पूसा वैज्ञानिकों द्वारा बनाई गई गेहूं किस्म एचडी-3385 की विशेषताएं जानें:New Variety Of Wheat

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DBW-303, DBW-222 और DBW-187 गेहूं किस्मों की खासियत जानें

भारत के वैज्ञानिकों द्वारा हर वर्ष फसलों की नई-नई किस्में तैयार की जाती हैं। इस वर्ष भी भारत के वैज्ञानिकों ने 8 नई गेहूं और जों की किस्में विकसित की हैं। यह सभी किस्में भारतीय गेहूं एवं जों अनुसंधान के वैज्ञानिकों द्वारा बनाई गई है। ये किस्में है – HD-3385, WH-1402 HD-3388, CG-1040, DBW-327, MP-1378, DBW-359 और जौ की एक किस्म DWRB-219 किस्में बनाई गई है। इसमें से एक किस्म जो पूसा संस्थान दिल्ली द्वारा तैयार की गई है। जो एचडी-3385 के नाम से प्रसिद्ध है। इस किस्म के बारे में आगे संपूर्ण जाने-

एचडी-3385 गेहूं किस्म की विशेषताएं

एचडी-3385 गेहूं किस्म भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान पूसा दिल्ली द्वारा बनाई गई एक किस्म है। जो बदलते मौसम और बढ़ते तापमान में भी किसानों को एक अच्छी पैदावार निकाल कर देती है। इस किस्म में किसी भी प्रकार का कोई रोग नहीं लगता जैसे- पीला रतुआ, भूरा रतुआ आदि। इस किस्म की बिजाई लगभग सभी सिंचित क्षेत्र में की जा सकती है। इस किस्म की बिजाई अगेती करनी चाहिए। ताकि मार्च के अंत तक फसल पक कर तैयार हो जाए और गर्मी की लहरों के प्रभाव से बची रहे। यह एक मध्यम ऊंचाई वाली गेहूं किस्म है। जिसकी लंबाई लगभग 95 सेंटीमीटर तक रहती है। इस किस्म की नाली मजबूत होती। जिससे यह गिरने के प्रति सहनशील है।

HD-2967 wheat variety

एचडी-3385 गेहूं किस्म का पकाने का समय

गेहूं की यह किस्म पकने में 140 से 145 दिन का समय लेती है। लेकिन कुछ जलवायु में इसके पकाने के समय ऊपर नीचे हो सकता है।

एचडी-3385 गेहूं किस्म की औसत पैदावार

गेहूं की इस किस्म की औसत पैदावार 28 से 30 क्विंटल प्रति एकड़ तक रहती है। यह पैदावार इसकी संचित क्षेत्र के लिए है। असंचित क्षेत्र में इसकी पैदावार कम हो सकती है। अलग-अलग क्षेत्र के हिसाब से अलग-अलग पैदावार निकलती है।

एचडी-3385 गेहूं किस्म का बजाई समय

गेहूं की इस किस्म की बिजाई अगेती करनी चाहिए। गेहूं की यह कि 20 अक्टूबर से लेकर 5 नवंबर तक इसकी बिजाई का सबसे उपयुक्त समय रहता है। अगर आप इस किस्म से अधिक पैदावार लेना चाहते हैं, तो इस किस्म की बिजाई अगेती करें।लेट बजाई में ये किस्म अच्छी पैदावार निकल के नहीं देती।

नोट-गेहूं की बिजाई करते समय फफूंदीनाशक कीटनाशक से बीज उपचार अवश्य करें।

किसान भाई अगर कोई इस किस्म का बीज लेना चाहता है। तो वह पूसा संस्थान दिल्ली से संपर्क कर सकते हैं। क्योंकि वहीं से यह बीज असली मिल सकता है। अगर इस बार आपको यह बीज न मिले तो अगले वर्ष आराम से मिल जाएगा। जल्दी न करें। धन्यवाद!

FAQ

2024-25 में गेहूं का समर्थन मूल्य क्या है?
गेहूं के समर्थन मूल्य में 150रु/क्विण्टल के साथ 2024-25 के लिए 2275रु/क्विण्टल हो गया है।

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