सरसों की टॉप किस्में
काली सरसों की टॉप 5 किस्में जो सबसे अधिक पैदावार देती है|Top 5 Mustard Varieties
सरसों की खेती वैसे तो पुरे भारत में की जाती है। लेकिन हरियाणा, राज्यस्थान, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, और पश्चिमी बंगाल में सबसे ज़्यदा सरसों की खेती होती है। ये राज्य पुरे देश का 85% सरसों का उत्पादन करते है। भारत में सरसो की मांग प्रतिदिन बढ़ती ही जा रही है।
सरसों की टॉप किस्म जिसकी फलियाँ मजबूत और दाने चमकदार है:Mustard variety from Savannah Seeds
SM-2042 सवाना सीड्स की एक हाइब्रिड काली सरसों की किस्म है। इस किस्म की बिजाई लगभग सभी प्रकार की मिट्टी में की जा सकती है। लेकिन भारी मिट्टी में यह किस्म अच्छी पैदावार निकाल कर देती है।
नंदी सरसों इन रीसर्च किस्मों के बारे मे सम्पूर्ण जानें:बायोस्टाड इंडिया लिमिटेड की सरसों किस्में।
सरसों भारत की एक महत्वपूर्ण तिलहनी फसल है जो मुख्य रूप से हरियाणा, राजस्थान, गुजरात, पंजाब और उत्तर प्रदेश में उगाई जाती हैमें अपनी उगाई जाती है।
श्रीराम 1666 सरसों की हाइब्रिड किस्म की विशेषताएं और मूल्य|Shriram 1666 Hybrid Mustard Variety
श्रीराम 1666 डीसीएम श्रीराम लिमिटेड सीड्स की काली सरसों की हाइब्रिड किस्म है। इसके पौधे की ऊंचाई लगभग 5 फीट के आसपास रहती है।
सरसों की बिजाई में करें इन खादों का प्रयोग, मिलेगी अच्छी पैदावार:सरसों बजाई की जानकारी
सरसों रबी की एक प्रमुख फसल है। जिसकी बजाई लगभग पूरे भारत में की जाती ...
पायनियर सीड्स की 45s47 सरसों किस्म:top mustard variety
पायोनियर 45s47 पायनियर सीट्स इंडिया की काली सरसों की किस्म है। यह किस्म 45s46 किस्म के मुकाबले कम समय में पकती है। इस किस्म का पकाने का समय 115 से 125 दिन है।
कावेरी सीड्स की काली सरसों किस्म KBH-5207 की खासियत जानें:Kaveri Seeds Top Mustard Variety
सरसों और गेहूं रबी के सीजन में बुवाई की जाने वाली मुख्य फसलें हैं। जिनकी बजाई भारत में सबसे अधिक की जाती है। आजकल किसान भाई गेहूं को छोड़कर सरसों की बिजाई अधिक मात्रा में कर रहे हैं।
कम समय में पकने वाली काली सरसों की हाइबर्ड किस्में:Hybrid varieties of black mustard
सरसों की काफी सारी हाइब्रिड किस में आती हैं। कुछ किस्में पकने में लगभग 140 से 150 दिन का समय लेती हैं, तथा कुछ किस में 110 से 120 दिन में पक जाती हैं। किसान अपनी अगली फसल के हिसाब से सरसों की किस्म को चयन करते हैं। कुछ किसानों को कम समय की किस्म पसंद है और कुछ किसान पूरे समय वाली किस्म लगते हैं। कम समय वाली किस्म अधिक समय वाली किस्म से थोड़ी कम पैदावार देते हैं।
श्रीराम सीड्स लिमिटेड की नई सरसों किस्म श्रीराम-1668 की खूबियां जाने:New mustard variety
श्रीराम-1668 डीसीएम श्रीराम लिमिटेड सीड्स की काली सरसों की हाइब्रिड किस्म है। इसके पौधे की ऊंचाई लगभग 5.5 फीट के आसपास रहती है।
HAU हिसार द्वारा दी गयी सरसों किस्म RH-725 और RH-1424 की विशेषताएं जानें:कम पानी में अच्छी पैदावार देने वाली सरसों किस्म
हरियाणा एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी हिसार किसानों के लिए सरसों व गेहूं के बीजों की अनेक इसमें तैयार करती है। यह यूनिवर्सिटी रिसर्च बीजों का उत्पादन करती है। और उन्हें किसानों को उपलब्ध कराने में मदद करती है।
पीली सरसों की टॉप उन्नत किस्में जो किसानों की पहली पसंद है|Top Varieties of Yellow Mustard
सरसों की किस्मों की बात करें तो बाजार में सरसों की काफी सारी किस्में देखने को मिलती है। पीली सरसों 6 से 9 किवंटल तक पैदावार आसानी से दे देती है। पीली सरसों की बुआई सितम्बर और अक्टूबर में कर सकते है। पीली सरसों की बुआई अगर आप लाइन में करते हो तो 1.5kg बीज और अगर सीधे हाथ से बजाई करते हो तो 2kg बीज प्रति एकड़ प्रयोग करना चाहिए।
हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय की टॉप 5 सरसों की किस्में
किसान साथियों नमस्कार, आज मैं आपको चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय (HAU), हिसार की ...