गेहूँ
गेहूं में सल्फर को मिट्टी में दे या स्प्रे में:कृषि वैज्ञानिक ने बताया गेहूं में सल्फर देने का ये सही तरीका
सल्फर एक ऐसा तत्व है, जो गेहूं की फसल के लिए सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण होता है। सल्फर गेहूं के लिए मुख्य पोषक तत्व होता है। पहले पौधे पर्यावरण से सल्फर की कमी को पूरा कर लेते थे। परंतु प्रदूषण अधिक होने की वजह से पौधा पर्यावरण से अब सल्फर की मात्रा में नहीं ले सकते। इसलिए हमें केमिकल तरीके द्वारा पौधे को सल्फर देनी पड़ती है। सल्फर की कमी रेताली जमीनों में अधिक महसूस होती है
गेहूं में डीएपी की कमी:बिजाई के समय डीएपी का प्रयोग नहीं किया,फास्फोरस की कमी पूरी करने का आसान तरीका जानें
अक्सर देखा गया है कि गेहूं बजाई के समय डीएपी की कमी हो जाती है। ऐसा पहले भी हो चुका है और आगे भी हो सकता है। कुछ किसानों ने इस साल गेहूं की बजाई में आधा बैग डीएपी डालकर काम चलाया है। गेहूं में डीएपी 50 किलोग्राम प्रति एकड़ तक प्रयोग होता है।
गेहूं में प्रयोग होने वाली एक्सियल खरपतवार नासी की चार खास बातें शायद किसानों को नहीं पता होंगी:axial syngenta top herbicide
गेहूं में सकरी पत्ती और चौड़ी पत्ती दोनों प्रकार के खरपतवार पाए जाते हैं। सकरी पत्ती के खरपतवारों को नष्ट करने के लिए सेंकर और टॉपिक कुछ पुरानी दवाइयां हैं, जिनका इस्तेमाल किसान काफी समय से लगातार करते आ रहे हैं। और चौड़ी पत्ती वाले खरपतवारों को नष्ट करने के लिए 24D, अलग्रिप और नाबूद दवाइयां का इस्तेमाल किया जाता है। सकरी पत्ती वाले खरपतवारों में मंडूसी सबसे खतरनाक और सबसे अधिक उगने वाला खरपतवार नासक है।
गेहूं में प्रयोग होने वाली सेंकोर खरपतवार नाशक की कुछ खास बातें जानें:सेंकोर को प्रयोग करने का अनोखा तरीका,जो शायद आपको नहीं पता होगा
गेहूं में मंडुसी (गुल्ली डंडा) खरपतवार एक मुख्य समस्या देखी जाती है। इस खरपतवार को नष्ट करना किसानों के लिए हमेशा ही एक चैलेंज रहा है। कुछ किसान भाई तो इस खरपतवार को नष्ट करने के चक्कर में अपनी गेहूं की फसल को भी नष्ट कर लेते हैं।
दिसंबर के महीने में करें इन गेहूं किस्मों की बिजाई मिलेगी अधिक पैदावार:late wheat varieties
गेहूं की बिजाई का सही समय वैसे तो 5 नवंबर से लेकर 25 नवंबर तक का होता है। लेकिन कुछ किसान भाई गन्ना कटाई के बाद भी गेहूं की बिजाई करते हैं। गन्ने की कटाई आमतौर पर दिसंबर से लेकर मार्च अप्रैल तक होती है। किसान दिसंबर में कटाई किए जाने वाले गन्ने के खेत में गेहूं की बिजाई करते हैं। इस समय गेहूं की बिजाई के लिए आपको कुछ विशेष किस्म का चयन करना पड़ता है।
गेहूं की पत्तियों बीच से मुड़कर पीलापन आने की समस्या:क्या है कारण, सस्ता इलाज जानें
