गेहूं की टॉप किस्म
गेहूं किस्मों में सबका बाप है ये गेहूं किस्म:श्रीराम सीड्स की सबसे अधिक पैदावार देने वाली गेहूं किस्म
गेहूं की यह एक मध्यम लंबाई वाली गेहूं किस्म है। इसकी लंबाई लगभग 90 से 95 सेंटीमीटर तक रहती है। इसका तना मजबूत होता है। जिससे यह गिरने के प्रति सहनशील है। गेहूं की इस किस्म में कल्ले अधिक मात्रा में फूटते हैं, इसमें 12 से 15 कल्ले आसानी से निकल आते हैं।
मिट्टी का pH स्तर क्या है: किसानों के लिए आसान तरीका: मिट्टी अम्लीय है या क्षारीय, कैसे पहचानें
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गेहूं में खरपतवार नासक दवाइओं का प्रयोग कब करें(2023):जरूरी सावधानियां, खरपतवार नासी से गेहूं खराब होने से बचाए
गेहूं किसानों के लिए यह एक महत्वपूर्ण मुद्दा है। कई बार किसानों की फसल खरपतवार नाशकों के उल्टे-सीधे इस्तेमाल की वजह से खराब हो जाती है। यह समस्या हमें तब अधिक देखने को मिलती हैं। जब किसान सोशल मीडिया और लोगों से तरह-तरह के खरपतवार नाशकों के बारे में सुनने को मिलता है, और वह उसे कंफ्यूज होकर ऐसी खरपतवार नाशक दवाइयां का इस्तेमाल कर बैठते हैं।
दिसंबर के महीने में करें इन गेहूं किस्मों की बिजाई मिलेगी अधिक पैदावार(2023):late wheat varieties
गेहूं की बिजाई का सही समय वैसे तो 5 नवंबर से लेकर 25 नवंबर तक का होता है। लेकिन कुछ किसान भाई गन्ना कटाई के बाद भी गेहूं की बिजाई करते हैं। गन्ने की कटाई आमतौर पर दिसंबर से लेकर मार्च अप्रैल तक होती है। किसान दिसंबर में कटाई किए जाने वाले गन्ने के खेत में गेहूं की बिजाई करते हैं। इस समय गेहूं की बिजाई के लिए आपको कुछ विशेष किस्म का चयन करना पड़ता है।
गेहूं में पानी कब लगाएं:कितनी बार लगाएं,पानी देने के इस तरीके से पैदावार को बढ़ाएं
गेहूं की फसल में 2 से 10 बार सिंचाई की जाती है। यह सिंचाई अलग-अलग क्षेत्र और जलवायु में कम या अधिक होती है। वैसे गेहूं में सामान्य तीन से चार सिंचाई की जाती है। गेहूं की पैदावार बढ़ाने के लिए हमें उसमें समय पर पानी और खाद देना बहुत ज्यादा आवश्यक है। समय पर पानी देकर आप अपनी पैदावार को एक से दो कुंतल प्रति एकड़ तक बढ़ा सकते हैं।
गेहूं में चौड़ी पत्ती वाले खरपतवारों को खत्म करने का सस्ता और आसान तरीका(2023):broadleaf weeds in wheat
गेहूं की फसल में चौड़ी और सकरी पत्ती दोनों प्रकार के खरपतवार उगते हैं। गेहूं में खरपतवार आपकी फसल को 40% तक नुकसान पहुंचा सकते हैं। इसलिए इनको समय पर नष्ट करना बहुत ज्यादा आवश्यक होता है। जो खाद आप डालते हो वह आपकी गेहूं की फसल को लगने के साथ खरपतवारों को लगता है। जिससे वह और फलते फूलते रहते हैं। और गेहूं की फसल इन खरपतवारों के आगे कमजोर हो जाती है। जिससे आपकी पैदावार घट जाती है।
गेहूं में डीएपी की कमी:बिजाई के समय डीएपी का प्रयोग नहीं किया(2023),फास्फोरस की कमी पूरी करने का आसान तरीका जानें
