गन्ना

जल भराव वाले क्षेत्र के लिए सबसे अच्छी गन्ना किस्म:CO-98014 गन्ना किस्म की विशेषताएं

CO-98014 गन्ना किस्म अपनी लंबाई के लिए जानी जाती है। इसका गन्ना 12 से 13 फीट लम्बा हो जाता है। इस गन्ने की मोटाई थोड़ी कम होती है। इस गन्ना किस्म में किसी भी प्रकार के कोई रोग जैसे-टॉप बोरोर, पोका बोइंग और रेड रोड जैसी समस्या नहीं देखने को मिलती।

करनाल गन्ना अनुसंधान द्वारा बनाई गई गन्ना किस्म CO-15023 के बारे में जाने:Sugarcane Variety CO-15023

गन्ना भारत में उगाई जाने वाली प्रमुख फसल है। गन्ना चीनी का मुख्य स्रोत है। गन्ना एक ऐसी फसल है, जो हर प्रकार के मौसम को सहन करने की क्षमता रखता है। अत्यधिक बारिश, अत्यधिक गर्मी या ठंड में भी गन्ना अच्छी प्रकार से ग्रोथ करता रहता है।

गन्ने की अधिक पैदावार देने वाली गन्ना किस्म CO–11015 की विशेषताएं जानें:Sugarcane variety CO–11015

CO–11015 तमिलनाडु की गन्ना किस्म है। लेकिन इस किस्म की बजाई आप पुरे भारत में कर सकते है। जिसकी बजाई आप अक्टूबर और नवंबर में कर सकते हैं।

गन्ना किस्म COLK–14201 की यह खूबियां शायद आपको नहीं पता होंगी:New Sugarcane Variety

गन्ना किस्म COLK–14201 भारतीय गन्ना अनुसंधान संस्थान द्वारा बनाई गई है। यह किस्म 8436 गन्ना किस्म से मिलती-जुलती किस्म है। या ये बोल सकते हैं कि यह 8436 गन्ना किस्म जो रसगुल्ला के नाम से प्रसिद्ध है, कि विकसित किस्म है।

गन्ने की नई किस्म Co-13235 की विशेषताएं:रोग रहित गन्ना किस्म

गन्ना किसानों के लिए पिछले कुछ वर्षों में गन्ने में लगने वाले रोग एक बड़ी परेशानी बन गए हैं। इन रोगों से गन्ने की अधिक पैदावार देने वाली किस्म प्रभावित हो रही हैं।

गन्ने के कैंसर यानी सबसे खतरनाक रोग लाल सड़न रोग से बचाव कैसे करें|Red Rot In Sugarcane

लाल सड़न रोग गन्ने की फसल में लगने वाली एक फफूंदी जनक बीमारी है। जिसका अभी तक कोई कारगर इलाज नहीं मिल पाया। परंतु यदि सही समय पर ध्यान दिया जाए...

फसल में लकड़ी की राख का प्रयोग करें या नहीं:uses of wood ash

फसल में लकड़ी की राख का उपयोग करें या ना करें। या फिर लकड़ी की राख का इस्तेमाल हम फसल में किस प्रकार कर सकते हैं, और किन-किन फसलों में इसका इस्तेमाल कर सकते हैं

फसलों में उपयोग होने वाले टॉनिक|Tonic used in crops

फसलों में उपयोग होने वाले टॉनिक:- किसान साथियों नमस्कार, किसानों के लिए फसल से अधिक ...

पौधे में कौन कौन से हार्मोन पाए जाते हैं|Hormones role in plants

पौधे की हार्मोंस को मुख्यतः दो भागों में बांटा जा सकता है। उनके काम के अनुसार एक जो बड़वार को बढ़ाते हैं। और दूसरे जो रोकते हैं। ऑक्सिन हार्मोंन, जिबरेलिन हार्मोन ,साइटोकिनिन हार्मोन यह तीनों हार्मोन बढ़ाने वाले हार्मोन होते हैं। और और इनको पॉजिटिव हारमोंस भी कहा जाता है। यह पौधे में सकारात्मक ऊर्जा को बढ़ाते हैं। जैसे नए पत्ते, जड़े, फूलों और फलो सभी का विकास करते हैं। और इथाईलीन हार्मोन और एब्ससिसिक एसिड पौधे को मृत्यु की तरफ ले जाते हैं। और बीज के रूप में एक नई पीढ़ी के उदय में इनका मुख्या योगदान रहता है जैसे फलों के पकने में और पतों के झड़ने में इसलिए इनको नेगेटिव हारमोंस भी कहा जाता है।

गन्ने में कम पैसों में खरपतवार नियंत्रण कैसे करे|Weed control in sugarcane

गन्ने की फसल में कई तरह के खरपतवार पाए जाते हैं। जिनमे चौड़ी पत्ती वाले ...

गन्ने में खाद प्रबंधन:Best fertilizer in sugarcane

गन्ने में खाद प्रबंधन:- गन्ने की खेती भारत के लगभग सभी भागों में की जाती ...

गन्ने में ट्राइकों कार्ड का प्रयोग| Trico Card Uses In Sugarcane (ट्राइकोग्रामा मक्खी)

ट्राइको कार्ड क्या होता है ट्राइको कार्ड एक प्रभावी बायो प्रोडक्ट है जिसमें ट्राइकोग्रामा मक्खी ...

गन्ने में चोटी बेधक|Top Boror In Sugarcane

यह गन्ने का सबसे भयानक रोग है। यह रोग मुख्य रूप से युवा पौधों के लिए हानिकारक है। इस रोग की सूंडी फसल को हानि पहुँचती है। गन्ने में इसकी 6 स्टेज आती है।

हरी खाद की खेती कैसे करें:ढांचे के लिए सरकार द्वारा बीज अनुदान

ढैंचा की खेती दलहनी फसल के रूप में की जाती है। किसान भाई इसकी खेती हरी खाद और बीज दोनों के लिए करते हैं। ढैंचा के हरे पौधों से तैयार की गई खाद खेत की उर्वरक शक्ति को काफी ज्यादा बढ़ा देती है।

गन्ने में पायरिला नियंत्रण:pyrilla control in sugarcane

आजकल गन्ना किसानों के सामने एक नई समस्या आ गई है। गन्ना किसानों को सतर्क रहने की जरूरत है। क्योंकि गन्ने के खेत में फड़का की तरह का कीट उड़ता हुआ दिखाई दे रहा है। जो बुरा या मेले रंग का होता है।