किसानों को फसलों में अनेक रोग देखने को मिलते है। अगर आप फसल से अधिक पैदावार लेने के लिए उसमें अधिक खादों का प्रयोग करोगे तो उसमें अनेक रोग लगेंगे। पैदावार अधिक लेने के कुछ दुष्परिणाम तो सहने ही पड़ेगें। ऐसे ही आजकल लहसुन में समस्या देखने को मिल रही है। लहसुन में भयंकर पीलापन देखने को मिल रहा है, और पौधे की पत्ती एक से दो इंच ऊपर से सुख रहे हैं। यह समस्या लगभग सभी किसानों को देखने को मिल रही है। इसके कई कारण हो सकते है। लेकिन अगर अपने अपने खेत पानी लगाया है। तो ये समस्या आपको अधिक मात्रा में देखने को मिल सकती है।
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लहसुन में पीलापन के कारण
लहसुन में पीलापन आने का मुख्य कारण मौसम का परिवर्तन होता है। मौसम में रात में ठंड अधिक बढ़ जाती है, और दिन में तेज धूप होने के कारण गर्मी रहती है। इसलिए पौधे तनाव में आ जाते हैं। जिससे उसमें भयंकर पीलापन आ जाता है। और उसकी पत्तियां धीरे-धीरे सूखने लगते हैं। इसको आप सर्द गर्म के कारण भी बोल सकते हैं। अगर आपके लहसुन में ऊपर की तीन चार पत्तियों को छोड़कर नीचे की पत्तियां सूखी हुई है। तो यह मौसम के कारण हुआ है। अगर ऊपर की मुख्य पत्तियां भी सूखी हुई हैं। तो यह किसी फंगस जनित रोग भी हो सकता है। इसे हलके में नहीं लेना चाहिए।
लहसुन में पीलापन दूर करने के लिए ये काम करें
लहसुन में पीलापन को रोकने के लिए हमें मुख्य रूप से तीन दवाइयां का इस्तेमाल करना पड़ेगा। इसमें हम फंगीसाइड, इंसेंटिसाइड और टॉनिक का प्रयोग करेंगे। जिससे इसमें हमे जल्दी और अच्छे रिजल्ट देखने को मिले। इसमें हमें क्या-क्या टेक्निकल का प्रयोग करना हैं। इस बारे में संपूर्ण जानकारी नीचे जानें-
फंगीसाइड- लहसुन में फंगीसाइड में हम फोलिक्योर (टेबुकोनाज़ोल 25.90% ईसी), कस्टोडिया (एज़ोक्सीस्ट्रोबिन 11% टेबुकोनोज़ोल 18.3% w/w एससी), का 1ml प्रति लीटर पानी के हिसाब से लेना है। कवच (क्लोरोथालोनिल 40% + डिफ़ेनोकोनाज़ोल 4%) 2ml प्रति लीटर के हिसाब से प्रयोग करें।
कीटनाशक- कीटनाशक में आप किसी भी हल्के कीटनाशक का प्रयोग कर सकते हैं। जैसे- सिंजेंटा अलिका (थियामेथोक्सम 12.6% + लैम्ब्डा साइहलोथ्रिन 9.5% ZC) या इमिडा (इमिडाक्लोप्रिड 30.5% एससी) 100ml से 150ml प्रति एकड़ प्रयोग कर सकते हैं।
टॉनिक- टॉनिक में आपको कोई भी अच्छी कंपनी का टॉनिक ले सकते हैं। जैसे- पीआई (बायोविटा), सिंजेंटा (क्वांटिस), सागरिका (इफको) या कोरोमंडल (फैंटैक प्लस) इनमें से आप किसी भी टॉनिक का स्प्रे कर सकते हैं।
नोट- किसान भाई इन सभी दवाइयां का का घोल अलग-अलग बनाएं और उन्हें टंकी में मिक्स करें। ताकि किसी प्रकार का कोई रिएक्शन ना हो।
आपको मेरे द्वारा दी गई जानकारी कैसी लगी कृपया कमेंट के माध्यम से जरूर बताएं और इसे आगे दूसरे किसानों तक शेयर करें। धन्यवाद!
FAQ
लहसुन में पोटाश का उपयोग कब करना चाहिए?
लहुसन में पोटाश का प्रयोग खेत तैयारी के समय करना सबसे अच्छा रहता है। अंतिम जुताई में पोटाश का प्रयोग करें।
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