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राशि सीड्स की नई हाईब्रिड सरसों किस्म RMX–9922 की खूबियां जानें:New Hybrid Mustard Variety RMX–9922
RMX–9922 सरसों की यह किस्म राशि सीड्स की एक हाइब्रिड किस्म है। जिसको आप किसी भी प्रकार की मिट्टी में लगा सकते हैं। यह किस्म पाले के प्रति सहनशील है. इस किस्म में किसी प्रकार का कोई रोग नहीं लगता। इसकी फलियां मोटी और लंबी होती हैं। जिससे इसमें झड़ने की समस्या नहीं होती।
एडवांटा सीड्स की हाइब्रिड सरसों की ADV–427 की विशेषताएं जानें:Hybrid Mustard ADV–427
ADV-427 एडवांटा सीड्स की एक हाइब्रिड काली सरसों की किस्म है। इस किस्म ने किसानों को पिछले वर्ष काफी अच्छी पैदावार निकालकर दी है। इस किस्म की फलियां मजबूत होती हैं, जो पकने पर झड़ती नहीं है।
इस वैज्ञानिक तरीके से करें गेहूं बिजाई से पहले बीज उपचार:Treat seeds using F.I.B method
F.I.B का मतलब फंगीसाइड, इंसेंटिसाइड और बैक्टीरियासाइड यानी फूफंदी नाशक से बीज उपचार, कीटनाशक से बीज उपचार और जीवाणुनाशक से बीज उपचार करना। इसमें सबसे पहले आपको फफूंदी नाशक से, उसके बाद कीट नाशक से और बाद में जीवाणु नाशक से इन तीनों से बीज उपचार करना चाहिए
बंपर पैदावार के लिए इस समय करें गेहूं की बिजाई:Right time to sow wheat
गेहूं की बिजाई हम तीन चरणों में करते हैं- पहले चरण अगेती बजाई के लिए, दूसरा चरण समय पर बिजाई के लिए और तीसरा चरण पिछेती बिजाई के लिए। पहले चरण में हम उन किस्मों का चयन करना चाहिए हैं, जो पकने में अधिक समय लेती हैं। दूसरे चरण में हम मध्य समय में पकने वाली किस्म का प्रयोग करते हैं, और तीसरा चरण में हम कम समय में पकने वाली किस्म का प्रयोग करते हैं। गेहूं की बजाई करने के लिए सबसे उपयुक्त तापमान 20 से 25 डिग्री सेंटीग्रेड तक होता है।
बरानी क्षेत्र के लिए बनाई गई है ये खास गेहूं की तीन किस्में:Wheat varieties of HAU
बरानी क्षेत्र के लिए चौधरी चरण सिंह कृषि विश्वविद्यालय हिसार (हरियाणा) द्वारा तीन किस्में बनाई गई है। जो किसानों को पिछले काफी समय से अच्छी पैदावार निकाल कर दे रही हैं।
डीएपी और एसएसपी को छोड़ गेहूं बजाई में करें इस ताकतवर खाद का इस्तेमाल:Best fertilizer for wheat sowing
गेहूं की बिजाई करते समय हमें एनपीके यानी नाइट्रोजन, फास्फोरस और पोटाश का मिश्रण डालना पड़ता है। जिससे पौधे को शुरू से ही तीनों तत्वों की पूर्ति हो सके और वह जल्दी बढ़वार करें।
सबसे अधिक बजाई की जानें वाली गेहूँ किस्म HD-2967 की खूबियाँ जानें:HD-2967 wheat variety
फसल से अच्छी पैदावार लेने के लिए हमें एक उच्च गुणवत्ता वाले बीज की आवश्यकता ...
किसानों में तहलका मचाएगी गेहूं ये किस्म:DBW-332 wheat variety
गेहूं की यह किस्म भारतीय गेहूं एवं जो अनुसंधान संस्थान करनाल के वैज्ञानिकों द्वारा बनाई गई। यह किस्म करण आदित्य के नाम से जानी जाती है। इस किस्म की लंबाई 100 सेंटीमीटर तक रहती है। माध्यम लंबाई होने के कारण इस किस्म में गिरने की संभावना कम रहती है।
चौधरी चरण सिंह हरियाणा एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी द्वारा विकसित गेहूं किस्म डब्ल्यू एच–1270 की विशेषताएं जानें|WH-1270 wheat variety
Wh–1270 गेहूं की चौधरी चरण सिंह हरियाणा एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी हिसार(हरियाणा) द्वारा विकसित की गई एक गेहूं किस्म है। जो पकने में लगभग 150 से 155 दिन का समय लेती है। इस किस्म को किसान भाई काफी पसंद करते हैं। क्योंकि यह मध्य लंबाई वाली किस्म है। इसमें गिरने की समस्या बहुत कम रहती है। इसकी लंबाई लगभग 100 सेंटीमीटर तक रहती है।
गेहूं की फसल में बंपर पैदावार के लिए पहले पानी देने का सही समय जानें:गेहूं में पानी देने का सही तरीका जानें
गेहूं में पानी देने का समय आपकी बजाई करने के समय पर निर्भर करता है। अगर आपने गेहूं की बिजाई अक्टूबर में की है। तो आपको पहला पानी 20 से 25 दिन पर लगाना पड़ेगा। अगर आपने गेहूं की बिजाई नवंबर या दिसंबर में की है। तो आप 25 से 30 दिन पर पहला पानी लगाएं। क्योंकि उसे समय ठंड थोड़ी ज्यादा बढ़ जाती है, और रात को ओस अधिक पड़ती है। जिससे मिट्टी गिल्ली रहती है।
ऐसी गेहूँ किस्म जिसका आपको 55kg से 60kg बीज प्रति एकड़ डालना जरूरी है:Pusa veshash wheat variety
गेहूं की यह किस्म पूसा विशेष के नाम से जानी जाती है। पूसा विशेष इसका नाम इसलिए पड़ा क्योंकि यह किसानों के लिए विशेष किस्म साबित हुई है। यह किसानों को लेट बजाई में सबसे अच्छी पैदावार निकाल कर देती है। यह किस्म पूसा यूनिवर्सिटी दिल्ली द्वारा विकसित की गई विकसित की गई। इस किस्म की लंबाई माध्यम रहती है। यह किस्म 90 सेंटीमीटर तक लंबी हो जाती है।
पंजाब और हरियाणा के किसानों द्वारा पसंद की जाने वाली गेहूं की खास उन्नत किस्म की करें बजाई:अधिक पैदावार, सम्पूर्ण जानकरी
गेहूं की यह किस्म पंजाब कृषि विश्वविद्यालय द्वारा वर्ष 2013-14 में बनाई गई। गेहूं की यह एक रिसर्च किस्म है। गेहूं की इस किस्म की नाली मोटी और मजबूत होती है। जिससे यह तेज हवाओं में नहीं गिरती। यह एक मध्यम ऊंचाई वाली गेहूं की समय है।