गन्ने की बिजाई कैसे करें
गन्ना बिजाई में प्रयोग होने वाले टॉप 3 कीटनाशक:Top 3 pesticides used in sugarcane
गन्ना बिजाई में प्रयोग होने वाला टॉप कीटनाशकों की बात करें। तो आपको बाजार में अलग-अलग कंपनी द्वारा काफी सारे कीटनाशक देखने को मिल जाते हैं। गन्ना बिजाई में जितना महत्व खादों का होता है। उससे कई ज्यादा महत्व कीटनाशकों का होता है। क्योंकि हमें ऐसे कीटनाशकों को चयन करना चाहिए। जो हमारी फसल को लंबे समय तक कीटों से बचाव कर सकें। क्योंकि गन्ने में कंसुआ रोग बहुत जल्दी फैलता है। यह पहले पानी के साथ ही शुरू हो जाता है। ऐसे में हमें ऐसे कीटनाशकों को चयन करना चाहिए। जो लगभग 40 से 45 दिन का रिजल्ट दें।
एक आंख के गन्ने की बिजाई करते समय मुख्य सावधानियां:Main precautions while planting single eyed sugarcane
एक आंख के गन्ने की बिजाई करते समय हमें कुछ सावधानियां का इस्तेमाल करना पड़ता है।षि वैज्ञानिक भी एक आंख के गन्ने की बिजाई करने की सिफारिश करते है। एक आंख के गन्ने की बिजाई करते समय किसान अक्सर कुछ गलतियां कर बैठते हैं। जिससे उनका 100% तक जमाव नहीं होता और उनकी पैदावार कहीं ना कहीं घट जाती है।
CO-5011 गन्ना किस्म की विशेषताएं:CO-5011 Sugarcane Variety Characteristics
गन्ने की अनेक किस्म में अलग-अलग खूबियां पाई जाती हैं। जिसके कारण वह अलग-अलग क्षेत्र में काफी अच्छी पैदावार निकाल कर देते हैं। वैज्ञानिकों ने 2016 में गन्ने की एक नई किस्म तैयार की थी। जो CO-5011 के नाम से प्रसिद्ध है। गन्ने की इसकी किस्म की काफी सारी विशेषताएं हैं। किसान भाई इस किस्म से काफी अच्छी पैदावार ले रहे हैं। इस गन्ना किस्म को बनाने में वैज्ञानिकों को 8 से 10 साल लगे हैं। यह अगेती गन्ना किस्म है।
गन्ना बोने की वर्टिकल विधि:बंपर पैदावार का लेने का आसान तरीका:What is vertical method of sugarcane
गन्ने बिजाई की रोज नई-नई विधियां आपको देखने को मिल रही है। जिसमें मुख्य विधियां रिंग पिट विधि, ट्रैंच विधि और पौधा नर्सरी से गन्ने की बिजाई की जाती है। लेकिन गन्ने की एक नई विधि काफी प्रचलित है। यह विधि सबसे पहले यूपी के किसानों द्वारा अपनायी गयी थी। इसमें बीज कम मात्रा में लगता है। इस विधि से किसान बड़ी अच्छी पैदावार निकल के दे रहे है। गन्ने की यह विधि वर्टिकल विधि के नाम से जानी जाती है।
2024 में गन्ना किस्म 0238 की बिजाई:करें यह जरूरी काम, रोगों से बचाव करने का आसान तरीका:Way to protect sugarcane variety CO-0238 from diseases
पिछले वर्षों में देखा जा रहा है, कि गन्ना किस्म CO-0238 किसानों को कई काफी अच्छी पैदावार निकाल कर दे रही थी। पैदावार की बात करें, तो इस किस्म ने आज तक गन्ने की सभी किस्मों में सबसे अधिक पैदावार निकाल कर दी है। लेकिन अब यह किस्म रोग ग्रसित हो चुकी है। इसमें काफी अधिक मात्रा में रेड रॉट, टॉप बोरर और पोका बोइंग जैसे रोग देखने को मिल रहे हैं। जिससे किसानों का इस किस्म पर खर्च काफी अधिक बढ़ गया है, और उनकी पैदावार भी घाटी है। क्योंकि गन्ने में रोग ही इतनी भयानक लगते कि बार-बार स्प्रे करने पर भी वह आसानी से कंट्रोल नहीं किया जा सके।
गन्ना बिजाई में प्रमुख कीटनाशक:Major pesticides in sugarcane sowing
गन्ने की बिजाई के समय जितना जितना महत्व खादों का होता है, उतना ही कीटनाशकों का भी होता है। क्योंकि जमीन के अंदर दीमक और सफेद गिडार जैसे कीट गन्ने में अधिक मात्रा में लगते हैं। जो आपके गन्ने के जमाव को तो प्रभावित करते ही है, और गन्ने की जड़ों को खाकर खराब कर देते हैं। जिससे आपकी पैदावार में गिरावट आती है।
CO-5009 गन्ना किस्म की विशेषताएं:CO-5009 Sugarcane Variety Identification
एक अच्छी पैदावार प्राप्त करने के लिए हमें एक अच्छी किस्म का चुनाव करना बहुत ज्यादा आवश्यक होता है। क्योंकि किस्म पर ही निर्भर करता है, कि उसमें कितनी पैदावार देने की क्षमता है। कुछ गन्ना किस्में रोग ग्रसित हो चुकी हैं। वह पैदावार भले ही अच्छी निकल कर दें। लेकिन उनका उन पर किसानों का खर्च अधिक होता है। भारत के वैज्ञानिकों ने एक किस्म तैयार की है, जो CO-5009 के नाम से जानी जाती है।
गन्ना बुवाई करते समय ध्यान रखने योग्य बातें:Things to keep in mind while sowing sugarcane
गन्ना एक लंबे समय में पकने वाली फसल है। गन्ना की फसल पकने में 10 से 12 महीने का समय लेती है। इस फसल पर खर्च भी अधिक आता है। आजकल किसान गन्ने की बजाई अनेक विधियों से करते हैं। कुछ किसान भाई 4 से 5 फ़ीट पर बिजाई करते हैं। कुछ रिंग पिट विधि से, कुछ वर्टिकल विधि से तथा कुछ अपनी सामान्य विधि 20 से 30 इंच पर बिजाई करते हैं। किसान साथियों आप किसी भी विधि से बिजाई करें। लेकिन सामान्य और पुरानी विधि में सबसे कम खर्चे में गन्ना तैयार होता है। किसान साथियों गन्ने की बिजाई करते समय हमें कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए। ताकि आप कम खर्चे में अधिक पैदावार ले सकें और गन्ने जमाव भी अच्छे से हो। कुछ मुख्य बातें नीचे बताई गई है।