भारत में गन्ना उत्पादन की बात करें, तो महाराष्ट्र में यूपी बाद सबसे ज्यादा गन्ने का उत्पादन होता है। गन्ने की प्रति एकड़ औसत पैदावार महाराष्ट्र में सबसे अधिक रहती है। महाराष्ट्र में प्रति एकड़ 700 से 800 क्विंटल तक गन्ना आसानी से निकल आता है। महाराष्ट्र के गन्ने को अब उत्तरी भारत में भी किसानों द्वारा काफी पसंद किया जा रहा है। किसान महाराष्ट्र से नई-नई किस्मों का बीज लेकर हरियाणा, पंजाब, उत्तर प्रदेश और राजस्थान आदि राज्यों में लगा रहे हैं, और अच्छी पैदावार ले रहे हैं। मैं आज आपको महाराष्ट्र की एक ऐसी किस्म के बारे में बताऊंगा। जिसको आप किसी भी प्रकार की मिट्टी में लगा सकते हैं। मतलब खारी मिटटी और जल भराव क्षेत्रों में काफी अच्छी पैदावार निकाल कर देती है। गन्ने की यह किस्म PDN-15012 के नाम से जानी जाती है। इस किस्म की पहचान और विशेषताओं के बारे में संपूर्ण जानकारी के लिए कृपया पूरा लेख पढ़ें।
पैडी गन्ने में रैटून मैनेजर का रोल:क्या फायदे, कैसे कार्य करता है, संपूर्ण जानें
PDN-15012 गन्ना किस्म की विशेषताएं
PDN-15012 केंद्रीय गन्ना अनुसंधान स्टेशन, पडेगांव द्वारा तैयार की गई अगेती गन्ना किस्म है। जिसकी बजाई आप किसी भी प्रकार की मिट्टी में कर सकते हैं। यह सभी क्षेत्र में अच्छी पैदावार निकाल कर देती है। इस गन्ना किस्म की एक और खास बात यह है, कि इसकी बिजाई आप पूरे वर्ष भर में कर सकते हैं। अगर आप जून जुलाई में इसकी बिजाई करना चाहते हैं, तो कर सकते हैं। इस गन्ना किस्म किसी प्रकार का कोई कीट या फंगस रोग देखने को नहीं मिलता।
PDN-15012 गन्ना किस्म की पहचान
PDN-15012 गन्ना किस्म की पहचान की बात करें, तो इसकी आंख उबारी हुई और लंबी होती है। आंख की ऊपर हल्की सी नोक बनी होती है। इसके गन्ने का रंग सफेद और हल्का हरा होता है। इसकी आंख के पास पीले रंग का रिंग दिखाई देता है। गन्ने की पत्तियों की बात करें, तो इसकी पत्तियां मुलायम और सीधी खड़ी रहती हैं।
PDN-15012 गन्ना किस्म की औसत पैदावार
गन्ने की यह किस्म महाराष्ट्र में 700 से 800 क्वांटल तक औसत पैदावार देने की क्षमता रखती है। लेकिन अभी उत्तरी भारत में इसकी पैदावार के बारे में कोई ठोस जानकारी नहीं मिली। लेकिन यह यहां भी 500 से 600 क्वांटल तक आसानी से पैदावार दे सकती है।
नोट- बिजाई करते समय बीज उपचार फफूंदीनाशक और कीटनाशक से अवश्य करें।
अगर किसी किसान साथी नहीं इस किस्म का उत्तरी भारत में बिजाई की है। तो कृपया कमेंट के माध्यम से जरूर बताएं और इसे आगे अन्य किसानों तक अवश्य शेयर करें। धन्यवाद!
ये भी पढ़ें- महाराष्ट्र की गन्ना किस्म:यूपी, हरियाणा, पंजाब में बिजाई उपयुक्त,जानें क्या खास बातें
एक आंख के गन्ने की बिजाई करते समय मुख्य सावधानियां
सूखे क्षेत्रों और कम पानी वाली जमीन के लिए सबसे अच्छी गन्ना किस्म
किसानों को मालामाल करने वाली गन्ना किस्म:मार्च, अप्रैल में बिजाई के लिए उपयुक्त