किसी भी फसल की बिजाई से लेकर कटाई तक किसानों को अनेक समस्याओं का सामना करना पड़ता है। कभी अत्यधिक तापमान, कभी अत्यधिक ठंड, तो कभी बारिश के कारण किसानों को नुकसान भी उठाना पड़ता है। इसके साथ-साथ फसलों में अनेक रोग समय-समय पर लगाते रहते हैं। जिससे किसानों की लागत इन फसलों पर और भी अधिक बढ़ जाती है। फसलों में समय पर स्प्रे और खाद पानी देने पर भी किसान अपना पूरा उत्पादन नहीं ले पाते और कुछ किसानों की तो फसल नष्ट भी हो जाती है।
गेहूं में खरपतवार नासक दवाइओं का प्रयोग कब करें:जरूरी सावधानियां, खरपतवार नासी से गेहूं खराब होने से बचाए
गेहूं किसानों के लिए यह एक महत्वपूर्ण मुद्दा है। कई बार किसानों की फसल खरपतवार नाशकों के उल्टे-सीधे इस्तेमाल की वजह से खराब हो जाती है। यह समस्या हमें तब अधिक देखने को मिलती हैं। जब किसान सोशल मीडिया और लोगों से तरह-तरह के खरपतवार नाशकों के बारे में सुनने को मिलता है, और वह उसे कंफ्यूज होकर ऐसी खरपतवार नाशक दवाइयां का इस्तेमाल कर बैठते हैं।
गर्मी सहन करने वाली गेहूं की सबसे अच्छी किस्म:Wheat Variety Of Punjab Agricultural University
गेहूं की यह किस्म पंजाब कृषि विश्वविद्यालय द्वारा बनाई गई। जो अत्यधिक गर्मी को सहन करने की क्षमता रखती है। और किसानों को अच्छा उत्पादन निकाल कर देती है। इसकी लंबाई लगभग 100 सेंटीमीटर तक रहती है।
गेहूं की इन किस्मों को आपस में मिलाकर करें बजाई मिलेगी अधिक पैदावार:Method of mixing wheat varieties
गेहूं की किस्मों को आपस में मिलने से पहले सबसे पहले यह देखना चाहिए कि आप जिन गेहूं किस्म को आपस में मिला रहे हैं। उन किस्मों का पकाने का समय एक जैसा होना चाहिए। आप 130 दिन में पकने वाली किस्म को 150 दिन में पकने वाली किस्म के साथ मिक्स नही कर सकते। अगर आप इन किस्म को आपस में मिलाकर बजाई करोगे तो आपकी गेहूं के दाने काले होने का डर बना रहेगा
लेट बजाई करने वाले किसानों को बंपर पैदावार देगी ये गेहूं किस्म:Wheat variety from Syngenta Seeds
SW-26 गेहूं किस्म सिजेंटा सीट्स इंडिया लिमिटेड की एक रिसर्च किस्म है। जिसकी लंबाई माध्यम रहती है। इसकी लंबाई 90 से 95 सेंटीमीटर तक रहती है। इसके दाने चमकदार और मोटे होते हैं।
सिजेंटा सीड्स की गेहूं किस्म जिसकी नाली मजबूत और फुटाव अधिक होता है:TOP VARIETY OF WHEAT
SW-23 गेहूं किस्म सिंजेंटा सीड्स इंडिया लिमिटेड की एक रिसर्च गेहूं किस्म है। यह एक माध्यम लंबाई वाली गेहूं किस्म है। जिसकी लंबाई लगभग 95 सेंटीमीटर तक रहती है।
श्रीराम सीड्स की गेहूं किस्म जिसकी बजाई आप अगेती और पिछेती दोनों प्रकार से कर सकते हैं:best wheat variety
श्रीराम सुपर-231 गेहूं किस्म श्रीराम सीड्स इंडिया लिमिटेड की एक रिसर्च किस्म है। यह एक अच्छी लंबाई वाली गेहूं किस्म है। इसकी लंबाई लगभग 103 से 105 सेंटीमीटर तक रहती है। इस किस्म में भूसे की मात्रा भी अन्य किस्म के मुकाबले अधिक होते हैं।