अक्सर देखा गया है कि गेहूं बजाई के समय डीएपी की कमी हो जाती है। ऐसा पहले भी हो चुका है और आगे भी हो सकता है। कुछ किसानों ने इस साल गेहूं की बजाई में आधा बैग डीएपी डालकर काम चलाया है। गेहूं में डीएपी 50 किलोग्राम प्रति एकड़ तक प्रयोग होता है।
कल्लर जमीन या जल भराव वाले क्षेत्रों के लिए जानी जाती है गेहूं की यह किस्म(2023):KRL-210 wheat variety
KRL-210 गेहूं किस्म केंद्रीय मृदा लवणता अनुसंधान संस्थान करनाल (हरियाणा) द्वारा बनाई गई है गेहूं की इस किस्म को वर्ष 2013 में बनाया गया था। इस किस्म को बनाने का उद्देश्य किसानों को जल भरवा वाले क्षेत्र और कल्लर मिट्टी में अधिक पैदावार निकाल कर देना। जिस क्षेत्र में बारिश के कारण पानी जमा हो जाता है, और उनके खेतों का पानी नहीं सूखता।
गेहूं बिजाई में डीएपी से भी ताकतवर इस खाद का इस्तेमाल करें(2023):डीएपी और एमएपी में अंतर जानें
गेहूं की समय पर बिजाई के लिए यह सबसे उपयुक्त समय है। इस समय लगभग सभी किसान भाई अपनी गेहूं की बिजाई शुरू कर दी है, या कुछ करने वाले हैं। रबी की फसल यानी गेहूं की बिजाई में अक्सर डीएपी खाद की किल्लत पिछले दो-तीन वर्षों से देखी जा रही है। किसानों को डीएपी महंगे दामों पर मिल रहा है। या उन्हें डीएपी के साथ कुछ अन्य चीजों को जबरदस्ती दिया जाता है। जिससे किसान का भारी आर्थिक नुकसान हो रहा है।
पैदावार के मामले में इस गेहूं किस्म का नहीं है कोई मुकाबला(2023):wheat variety of dehaat
DWS-777 देहात (DEHAAT) की एक रिसर्च गेहूं किस्म है। इस किस्म की मुख्य विशेषता यह है। इसकी बालियाँ लंबी और नाली मोटी होती है। जिससे यह गिरने के प्रति सहनशील है। यह एक माध्यम ऊंचाई वाले गेहूं किस्म है। इसकी ऊंचाई लगभग 90 से 100 सेंटीमीटर तक रहती है। पीला रतुआ और बड़ा रतुआ रोगों के प्रति यह किस्म सहनशील है। इसके दाने भूरे और सुनहरे होते हैं। इस किस्म में फुटाव अन्य किस्मों के मुकाबले अधिक होता है। इस गेहूं किस्म को पिछले वर्षों से काफी पसंद कर रहे हैं।
धान के जैसे पैदावार देने वाली गेहूं की सबसे अच्छी किस्म(2023):wheat variety of mahyco company
मुकुट प्लस (MWL 6278) गेहूं किस्म महीको इंडिया प्राइवेट लिमिटेड की एक रिसर्च किस्म है। यह एक अच्छी लंबाई वाले गेहूं किस्म है। इसकी लंबाई 105 से 110 सेंटीमीटर तक रहती है। इस गेहूं में कल्ले अधिक निकलते हैं। और तना मजबूत होता है। जिससे यह गिरने के प्रति सहनशील है।
बंपर पैदावार के लिए कठोर, मोटे और चमकदार दाने वाली इस गेहूं किस्म की करें बजाई(2023):Wheat variety of Shriram Seeds
श्रीराम सुपर-111 श्रीराम सीड्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड की एक रिसर्च गेहूं की किस्म है। गेहूं की यह एक मध्यम ऊंचाई वाली गेहूं किस्म है। इसकी ऊंचाई लगभग 100 सेंटीमीटर तक रहती है। गेहूं की इस किस्म का दाना कठोर, मोटा और चमकदार होता है। दाना मोटा होने के कारण इस किस्म की रोटी भी अच्छी बनती है।