भारत के लगभग सभी राज्यों में किसानों के खेतों में जंगली जानवरों का कहर लगातार देखा जाता है। इसमें इसमें नीलगाय और सूअर सबसे अधिक पाए जाने वाले जंगली जानवर हैं। यह ही किसानों की फसलों को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचाते हैं। जिन किसानों के खेत गांव से दूर होते हैं। उनमें अक्सर नीलगाय और सूअर का नुक्सान देखा जाता है। किसान पूरी मेहनत करके अपनी फसल को बड़ी करते हैं। और जंगली जानवर एक झटके में पूरी फसल को नष्ट कर देते हैं। किसानों की पूरी मेहनत बर्बाद हो जाती है। आगे मैं आपको कुछ किसानों का अनुभव बताऊंगा जो अपनी फसल को कुछ तरीकों द्वारा बचा रहे हैं। इन टिप्स को जानने के लिए पूरा लेख पढ़ें-
गेहूं में सब कुछ डालने के बाद भी कल्ले नहीं बने:ये है मुख्य कारण, डालें ये जरूरी खाद
जंगली जानवरों को भगाने का आसान तरीका
वैसे तो किसान समय-समय पर अनेक प्रकार के जुगाड़ करते रहते हैं। लेकिन मैं आपको आज जो जुगाड़ बताऊंगा यह शायद ही अपने पहले कभी सुने होंगे या इनका प्रयोग किया होगा।
- जिन खेतों में आपको जंगली जानवरों का आतंक देखने को मिलता है। उस खेत में आप एक खंभे पर तेज रोशनी वाली दो से तीन टॉर्च अलग-अलग दिशा में लटका दें और रात के समय उन्हें जला दें। इससे भी जंगली जानवर आपके खेत में नहीं घुसेंगे और वह डर कर भाग जाएंगे।
- आप अपने खेत में लहसुन और प्याज का पेस्ट बनाकर उसका भी छिड़काव कर सकते हैं। इससे लहसुन की गंध से आपके खेत में जंगली जानवर नहीं हो जाएंगे।
- तीसरा आप बाढ़-बंदी करके भी अपनी फसलों को जंगली जानवरों के नुकसान से बचा सकते हैं। लेकिन इसमें काफी खर्च आता है और बहुत से किसान इसे नहीं कर पाते।
- किसान भाई अपने खेत के चारों तरफ ऐसे पौधों को लगे जिनमें से गंध आती है। जैसे- तुलसी, लेमनग्रास, करौंदा, इत्यादि। इन पौधों को आप अपनी खेतों की मेड़ पर लगा सकते हैं। इससे भी आपको फायदा मिलेगा।
- आप अपने खेत में किसी घंटी को लटका सकते हैं। जो हवा में बजती रहे और इसके शोर से जंगली जानवर डरकर भाग जायेंगे।
किसान साथियों आप जंगली जानवरों को भगाने के लिए किस तरीके का प्रयोग करते हैं। इसके बारे में कृपया कमेंट में जरूर बताएं। ताकि दूसरे किसान इससे लाभ ले सकें। आपको यह मेरा लेख कैसा लगा कृपया कमेंट के माध्यम से जरूर बताएं। धन्यवाद!
FAQ
आवारा पशुओं से फसल को कैसे बचाएं?
आवारा पशुओं से फसल को बचाने के लिए बाढ़-बंदी सबसे अच्छा तरीका है। लेकिन ये किसानों को थोड़ा महंगा पड़ता है।
ये भी पढ़ें- आलू में झुलसा रोग की आने से पहले ही करें पहचान आपनाएँ ये आसान तरीका