HAU हिसार द्वारा दी गयी सरसों किस्म RH-725 और RH-1424 की विशेषताएं जानें:कम पानी में अच्छी पैदावार देने वाली सरसों किस्म

By Kheti jankari

Updated on:

हरियाणा एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी की कम पानी में अच्छी पैदावार देने वाली काली सरसों की टॉप किस्में

हरियाणा एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी हिसार (हरियाणा) ने किसानों के लिए सरसों व गेहूं के बीजों की अनेक किस्में तैयार करती है। यह यूनिवर्सिटी रिसर्च बीजों का उत्पादन करती है। और उन्हें किसानों को उपलब्ध कराने में मदद करती है। जिनमें से प्रमुख गेहूं के प्रमुख बीज WH-1270 है। इस यूनिवर्सिटी ने वैसे तो सरसों बीजों की काफी किस्में तैयार की हैं। लेकिन इस यूनिवर्सिटी द्वारा तैयार की गयी सरसों की दो किस्में जो कम पानी में भी अधिक पैदावार निकाल कर देती हैं।

श्रीराम -1668 सरसों किस्म की खूबियां जाने

RH-725 सरसों किस्म की विशेषताएं

RH-725 हरियाणा एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी हिसार (हरियाणा) के द्वारा तैयार की गई एक रिसर्च सरसों किस्म है। जो पकाने में लगभग 135 से 145 दिन का समय लेती है। इसकी बिजाई आप अगेती व समय पर दोनों प्रकार से कर सकते हैं। सरसों की यह किस्म हल्की जमीन व कम पानी वाली जमीन के लिए सबसे उपयुक्त रहती है। इसकी एक फली में 17 से 18 दाने होते हैं। इस किस्म में तेल की मात्रा लगभग 40% तक पाई जाती है। इस किस्म की बिजाई आप 10 अक्टूबर से लेकर 25 अक्टूबर तक कर सकते हैं। यह किस्म सफ़ेद रतुए रोग के प्रति सहनशील है।

RH-725 सरसों किस्म की पैदावार

यह किस्म 10 से 12 क्विंटल प्रति एकड़ पैदावार आसानी से दी जाती है। यह किस्म बारानी क्षेत्र यानी हल्की मिट्टी वाली जमीन में बजाई के सबसे उपयुक्त रहती है। लेकिन इस किस्म की बजाई आप भारी जमीन में भी कर सकते है। यह किस्म एक पानी में भी अच्छी पैदावार दे देती है।

RH-1424 सरसों किस्म की विशेषताएं

RH-1424 सरसों की यह किस्म हरियाणा एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी हिसार द्वारा तैयार की गई किस्म है। इस किस्म को RH-725 का इंप्रूवमेंट इंप्रूवमेंट वर्जन कहा जा सकता है। इसकी लम्बाई RH-725 से थोड़ी कम रहती है। इस किस्म की बजाई भी आप हल्की मिट्टी व कम पानी वाले जमीन में कर सकते हैं। यह किस्म विशेष रूप से बरौनी क्षेत्र के लिए बनाई गई है। इस किस्म का पकाने का समय 135 से 140 दिन के लगभग रहता है। इस किस्म में तेल की मात्रा 42% तक रहती है। यह किस्म यूनिवर्सिटी द्वारा इस वर्ष दी जाएगी। यह किस्म पाले के प्रति सहनशील है। और इस किस्म में किसी प्रकार का कोई रोग भी नहीं लगता।

RH-1424 सरसों किस्म की पैदावार

यह किस्म 12 से 14 कुंतल प्रति एकड़ तक पैदावार आसानी दे देती है। यह किस्म RH-725 से 10% तक अधिक पैदावार देती है।

इन दोनों किस्मों का बीज 500रु से 600रु प्रति किलोग्राम आसानी से मिल जायेगा। इन दोनों किस्म का बीज लेने के लिए आप 8, 9 और 10 अक्टूबर 2023 को लगने वाले हरियाणा कृषि विकास मेले में जा सकते हैं। वहां पर आपको इन दोनों सरसों किस्म का बीज मिलेगा। RH-725 का बीज आप बाजार से भी ले सकते हैं। इस किस्मों का बीज आप घर पर भी तैयार कर सकते है। और अगले साल के लिए उसी बीज को अपने खेत में बजाई कर सकते है। अगर आप घर से सरसों बीज की बजाई करते हैं, तो बीज उपचार जरूर करें। धन्यवाद!

FAQ

सरसों में सल्फर का उपयोग कब करें?
सरसों में बजाई के समय और पहले पानी पर सल्फर का प्रयोग जरूर करें।

ये भी पढ़ें –हरियाणा कृषि विकास मेला 2023 कब लगेगा जानें

सरसों की फसल में अधिक फुटाव बढ़ाने के लिए पहले पानी पर डालें ये खाद

राशि-1604 हाइब्रिड काली सरसों किस्म की विशेषताएं

इस समय करें सरसों की बिजाई मिलेगी 1क्वान्टल से 2 क्वान्टल प्रति एकड़ तक अधिक पैदावार

Kheti jankari

मैं एक किसान हूँ, और खेती में एक्सपर्ट लोगो से मेरा संपर्क है। मैं उनके द्वारा दी गयी जानकारी और अनुभव को आपके साथ साँझा करता हूँ। मेरा प्रयास किसानों तक सही जानकारी देना है। ताकि खेती पर हो रहे खर्च को कम किया जा सके।

Leave a Comment