गन्ने से अधिक पैदावार कैसे लें
सबसे अधिक उत्पादन देने वाली गन्ना बिजाई विधि:Sugarcane sowing method giving record breaking production
सबसे अधिक उत्पादन देने वाली गन्ना बिजाई विधि के बारे में अधिकतर किसानों के प्रशन ...
Co-92005 गन्ना किस्म की विशेषताएं:excellent variety of sugarcane
गन्ने की पैदावार आपकी मिट्टी, बिजाई समय, खाद और पानी देने के तरीके पर निर्भर ...
एसएनके-13374 गन्ना किस्म की विशेषताएं:Sugarcane variety characteristics
महाराष्ट्र भारत में गन्ना उत्पादन के लिए जाना जाता है, और महाराष्ट्र भारत में सबसे अधिक गन्ना उत्पादन करता है। महाराष्ट्र की गन्ना किस्म की हरियाणा, पंजाब और यूपी में काफी ज्यादा डिमांड देखी जा रही है। महाराष्ट्र की किस्में इन राज्यों में काफी अच्छी पैदावार निकाल कर दे रही हैं। महाराष्ट्र में वैसे तो एक से बढ़कर एक गन्ना किस्में है। जो अपनी लंबाई और मोटाई के लिए जानी जाती हैं। लेकिन आज मैं आपको एसएनके-13374 गन्ना किस्म के बारे में बताऊंगा।
गन्ना बिजाई के समय जिप्सम का प्रयोग:कैसे करें, कितनी मात्रा, क्या फायदे मिलेंगे, संपूर्ण जाने:Benefits of gypsum in sugarcane
हमें खेत में जिप्सम का प्रयोग 2 साल में एक बार अवश्य करना चाहिए। जिप्सम भूमि सुधारक के रूप में कार्य करता है। इसके हमें काफी ज्यादा लाभ देखने को मिलते हैं। जिप्सम का प्रयोग हमेशा मिट्टी में किया जाता है। जिप्सम का प्रयोग हमें गन्ने के साथ-साथ सभी फसलों में करना चाहिए। कृषि वैज्ञानिकों के अनुसार गन्ने की फसल में तो जिप्सम सबसे ज्यादा आवश्यक होता है। क्योंकि इसमें कैल्शियम और सल्फर की भरपूर मात्रा पाई जाती है। जो गन्ने के लिए काफी ज्यादा जरूरी होती है। जिप्सम में 13.5% सल्फर और 19% कैल्शियम पाई जाती है।
एक आंख के गन्ने की बिजाई करते समय मुख्य सावधानियां:Main precautions while planting single eyed sugarcane
एक आंख के गन्ने की बिजाई करते समय हमें कुछ सावधानियां का इस्तेमाल करना पड़ता है।षि वैज्ञानिक भी एक आंख के गन्ने की बिजाई करने की सिफारिश करते है। एक आंख के गन्ने की बिजाई करते समय किसान अक्सर कुछ गलतियां कर बैठते हैं। जिससे उनका 100% तक जमाव नहीं होता और उनकी पैदावार कहीं ना कहीं घट जाती है।
पैड़ी गन्ने में पहला मुख्या खाद:अधिक कल्लों और मजबूत गन्ने के लिए मुख्या खाद:First main fertilizer in paddy sugarcane
आज इस लेख में आपको गन्ने में अच्छी और अधिक टेलरिंग के लिए कौन सी खाद का प्रयोग करना है, इस बारे में संपूर्ण जानकारी मिलेगी। गन्ने की खेती के लिए जल निकास वाली 2 दोमट मिट्टी सबसे अच्छी मानी जाती है। जब हम पौधा गन्ने की बिजाई करते हैं। तो उससे किसानों को ज्यादा पैदावार देखने को मिलती है। लेकिन पैड़ी गन्ना में पैदावार थोड़ी घट जाती है। इसका मुख्य कारण होता है। कि शुरू में समय पर खादों का सही प्रयोग ना करना।
गन्ने की खेती से अधिक पैदावार लेने के सिंपल तरीके:प्रगतिशील किसान का अनुभव:how get more yield from sugarcane farming
गन्ने की अनेक विधियों से बजाई की जाती है। लेकिन गन्ने की जो पुरानी और परंपरागत विधि है, उसमें किसान 28 इंच की दूरी पर बिजाई करते है। भारत के ज्यादातर किसान इसी विधि से बिजाई करते हैं। लेकिन अब कुछ किसान रिंग फिट विधि, वर्टिकल विधि और ट्रेंच विधि से भी गन्ने की बिजाई करने लगे हैं। आजकल गन्ने की पौध तैयार करके भी बिजाई की जाती है। गन्ने की लगभग सभी विधियां एक जैसी ही पैदावार निकाल कर देती हैं। 10% किसानों पर ही गन्ने की पैदावार अधिक निकलती है।
गन्ने की उपज बढ़ाने का मूल मंत्र:गन्ना वैज्ञानिकों ने पौधा गन्ना और पैड़ी गन्ना के लिए बताया ये तरीका:Solution to increase sugarcane production
इस समय पौधा गन्ना की कटाई चल रही है, और कुछ किसान भाई गन्ना की बिजाई भी शुरू कर रहे होंगे। हम गन्ने से किस प्रकार अधिक पैदावार ले सकते हैं। गन्ने से अधिक पैदावार लेने के लिए आपको हमें उसमें शुरू से ही कुछ कार्य करने पड़ते हैं। जिससे उसकी शुरू से ही ग्रोथ होकर चले और वह आपको अच्छी पैदावार निकाल कर दे। इसके लिए हम खाद के साथ-साथ कुछ और चीजों का भी ध्यान रखना पड़ता है। इन सब चीजों को मिलकर ही एक खेत से अच्छी पैदावार ली जा सकती है।