लहसुन एक कंद वर्गीय फसल है। जिसमें जमीन के अंदर यह अपने फल का फैलाव करता है। लहसुन में कल्लों का फैलाव नहीं होता। इसमें एक ही पौधा होता है, और उसमें भी 11 से 12 पत्ते ही निकलते हैं। इन्हीं पत्तों से लहसुन की उपज व पैदावार को बढ़ाया जा सकता है। लहसुन की पैदावार को बढ़ाने के लिए आप आपको मिट्टी में खादों को देने के साथ-साथ आपको स्प्रे का भी ध्यान रखना पड़ता है। लहसुन में फंगीसाइड या इंसेंटिसाइड स्प्रे तो किसानों को करना ही पड़ता है। इसके साथ किसानों भाई अगर एनपीके का स्प्रे भी कर लेते हो तो आपकी फसल आपको अच्छी पैदावार निकल के देती है।
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लहसुन की उपज और क्वालिटी बनाने बढ़ाने के उपाय
लहसुन में अपने बेसल डोज में जो खादों या न्यूट्रिएंट्स का प्रयोग किया है। उसके बाद अपने गुड़ाई के समय भी उसमें कुछ ना कुछ खादों और न्यूट्रिएंट्स को मिट्टी में दिया होगा। जो आपकी कंद को बढ़ाने में सहायता करेंगे। लहसुन में मिट्टी में पोषक तत्वों को देने के साथ-साथ हमें ऊपर के पौधे को भी पोषक तत्व देने चाहिए। ताकि पत्तों का फैलाव अच्छे से हो सके और पत्ते हरे-भरे रह सके। जिससे वह सूर्य से भोजन ग्रहण करके नीचे कंद तक पहुंच सकें। इसलिए हमें लहसुन में समय-समय पर अलग-अलग एनपीके का इस्तेमाल करना चाहिए। लहसुन को नाइट्रोजन और पोटाश की आवश्यकता सबसे अधिक मात्रा में होती है। आखिर तक होती है। फास्फोरस एक ऐसा तत्व है, जिसकी लहसुन को कम मात्रा में आवश्यकता होती है, लेकिन वह भी थोड़ी थोड़ी पुरे समय तक होती है। इसी तरह से फेरस की आवश्यकता भी लहसुन को सबसे अधिक मात्रा में पड़ती है, और आखिर तक पड़ती है। आगे मैं आपको लहसुन में एनपीके के कुछ स्प्रे बताऊंगा। जिससे आप अपनी पैदावार को बढ़ा सकते हो, और उन्हें किस समय पर करना है। इस बारे में संपूर्ण जानकारी नीचे जानें –
लहसुन में एनपीके का स्प्रे
एनपीके नाइट्रोजन, फास्फोरस और पोटाश का एक मिश्रण होता है। जिसमें तीनों तत्व पाए जाते हैं। एनपीके की काफी फॉर्म्स आती हैं, और इन फॉर्म्स को अलग-अलग अवस्थाओं में पौधे पर स्प्रे के रूप में प्रयोग किया जाता है। लहसुन में आप एनपीके का प्रयोग करके निश्चित ही अपनी पैदावार और लहसुन की क्वालिटी को बढ़ा सकते हैं। इसके लिए आप एनपीके 19-19-19 की 1 किलोग्राम मात्रा को 60 से 70 दिन पर स्प्रे कर सकते हैं। इसके बाद आप एनपीके-00-52-34 का 75 से 85 दिन पर स्प्रे करें। तीसरे स्प्रे में आप एनपीके 00-00-50 की 1 किलोग्राम मात्रा का स्प्रे 100 से 110 दिन पर करें। इन तीनों स्प्रे के साथ आप माइक्रोन्यूट्रिएंट्स को जरूर साथ में मिलाएं। बाजार में काफी कंपनियों के माइक्रोन्यूट्रिएंट्स आसानी से मिल जायेंगे। उनको पर्याप्त मात्रा में मिला लें।
इन स्प्रे की साथ किसान भाई फफूंदीनासक और कीटनाशक का स्प्रे भी समय समय पर करते रहें। एनपीके के स्प्रे को आप समय पर और पूरी मात्रा में ही अपनी फसल में इस्तेमाल करें। अधिक मात्रा का भी नुकसान हो सकता है।
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