गन्ने में बढ़ रहे रोगों से किसान लगातार कहीं ना कहीं परेशान है। इससे उनकी गन्ने पर लागत भी बढ़ी है, और मुनाफा कम हुआ है। गन्ने में कीटनाशकों के प्रयोग के बावजूद भी उसमें कीट रोग नहीं रुकते और गन्ने की फसल खराब हो जाती है। कृषि वैज्ञानिकों ने इसके बारे में कुछ सुझाव दिए हैं। ताकि गन्ने की फसल को स्वस्थ रखा जा सके और उससे अधिक पैदावार निकाल कर आए। गन्ना किसानों के लिए एक महत्वपूर्ण फसल है, और इसकी खेती लगभग पूरे भारत में की जाती है। गन्ने को स्वस्थ रखने के लिए वैज्ञानिकों द्वारा कुछ तरीका बताए हैं। जो नीचे बताए गए हैं।
गन्ने की खेती से अधिक पैदावार लेने के सिंपल तरीके:प्रगतिशील किसान का अनुभव
गन्ने को स्वस्थ रखने का तरीका
कृषि वैज्ञानिकों ने गन्ने को स्वस्थ रखने के लिए कुछ बातों का ध्यान रखने की सलाह दी गई है। यह बातें आपके साथ नीचे साझा की गई है।
- गन्ना बिजाई के समय अच्छी कंपनी के कीटनाशकों का प्रयोग करें और कीटनाशकों की बराबर मात्रा में प्रयोग करें।
- गन्ने की समय पर बिजाई करें।
- गन्ने में बिजाई से पहले खेत तैयारी के समय गोबर की खाद या वर्मी कंपोस्ट का अवश्य प्रयोग करें।
- गन्ने में बिजाई के समय रासायनिक खादों को पर्याप्त मात्रा में प्रयोग करें। जिससे गन्ने को शुरुआत से ही पोषण मिल सके।
- गन्ना बिजाई के समय माइक्रोन्यूट्रिएंट्स की पर्याप्त मात्रा अवश्य डालें।
- गन्ने की फसल में दो से तीन महीने के अंतराल में जीवामृत की 200 लीटर मात्रा प्रति एकड़ के हिसाब से चलते रहें। जिससे मिट्टी में ऑर्गेनिक कार्बन की मात्रा बनी रहे।
- गन्ना बिजाई से पहले भूमि उपचार अवश्य करें।
- गन्ना बिजाई से पहले गहरी जुताई अवश्य करें।
- गन्ने में खेत तैयारी से पहले और बरसात के मौसम में ट्राइकोडर्मा फफूंद का अवश्य प्रयोग करें।
- गन्ने में खरपतवार ना उगने दें। निराई गुड़ाई द्वारा खरपतवारों को समय-समय पर नष्ट करते रहें।
- गन्ने की दो से तीन बार निराई गुड़ाई अवश्य करायें।
- गन्ने में कीटनाशक, फफूंदीनाशकों, माइक्रोन्यूट्रिएंट्स, एनपीके और ह्यूमिक एसिड का प्रयोग समय-समय पर करते रहें। आपको महीने में एक बार तो इनका स्प्रे कर ही देना चाहिए। ताकि गन्ने में कोई कीट रोग ना लगे।
- गन्ने की बिजाई उचित दूरी पर करें और स्वस्थ बीज का ही चुनाव करें।
- बिजाई करते समय बीज उपचार अवश्य करें।
- गन्ने में कोई रोग दिखने पर तुरंत स्प्रे निकाल दें।
किसान साथियों अगर आप ऊपर दी गई बातों को ध्यान में रखकर अपने गन्ने की खेती करते हैं। तो आपको किसी प्रकार की कोई परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा और आपके खेत में कोई रोग भी नहीं लगेगा। आपको मेरे द्वारा दी गई जानकारी कैसी लगी। कृपया कमेंट के माध्यम से जरूर बताएं और इसे आगे अन्य किसानों तक अवश्य शेयर करें। धन्यवाद!
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