सरसों की बिजाई करते समय ये 5 काम किया तो मिलेगी बंपर पैदावार:सरसों की फसल से ऐसे लें अधिक पैदावार।

By Kheti jankari

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सरसों की बिजाई करते समय ये 5 काम किया तो मिलेगी बंपर पैदावार

सरसों की बिजाई रबी के सीजन में की जाती है। सरसों की बिजाई के लिए अक्टूबर का महीना सबसे उपयुक्त माना जाता है। लेकिन कुछ अधिक समय पकाने वाली किस्म को 20 सितंबर के बाद और कम समय पकाने वाली किस्म को 10 नवंबर तक भी बजाई कर सकते हैं। सरसों में तेल की मात्रा 30 से 48% पाई जाती है। जो विभिन्न किस्म में अलग-अलग देखने को मिलती है। सरसों की देसी किस्म का बीज आप घर पर तैयार करके भी दोबारा प्रयोग कर सकते हैं। लेकिन सरसों की हाइब्रिड किस्म किसान को आपको हमेशा बाजार से दोबारा ही खरीदना पड़ेगा।

काली सरसों की टॉप 5 किस्में

सरसों से अधिक पैदावार लेने के लिए हमें उन्नत बीजों का चुनाव करना जरूरी है। जैसे पूरे समय में पकने वाली सरसों किस्म में स्टार 10–15, पायोनियर 45s46 जैसी किस्म का चयन कर सकते हैं। और कम समय में पकने वाली किस्म के लिए आप पायोनियर 45s35, पायोनियर 45s47 और क्रिस्टल प्रो एग्रो 5111 सरसों की किस्मों चयन कर सकते हैं। सरसों की पीली किस्में भी आती हैं। जो कम समय में पककर तैयार हो जाती हैं। लेकिन पीली किस्म में काली किस्म के मुकाबले पैदावार कम होती है। लेकिन पीली किस्म में तेल प्रतिशत काली किस्म के मुकाबले अधिक होता है।

सरसों से अधिक पैदावार लेने के लिए करें यह कार्य

  • सरसों की बिजाई करने के समय औसत तापमान 32 डिग्री सेल्सियस तक रहना चाहिए।
  • सरसों बिजाई के लिए सही समय का चुनाव करना चाहिए। सरसों की अगेती बजाई 25 सितंबर से 15 अक्टूबर तक कर सकते हैं। और लेट बजाई 15 अक्टूबर से 15 नवंबर तक की जा सकती है।
  • अधिक पैदावार लेने के लिए हमें सही बीजों का चुनाव भी करना पड़ेगा। बीजों का चुनाव आप अपनी मिट्टी, पानी और क्षेत्र के हिसाब से करें। अगर आपकी मिट्टी हल्की या पानी कम है, तो आप कम समय वाली किस्म का चयन करें। अगर आपके पास पानी पर्याप्त मात्रा में है, और आपकी मिट्टी भी सही और उपजाऊ है, तो आप पूरे समय में पकने वाली किस्म का चयन कर सकते हैं।
  • सरसों की बजाई में काली और पीली दोनों किस्म का अलग-अलग बीज डालता है। अगर आप काली किस्म का सीड ड्रिल से बजाई करते हैं, तो 800 ग्राम बीज प्रति एकड़। अगर हाथ से सीधी बिजाई करते हैं, तो 1 किलोग्राम प्रति एकड़ बीज प्रयोग करना चाहिए। पीली सरसों का अगर आप सीड ड्रिल से बजाई करते हैं, तो 2 किलोग्राम बीज प्रति एकड़ और अगर सीधे हाथ से बजाई करते हैं, तो 3 किलो बीज प्रति एकड़ का प्रयोग करना चाहिए।
  • अगर आप घर से ही बीज ले रहे हैं, तो आपको बीज उपचार करना जरूरी है। बीज उपचार आप फफूंदी नाशक और कीटनाशक दोनों से करें।
  • सरसों की बिजाई के समय सही मात्रा में खाद डालना जरूरी है, क्योंकि प्रॉपर न्यूट्रिशन और खाद देने से ही आप सरसों की अच्छी फसल ले सकते हैं।
  • इसके साथ-साथ आपको अपनी फसल को रोगों से भी बचना होगा। अगर आपकी फसल में कोई रोग आता है, तो आप उसका समय पर स्प्रे करें।

ऊपर बताए गए कार्य अगर आप करते हो तो आप निश्चित ही अपनी सरसों की फसल से अच्छी पैदावार ले सकते हैं। और एक अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं। मेरा प्रयास किसान भाइयों को सही और सटीक जानकारी प्रदान करना है। आपको यह मेरा सुझाव यह मेरा लेख कैसा लगा आप कमेंट के माध्यम से मुझे बता सकते हैं। धन्यवाद!

FAQ

सरसों में यूरिया कब दिया जाता है?
सरसों में पहले पानी यानि 30 से 35 दिन पर यूरिया डालना चाहिए।
सरसों के पौधे के लिए कौन सा उर्वरक सबसे अच्छा है?
सरसों की फसल के लिए सल्फर उर्वरक सबसे अछा रहता है। यह सरसों में तेल की मात्रा को बढ़ाता है।

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Kheti jankari

मैं एक किसान हूँ, और खेती में एक्सपर्ट लोगो से मेरा संपर्क है। मैं उनके द्वारा दी गयी जानकारी और अनुभव को आपके साथ साँझा करता हूँ। मेरा प्रयास किसानों तक सही जानकारी देना है। ताकि खेती पर हो रहे खर्च को कम किया जा सके।

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