गेहूं की टॉप किस्म
तेज हवाएं और अत्यधिक गर्मी को सहन करने वाली गेहूं की नई किस्म:best variety of wheat
WH-1105 चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय (हिसार) द्वारा बनाई गई एक रिसर्च गेहूं किस्म है। इसकी लंबाई लगभग 97 से 100 सेंटीमीटर तक रहती है। इस गेहूं की सबसे खास बात यह है, कि इसका तना मजबूत होता है। और यह तेज हवाओं में भी गिरती नहीं है।
गेहूं बिजाई में डीएपी से भी ताकतवर इस खाद का इस्तेमाल करें:डीएपी और एमएपी में अंतर जानें
गेहूं की समय पर बिजाई के लिए यह सबसे उपयुक्त समय है। इस समय लगभग सभी किसान भाई अपनी गेहूं की बिजाई शुरू कर दी है, या कुछ करने वाले हैं। रबी की फसल यानी गेहूं की बिजाई में अक्सर डीएपी खाद की किल्लत पिछले दो-तीन वर्षों से देखी जा रही है। किसानों को डीएपी महंगे दामों पर मिल रहा है। या उन्हें डीएपी के साथ कुछ अन्य चीजों को जबरदस्ती दिया जाता है। जिससे किसान का भारी आर्थिक नुकसान हो रहा है।
धान के जैसे पैदावार देने वाली गेहूं की सबसे अच्छी किस्म:wheat variety of mahyco company
मुकुट प्लस (MWL 6278) गेहूं किस्म महीको इंडिया प्राइवेट लिमिटेड की एक रिसर्च किस्म है। यह एक अच्छी लंबाई वाले गेहूं किस्म है। इसकी लंबाई 105 से 110 सेंटीमीटर तक रहती है। इस गेहूं में कल्ले अधिक निकलते हैं। और तना मजबूत होता है। जिससे यह गिरने के प्रति सहनशील है।
पैदावार के मामले में इस गेहूं किस्म का नहीं है कोई मुकाबला:wheat variety of dehaat
DWS-777 देहात (DEHAAT) की एक रिसर्च गेहूं किस्म है। इस किस्म की मुख्य विशेषता यह है। इसकी बालियाँ लंबी और नाली मोटी होती है। जिससे यह गिरने के प्रति सहनशील है। यह एक माध्यम ऊंचाई वाले गेहूं किस्म है। इसकी ऊंचाई लगभग 90 से 100 सेंटीमीटर तक रहती है। पीला रतुआ और बड़ा रतुआ रोगों के प्रति यह किस्म सहनशील है। इसके दाने भूरे और सुनहरे होते हैं। इस किस्म में फुटाव अन्य किस्मों के मुकाबले अधिक होता है। इस गेहूं किस्म को पिछले वर्षों से काफी पसंद कर रहे हैं।
अधिक भूसे के लिए गेहूं की इस खास किस्म की बिजाई करें:PBW-677 wheat variety
गेहूं की यह किस्म पंजाब कृषि अनुसंधान संस्थान द्वारा वर्ष 2015 तैयार की गई है। इस किस्म की लंबाई लगभग 105 से 107 सेंटीमीटर तक रहती है। यह एक अधिक ऊंचाई वाली गेहूं की किस्म है। इसकी बाली लंबी और नाली मजबूत होती है।
स्वादिष्ट रोटी के लिए करें इस गेहूं किस्म की बिजाई:HD-3086 Wheat Variety
एचडी-3086 गेहूं किस्म भारतीय गेहूं एवं जो अनुसंधान द्वारा बनाई गई एक रिसर्च किस्म है। जिसकी बजाई आप दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, राजस्थान, उत्तर प्रदेश व जम्मू कश्मीर के कुछ भागों में कर सकते हैं।
कल्लर जमीन या जल भराव वाले क्षेत्रों के लिए जानी जाती है गेहूं की यह किस्म:KRL-210 wheat variety
KRL-210 गेहूं किस्म केंद्रीय मृदा लवणता अनुसंधान संस्थान करनाल (हरियाणा) द्वारा बनाई गई है गेहूं की इस किस्म को वर्ष 2013 में बनाया गया था। इस किस्म को बनाने का उद्देश्य किसानों को जल भरवा वाले क्षेत्र और कल्लर मिट्टी में अधिक पैदावार निकाल कर देना। जिस क्षेत्र में बारिश के कारण पानी जमा हो जाता है, और उनके खेतों का पानी नहीं सूखता।
गेहूं में डीएपी की कमी:बिजाई के समय डीएपी का प्रयोग नहीं किया,फास्फोरस की कमी पूरी करने का आसान तरीका जानें
अक्सर देखा गया है कि गेहूं बजाई के समय डीएपी की कमी हो जाती है। ऐसा पहले भी हो चुका है और आगे भी हो सकता है। कुछ किसानों ने इस साल गेहूं की बजाई में आधा बैग डीएपी डालकर काम चलाया है। गेहूं में डीएपी 50 किलोग्राम प्रति एकड़ तक प्रयोग होता है।
दिसंबर के महीने में करें इन गेहूं किस्मों की बिजाई मिलेगी अधिक पैदावार:late wheat varieties
गेहूं की बिजाई का सही समय वैसे तो 5 नवंबर से लेकर 25 नवंबर तक का होता है। लेकिन कुछ किसान भाई गन्ना कटाई के बाद भी गेहूं की बिजाई करते हैं। गन्ने की कटाई आमतौर पर दिसंबर से लेकर मार्च अप्रैल तक होती है। किसान दिसंबर में कटाई किए जाने वाले गन्ने के खेत में गेहूं की बिजाई करते हैं। इस समय गेहूं की बिजाई के लिए आपको कुछ विशेष किस्म का चयन करना पड़ता है।
गेहूं में खरपतवार नासक दवाइओं का प्रयोग कब करें:जरूरी सावधानियां, खरपतवार नासी से गेहूं खराब होने से बचाए
गेहूं किसानों के लिए यह एक महत्वपूर्ण मुद्दा है। कई बार किसानों की फसल खरपतवार नाशकों के उल्टे-सीधे इस्तेमाल की वजह से खराब हो जाती है। यह समस्या हमें तब अधिक देखने को मिलती हैं। जब किसान सोशल मीडिया और लोगों से तरह-तरह के खरपतवार नाशकों के बारे में सुनने को मिलता है, और वह उसे कंफ्यूज होकर ऐसी खरपतवार नाशक दवाइयां का इस्तेमाल कर बैठते हैं।
लेट बजाई करने वाले किसानों को बंपर पैदावार देगी ये गेहूं किस्म:Wheat variety from Syngenta Seeds
SW-26 गेहूं किस्म सिजेंटा सीट्स इंडिया लिमिटेड की एक रिसर्च किस्म है। जिसकी लंबाई माध्यम रहती है। इसकी लंबाई 90 से 95 सेंटीमीटर तक रहती है। इसके दाने चमकदार और मोटे होते हैं।
श्रीराम सीड्स की गेहूं किस्म जिसकी बजाई आप अगेती और पिछेती दोनों प्रकार से कर सकते हैं:best wheat variety
श्रीराम सुपर-231 गेहूं किस्म श्रीराम सीड्स इंडिया लिमिटेड की एक रिसर्च किस्म है। यह एक अच्छी लंबाई वाली गेहूं किस्म है। इसकी लंबाई लगभग 103 से 105 सेंटीमीटर तक रहती है। इस किस्म में भूसे की मात्रा भी अन्य किस्म के मुकाबले अधिक होते हैं।