डब्ल्यूएच-1402 गेहूं किस्म की विशेषताएं:रेतली मिटटी और कम पानी में बम्पर उत्पादन:WH-1402 wheat variety

By Kheti jankari

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वैज्ञानिकों ने तैयार की गेहूं की नई किस्म

किसान साथियों नमस्कार, चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के वैज्ञानिक समय-समय पर किसानों के लिए ऐसी नई-नई किस्मों का विकास करते रहते हैं। जो अलग-अलग परिस्थितियों में अच्छी पैदावार निकाल कर देती है। इसकी एक किस्म डब्ल्यूएच-1270 जो पिछले दो-तीन सालों से किसानों के बीच काफी प्रसिद्ध है। ऐसे ही चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के वैज्ञानिक डॉ ओमप्रकाश बिश्नोई ने एक नई किस्म बनाई है, जो डब्ल्यूएच-1402 के नाम से जानी जाती है। इस गेहूं किस्म की विशेषताएं, पकने का समय, पहचान और औसत पैदावार के जानने के लिए कृपया पुरा लेख पढ़ें।

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डब्ल्यूएच-1402 गेहूं किस्म की विशेषताएं

कृषि वैज्ञानिक डॉ ओमप्रकाश बिश्नोई के अनुसार डब्ल्यूएच-1402 गेहूं किस्म दो पानी में भी रिकॉर्ड तोड़ उत्पादन देने की क्षमता रखती है। यह गेहूं किस्म रेताली मिट्टी में भी काफी अच्छी पैदावार निकाल कर देती है। इस गेहूं किस्म में पहला पानी 20 से 25 दिन पर और दूसरा पानी 80 से 85 दिन पर देना है।

इसमें बिजाई समय आपको 50 से 60 किलोग्राम डीएपी और 10 किलोग्राम जिंक का प्रयोग करना है। उसके बाद पहले पानी पर 50 से 60 किलोग्राम यूरिया प्रति एकड़ प्रयोग करें। बाद में आपको इसमें कुछ भी डालने की आवश्यकता नहीं पड़ती। यह किस्म कम पानी और कम खाद में होती है। यह किसान हित की किस्म है। यह कम खर्चे में काफी अच्छी पैदावार निकाल कर देती है।

डब्ल्यूएच-1402 गेहूं किस्म की पहचान

डब्ल्यूएच-1402 गेहूं किस्म लंबाई 100 सेंटीमीटर के लगभग रहती है। इसकी बालियों का रंग लाल होता है। इस किस्म को आप आसानी से पहचान सकते हैं।

डब्ल्यूएच-1402 गेहूं किस्म की औसत पैदावार

गेहूं की यह किस्म 147 दिन से 150 दिन में पैक कर तैयार हो जाती है। डॉ ओमप्रकाश के अनुसार यह गेहूं किस्म 50 से 70 क्वांटल प्रति हेक्टेयर तक पैदावार देने की क्षमता रखती है। यह आपकी मिट्टी पर निर्भर करता है, कि आप इसकी कैसी मिट्टी में बिजाई करते हैं, और आप इसमें कितने पानी चलाते हैं।

डब्ल्यूएच-1402 गेहूं किस्म का बिजाई समय

यह किस्म अगेती बिजाई के लिए उपयुक्त है। इसकी बिजाई आप 20 अक्टूबर से लेकर 10 नवंबर तक कर सकते हैं। इस किस्म का 40 किलोग्राम बीज प्रति एकड़ प्रयोग किया जाता है।

नोट-किसान साथियों इस किस्म का बीज अभी बाजार उपलब्ध नहीं है। अगले साल आपको इसका बीज विश्वविद्यालय द्वारा दिया जायेगा।

आपको मेरे द्वारा दी की जानकारी कैसी लगी। कृपया कमेंट के माध्यम से जरूर बताएं और इसे आगे अन्य किसानों तक अवश्य शेयर करें। धन्यवाद!

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Kheti jankari

मैं एक किसान हूँ, और खेती में एक्सपर्ट लोगो से मेरा संपर्क है। मैं उनके द्वारा दी गयी जानकारी और अनुभव को आपके साथ साँझा करता हूँ। मेरा प्रयास किसानों तक सही जानकारी देना है। ताकि खेती पर हो रहे खर्च को कम किया जा सके।

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