गेहूं की फसल के लिए महत्वपूर्ण खाद, बारिश के बाद होगी रिकॉर्ड तोड़ पैदावार

By Kheti jankari

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गेहूं की फसल के लिए महत्वपूर्ण

गेहूं की फसल के लिए महत्वपूर्ण खाद:- साथियों नमस्कार, गेहूं भारत में उगाई जाने वाली प्रमुख फसल है। भारत के लगभग 13 प्रतिशत हिस्से पर गेहूं की खेती की जाती है। गेहूं में प्रोटीन, विटामिन और कार्बोहाइड्रेट काफी अधिक मात्रा में पाए जाते है। रूस, अमेरिका और चीन के बाद भारत दुनिया का चौथा सबसे बड़ा गेहूं उत्पादक देश है। गेहूं की खेती आप किसी प्रकार की मिट्टी में कर सकते हैं। लेकिन भारी मिट्टी वाले सूखे क्षेत्र जिनमें पानी की निकासी का पूरा प्रबंध हो, उन क्षेत्रों में गेहूं की खेती सबसे अच्छी रहती है।

गेहूं की फसल एक कम पानी वाली फसल है। यह चार से पांच पानी में पककर तैयार हो जाती है। इसमें सिंचाई हल्की करनी पड़ती है। गेहूं के खेत में अधिक पानी खड़ा होने की वजह से इसकी जड़ों में फंगस आ जाती है। जिससे इसमें पीलापन आमतौर पर किसानों को देखने को मिलता है। गेहूं की फसल में इस समय किसान साथी पानी दे चुके हैं। भारत के कई राज्यों में दो-तीन दिन से बारिश हो रही है। बारिश के बाद गेहूं की फसल में आपको कुछ ऐसे काम करने हैं। जिससे आप अपनी फसल से अधिक पैदावार ले सके।

बारिश के बाद गेहूं में करने वाले मुख्य काम

बारिश के बाद गेहूं में करने वाले मुख्य कामों की बात करें, तो इसमें से कुछ बातें नीचे बताई गई हैं। आप उनको पढ़कर अपनी गेहूं के अच्छे से देखभाल कर सकते हैं।

  • गेहूं के खेत में पानी खड़ा ना होने दें। जिस खेत में पानी खड़ा हो उसे निकाल दें। ताकि गेहूं की फसल को किसी प्रकार का कोई नुकसान ना हो।
  • जिन किसान साथियों ने गेहूं में खरपतवार नाशकों का प्रयोग नहीं किया। वह बारिश के बाद अपनी फसल में खरपतवार नाशकों का प्रयोग कर सकते हैं। क्योंकि खरपतवार नाशक नामी में ही अच्छी प्रकार से कार्य करते हैं।
  • गेहूं के खेत में पानी अधिक भर जाने के कारण इस समय पीलापन भी देखने को मिलता है। इसलिए आपको इसमें खाद का इस्तेमाल भी जरूरी करना पड़ेगा।

बारिश के बाद गेहूं के लिए महत्वपूर्ण खाद

किसान साथियों जैसा कि आप सबको पता है, कि गेहूं को कम पानी की आवश्यकता पड़ती है। अधिक पानी हो जाने की वजह से गेहूं में पीलापन और अन्य कईं बीमारियां देखने को मिलती हैं। इसलिए बारिश हो जाने के बाद आपको गेहूं की फसल में 40 किलोग्राम यूरिया के साथ 5 किलोग्राम सल्फर और 10 किलोग्राम मैग्नीशियम मैग्नीशियम सल्फेट मिलकर अवश्य डाल देना चाहिए। ताकि आपकी गेहूं की फसल से पीलापन दूर हो जाए और फसल में लगने वाले फंगस रोग भी समाप्त हो जाए। यह खाद डालने से आपकी फसल एकदम से चल पड़ेगी और आपको अच्छी पैदावार देखने को मिलेगी।

इसके साथ-साथ किसान साथी अपनी गेहूं की फसल में माइक्रोन्यूट्रिएंट्स 500 ग्राम और साथ में सागरिका लिक्विड 250ml का स्प्रे भी आवश्यक करें। ताकि गेहूं को एक बूस्टर डोज मिल जाए।

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Kheti jankari

मैं एक किसान हूँ, और खेती में एक्सपर्ट लोगो से मेरा संपर्क है। मैं उनके द्वारा दी गयी जानकारी और अनुभव को आपके साथ साँझा करता हूँ। मेरा प्रयास किसानों तक सही जानकारी देना है। ताकि खेती पर हो रहे खर्च को कम किया जा सके।

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