सूखे क्षेत्रों और कम पानी वाली जमीन के लिए सबसे अच्छी गन्ना किस्म की बात करें, तो काफी समय पहले में co-88230 गन्ना किस्म सूखे क्षेत्रों में बिजाई के लिए जानी जाती थी। इसका गन्ना काफी पतला होता था। लेकिन यह पैदावार अच्छी नहीं देती थी। लेकिन अब वैज्ञानिकों ने गन्ने की एक नई की किस्म विकसित की है। जो सूखे क्षेत्रों के साथ-साथ जिन खेतों में पानी का अधिक भराव रहता है। उनमें भी अच्छी पैदावार निकाल कर देती है। यह गन्ने की किस्म कोलक-94184 के नाम से जानी जाती है। यह किम एक और नाम वीरेंद्र के नाम से भी जानी जाती है। इस गन्ना किस्म की विशेषताएं, पहचान और पैदावार के बारे में जानने के लिए कृपया पूरा लेख पढ़ें।
गन्ने को स्वस्थ रखने का तरीका:अधिक पैदावार, रोगों से छुटकारा पाएं
कोलक-94184 गन्ना किस्म की विशेषताएं
कोलक-94184 गन्ना किस्म भारतीय गन्ना अनुसंधान संस्थान लखनऊ (iisr) के वैज्ञानिकों द्वारा तैयार की गई एक अर्ली किस्म है। यह एक ऐसी किस्म है, जो सूखे क्षेत्रों और जल भराव वाले क्षेत्र दोनों में बिजाई के लिए उपयुक्त है। यह कम लागत में तैयार होने वाली किस्म है। इस किस्म की पैड़ी का काफी अच्छा फुटाव रहता है। इसकी एक आंख से 15 से 20 कल्ले आसानी से निकल आते हैं। गन्ने की इस किस्म की लंबाई भी अधिक रहती है। इसमें किसी प्रकार का कोई कीट या फंगस रोग नहीं लगता। क्यूंकि इसके गन्ने काफी कठोर होते हैं। इसका अगोला आखिरी तक हरा रहता है।
कोलक-94184 गन्ना किस्म की पहचान
कोलक 93 100 गाना किस्म की पहचान की बात करें तो इसका गाना पतला रहता है और पूरी की लंबाई भी माध्यम रहती है यह एक ठोस गाना किस्म है इसका गाना गिरता नहीं है इसकी आंख चिपकी हुई और गोल अंडाकार आप कर की होती है इसकी लंबाई 15 से 20 फीट तक होती है इसकी पाती आसानी से नहीं छुट्टी पत्तियां काफी मजबूत होती हैं
गन्ने की खेती से अधिक पैदावार लेने के सिंपल तरीके:प्रगतिशील किसान का अनुभव
कोलक-94184 गन्ना किस्म की औसत पैदावार
गन्ने की इस किस्म की औसत पैदावार 300 से 400 क्वांटल प्रति एकड़ तक रहती है। लेकिन पैदावार आपकी मिटटी पर निर्भर करता है। अगर आपकी आपके पास सूखी जमीन है, यानी पानी की व्यवस्था नहीं है। तो इसकी पैदावार अच्छी नहीं निकलेगी और अधिक जल भराव वाले क्षेत्र में भी इसकी पैदावार अधिक नहीं निकलेगी।
कोलक-94184 गन्ना किस्म का बिजाई क्षेत्र
कोलक-94184 गन्ना किस्म बिजाई क्षेत्र की बात करें। तो जिन क्षेत्रों में पानी की समस्या रहती है। यानी रेतली भूमि है, या पानी की कमी है। उनमे यह काफी अच्छी पैदावार निकाल कर देती है। इसकी एक बार बिजाई करने पर आपको इसमें कुछ करने की आवश्यकता नहीं पड़ती। जिन क्षेत्रों में पानी का भराव अधिक रहता है। उनमें भी यह काफी अच्छी पैदावार निकाल कर देती है। यह गन्ना किस्म 4 से 5 महीने लगातार पानी खड़ी रहने की जमीन में भी मरती नहीं है। इस किस्म की बिजाई आप उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, पश्चचम बंगाल एवं असम आदि राज्यों में कर सकते है।
अगर आप इस गन्ना किस्म की बिजाई करना चाहते हैं। तो भारतीय गन्ना अनुसंधान संस्थान लखनऊ के वैज्ञानिकों से संपर्क करके आप इस किस्म का बीज ले सकते हैं। आपको मेरे द्वारा दी गई जानकारी कैसी लगी। कृपया कमेंट के माध्यम से जरूर बताएं और इसे आगे अन्य किसानों तक अवश्य शेयर करें। धन्यवाद!
ये भी पढ़ें- एक आंख के गन्ने की बिजाई करते समय मुख्य सावधानियां
गन्ना बिजाई में दीमक के लिए सबसे दमदार कीटनाशक:लम्बे समय तक दीमक की रोकथाम
पैड़ी गन्ने में पहला मुख्या खाद:अधिक कल्लों और मजबूत गन्ने के लिए मुख्या खाद
94184 kha se mile ga
अस पास किसी किसान से पता कर सकते है। मिल जायेगा आसानी से