पीली सरसों की टॉप उन्नत किस्में जो किसानों की पहली पसंद है|Top Varieties of Yellow Mustard

By Kheti jankari

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पीली सरसों की टॉप उन्नत किस्में जो किसानों की पहली पसंद बनी हुई हैं

नमस्कार किसान साथियों, पीली सरसों के रेट काली सरसों के मुकाबले बाजार में अधिक मिलते है। क्यूंकि इसमें तेल की मात्रा काली सरसों के मुकाबले अधिक होती है। और पीली सरसों में पानी की जरूरत भी कम होती है। पीली सरसों की मांग बाजार में बाजार में बढ़ती जा रही है। पीली सरसों पकने में काम समय लेती है, और इसको हम तीसरी फसल के रूप मे भी ले सकते है।

काली सरसों की टॉप 5 किस्में जो सबसे अधिक पैदावार देती है।

पीली सरसों की टॉप उन्नत किस्में

सरसों की किस्मों की बात करें तो बाजार में सरसों की काफी सारी किस्में देखने को मिलती है। पीली सरसों 6 से 9 किवंटल तक पैदावार आसानी से दे देती है। पीली सरसों की बुआई सितम्बर और अक्टूबर में कर सकते है। पीली सरसों की बुआई अगर आप लाइन में करते हो तो 1.5kg बीज और अगर सीधे हाथ से बजाई करते हो तो 2kg बीज प्रति एकड़ प्रयोग करना चाहिए। पीली सरसों की प्रमुख किस्में है-

  1. पीताम्बरी
  2. नरेंदर सरसों-2
  3. k-88
  4. उल्लास (महीको)

पीताम्बरी सरसों की किस्म

  • यह किस्म चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं तकनीकी विश्वविधालय, कानपुर (UP) द्वारा वर्ष 2009 में विकसित की गयी थी।
  • यह किस्म सबसे कम दिनों में तैयार हो जाती है।
  • इसकी औसात पैदावार 7 से 9 किवंटल प्रति एकड़ तक रहती है।
  • यह किस्म पकने में 110 से 115 दिन का समय लेती है।
  • इस किस्म में तेल की मात्रा 44% से 45% तक पायी जाती है।
  • इस किस्म के दाने का आकर माध्यम, पीला और चमकदार होता है।
  • इस किस्म में दाने का बजन लगभग 4.5 से 6.5 ग्राम तक होता है।
  • इस किस्म के पौधे से 20 से 22 शाखाएँ आसानी से निकल जाते है।
  • इस किस्म के पौधे की ऊंचाई लगभग 147cm- 170cm के मध्य होती है।

नरेंदर सरसों-2 सरसों की किस्म

  • यह किस्म आचार्य नरेंदर देव कृषि एवं तकनीकी विश्वविधालय, फैजाबाद (UP) द्वारा वर्ष 1996 में विकसित की गयी थी।
  • इसकी औसात पैदावार 6.5 से 8 किवंटल प्रति एकड़ तक रहती है।
  • यह किस्म पाले के प्रति सहनसील होती है।
  • यह किस्म पकने में 125 से 130 दिन का समय लेती है।
  • इस किस्म में तेल की मात्रा 42% से 45% तक पायी जाती है।
  • इस किस्म में प्रति फली लगभग 6 से 8 दाने आसानी से प्राप्त हो जाते है।
  • इस किस्म के पौधे की ऊंचाई लगभग 150cm- 175cm के मध्य होती है।

K-88 सरसों की किस्म

  • यह किस्म चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं तकनीकी विश्वविधालय, कानपुर (UP) द्वारा वर्ष 1978 में विकसित की गयी थी।
  • इसकी औसात पैदावार 6 से 8 किवंटल प्रति एकड़ तक रहती है।
  • यह किस्म पकने में 125 से 130 दिन का समय लेती है।
  • इस किस्म में तेल की मात्रा 42% से 43% तक पायी जाती है।
  • इस किस्म के दाने का आकर मोटा, पीला और चमकदार होता है।
  • इस किस्म में दाने का बजन लगभग 5 से 5.5 ग्राम तक होता है।
  • इस किस्म के पौधे से 18 से 20 शाखाएँ आसानी से निकल जाते है।
  • इस किस्म के पौधे की ऊंचाई लगभग 150cm- 170cm के मध्य होती है।

उल्लास (महीको) सरसों की किस्म

  • उल्लास महीको प्राइवेट लिमिटेड की एक हाइब्रिड किस्म है।
  • इस किस्म की बजाई नवंबर में भी कर सकते है।
  • इसकी औसात पैदावार 7 से 9 किवंटल प्रति एकड़ तक रहती है।
  • यह किस्म पकने में लगभग 130 दिन का समय लेती है।
  • इस किस्म में तेल की मात्रा 38% से 40% तक पायी जाती है।
  • इस किस्म के पौधे की ऊंचाई लगभग 170cm तक होती है।

FAQ

Q. काली सरसों या पीली सरसों में से कौन बेहतर है?
Ans. काली सरसों और पीली सरसों दोनों का अपनी जगह अलग महत्व है। पीली सरसों में तेल की मात्रा अधिक होती है, लेकिन पैदावार काम देती है। लेकिन काली सरसो में तेल मात्रा कम होती है लेकिन पैदावार अधिक देती है।
Q. काली सरसों या पीली सरसों में से कौन सी का मंडी में अधिक मूल्या मिलता है।
Ans. पीली सरसों का मंडी मूल्या काली सरसों के मुकाबले अधिक रहता है। क्यूंकि इसके तेल की मात्रा अधिक होती है।

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Kheti jankari

मैं एक किसान हूँ, और खेती में एक्सपर्ट लोगो से मेरा संपर्क है। मैं उनके द्वारा दी गयी जानकारी और अनुभव को आपके साथ साँझा करता हूँ। मेरा प्रयास किसानों तक सही जानकारी देना है। ताकि खेती पर हो रहे खर्च को कम किया जा सके।

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