मक्का में खरपतवार नियंत्रण की सबसे बेस्ट दवाइयां:- मक्का में विभिन्न प्रकार के सकरी पत्ती, चौड़ी पत्ती व मोथा कुल के खरपतवार पाए जाते हैं। जो कुछ खेतों में तो काफी अधिक मात्रा में उग जाते हैं, और फसल को काफी नुकसान पहुंचाते हैं। कुछ खरपतवार तो ऐसे होते हैं। जो मक्का को उगने से पहले ही उग जाते हैं, और मक्का के जमाव को भी प्रभावित करते हैं। मक्का की फसल में उगे हुए खरपतवारों को नष्ट करने के लिए बाजार में आपको अलग-अलग तरह की दवाइयां का इस्तेमाल करना पड़ता है। सकरी पत्ती, चौड़ी पट्टी और मोटा कुल के खरपतवारों को नष्ट करने के लिए अलग-अलग दवाइयां का इस्तेमाल करना पड़ता है। इस लेख में आपको कौन से खरपतवार को कौन सी दवाई नष्ट करेंगी। इस बारे में संपूर्ण जानकारी मिलेगी। कृपा पूरा लेख पढ़ें।
मक्का में पहला दमदार स्प्रे, कब करें:सभी रोगों का समाधान
मक्का में मुख्य खरपतवार नाशक दवाइयां
मक्का में मुख्य खरपतवार नाशक दवाइयां की बात करें। तो आपको अलग-अलग खरपतवार को मारने के लिए अलग-अलग प्रकार की दवाई का इस्तेमाल करना पड़ता है। कुछ दवाइयां तो चौड़ी और सकरी दोनों प्रकार के खरपतवारों को नष्ट कर देती हैं। तथा कुछ दवाइयां सिर्फ चौड़ी पत्ती या सकरी पत्ती के खरपतवारों को नष्ट करती हैं। आपके खेत में जो खरपतवार हो गए आप उस खरपतवार के लिए अलग से खरपतवार नाशक दवाई का इस्तेमाल कर सकते हैं। मक्का में मुख्या रूप से 15 से 20 दिन पर खरपतवारों का स्प्रे कर देना चाहिए। मक्का के लिए मुख्य खरपतवार नाशक दवाइयां नीचे बताई गई है।
मक्का में सकरी पत्ती वाले खरपतवारों के लिए मुख्य दवाइयां
मक्का में अलग-अलग प्रकार के सकरी पत्ती वाले खरपतवार पाए जाते हैं। इन सकरी पत्ती वाले खरपतवारों को नष्ट करने के लिए कई प्रकार की दवाइयां बाजार में मिलती है। इनमें मुख्य रूप से लौडिस (बयार), टाइनज़र (बास्फ़) और एट्राज़िन का इस्तेमाल किया जाता है।
लौडिस (बयार) में टॉप्रेमेज़ोन 33.6% एससी टेक्निकल पाया जाता है। इसकी 115ml मात्रा प्रति एकड़ प्रयोग की जाती है। यह मक्का के सकरी और चौड़ी दोनों प्रकार के खरपतवारों को नष्ट करने की क्षमता रखता है। इसके साथ 500 ग्राम एट्राजिन का भी प्रयोग किया जाता है। इसके किसानों द्वारा काफी अच्छे रिजल्ट देखने को मिलते है।
टाइनज़र (बास्फ़) में टेम्बोट्रियोन 42% एससी टेक्निकल पाया जाता है। इसकी 30ml मात्रा प्रति एकड़ प्रयोग की जाती है। यह मुख्य रूप से सकरी पत्ती वाले खरपतवारों को नष्ट करता है। लेकिन यह कुछ चुनिंदा चौड़ी पत्ती वाले खरपतवारों को भी आसानी से नष्ट कर देता है। इसके साथ कंपनी द्वारा 500 ग्राम एट्राजिन दी जाती है।
कैलारिस एक्स्ट्रा (सिंजेंटा) में मेसोट्रियोन 2.27% w/w + एट्राज़िन 22.7% w/w SC टेक्निकल पाया जाता है। इसकी 700ml मात्रा प्रति एकड़ प्रयोग की जाती है। यह मक्का में सभी तरह के खरपतवारों को मारने की क्षमता रखता है।
मक्का में चौड़ी पत्ती वाले खरपतवारों के लिए मुख्य दवाइयां
मक्का में चौड़ी पत्ती वाले खरपतवारों को नष्ट करने के लिए आप 2,4-डी अमीन साल्ट 58% एसएल का इस्तेमाल कर सकते हैं। 2,4-डी चौड़ी पट्टी वाले खरपतवारों को नष्ट करने की सबसे सस्ती दवाई है। इसकी 750ml से 1 लीटर मात्रा प्रति एकड़ प्रयोग की जाती है। इसकी मात्रा आप अपने खरपतवारों को ध्यान में रखकर कम या ज्यादा कर सकते हैं। अगर आपके खेत में चौड़ी पट्टी वाले खरपतवार कम मात्रा में पाए जाते हैं। तो आप लौडिस (बयार), टाइनज़र (बास्फ़) का इस्तेमाल भी कर सकते है। ये भी चौड़ी पत्ती वाले खरपतवारों को मारने की क्षमता रखते है।
मक्का में मोथा कुल वाले खरपतवारों के लिए मुख्य दवाइयां
मक्का में मोथा कुल के घास भी काफी अधिक मात्रा में उग जाते हैं। मोथा कुल के घास इतनी आसानी से नष्ट नहीं होते। इनकी जड़ में गांठ होती है। मोथा कुल के घास को मारने के लिए आपको सेम्प्रा (धानुका) की 36 ग्राम मात्रा प्रति एकड़ प्रयोग करनी पड़ती है। सेम्प्रा में हैलोसल्फ्यूरॉन मिथाइल 75% डब्ल्यूजी टेक्निकल पाया जाता है। यह आपको भारत इंसेंटिसाइड का ऐलान के नाम से भी बाजार में देखने को मिल जाता है।
किसान साथियों आप मक्का की फसल में खरपतवार नाशकों का प्रयोग तभी करें जब आपकी खरपतवार दो से चार पत्ती की हो। क्योंकि छोटे खरपतवारों में अधिक बड़े खरपतवारों पर खरपतवारनाशक अच्छे से काम नहीं कर पाते। वैसे खरपतवारों को मारने का सबसे सही तरीका निराई-गुड़ाई है। लेकिन लेबर न मिलने के कारण किसानों को केमिकल दवाइओं का इस्तेमाल करना ही पड़ता है।
आपको मेरे द्वारा दी गई जानकारी कैसी लगी। कृपया कमेंट के माध्यम से जरूर बताएं और इसे आगे अन्य किसानों तक अवश्य शेयर करें। धन्यवाद!
ये भी पढ़ें-मक्का में पहला खाद:यूरिया के साथ क्या डालें
मक्का की टॉप 5 हाइब्रिड किस्में
मक्का में बिजाई के समय ताकतवर खाद कांबिनेशन:100 क्विंटल पैदावार का तरीका
डिकाल्ब-8181 मक्का किस्म:Dekalb-8181 corn variety characteristics