बिजाई की जाती है।

PBW-677 गेहूं किस्म की औसत पैदावार

गेहूं की इस किस्म की औसत पैदावार 22 कुंतल प्रति एकड़ तक रहती है। लेकिन यह किस्म 26 कुंतल प्रति एकड़ तक पैदावार देने की क्षमता रखती है। किसान अधिक खाद और देखभाल करके इस किस्म से अधिक पैदावार ले सकते है।

नोट-गेहूं की बिजाई करते समय आपको फफूंदीनाशक और कीटनाशक से बीज उपचार अवश्य करें। ताकि आपकी फसल रोगों से बची रहे।

जिन किसान भाइयों ने गेहूं की इस किस्म की बिजाई पिछले वर्ष की है। कृपया वो अपने सुझाव जरूर दें। आपको इस किस्म ने कैसी पैदावार निकाल कर दी है। कमेंट में जरूर बताएं। ताकि दूसरे किसान भी इससे लाभ ले सकें। धन्यवाद!

FAQ

भारत में सबसे ज्यादा गेहूं कहाँ होता है?
भारत में उत्तर प्रदेश सबसे बड़ा गेहूं उत्पादक राज्य है।

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Kheti jankari

मैं एक किसान हूँ, और खेती में एक्सपर्ट लोगो से मेरा संपर्क है। मैं उनके द्वारा दी गयी जानकारी और अनुभव को आपके साथ साँझा करता हूँ। मेरा प्रयास किसानों तक सही जानकारी देना है। ताकि खेती पर हो रहे खर्च को कम किया जा सके।

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