किसान साथियों नमस्कार, गन्ना एक अधिक समय में पकने वाली फसल है। जो पकने में लगभग 9 से 10 महीने का समय ले लेती है। गन्ने में हमें धान और गेहूं के मुकाबले दोगुनी खुराक डालनी पड़ती है। क्योंकि यह अधिक समय पकती है। गन्ने की फसल को शुरुआती अवस्था में नाइट्रोजन, फास्फोरस, पोटाश, कैल्शियम, मैग्नीशियम और सल्फर की सबसे ज्यादा अधिक मात्रा में जरूरत होती है। हमें शुरुआती अवस्था में एक ऐसे खाद कांबिनेशन का इस्तेमाल करना चाहिए। जो गन्ने में इन सभी तत्वों को पूरा कर सके और हमारी फसल अच्छे से बढ़वार करके चले। अगर हमारी गन्ने की फसल शुरू से ही बढ़वार करके चलेगी। तो उसमें रोग भी कम मात्रा में लगेंगे। क्योंकि गन्ने के पौधे पहले ही मजबूत हो जाते है। गन्ने में बुवाई के समय कौन-कौन से खाद डालें। इसके बारे में संपूर्ण जानकारी के लिए कृपा पूरा लेख पढ़ें।
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गन्ना बुवाई के समय कौन सा खाद डालें
किसान साथियों जैसा कि आप सबको पता है। कि पौधे को सबसे ज्यादा आवश्यकता नाइट्रोजन, फास्फोरस और पोटाश की होती है। उसके बाद कैल्शियम, मैग्नीशियम और सल्फर की आवश्यकता होती है, और पौधे को जिंक, बोरोन और आयरन अधिक तत्वों की बहुत कम मात्रा में आवश्यकता होती है। इसलिए हमें पौधे की शुरुआती अवस्था में नाइट्रोजन, फास्फोरस, पोटाश, कैल्शियम, मैग्नीशियम और सल्फर को सबसे अधिक मात्रा में डालना पड़ता है। दूसरा जिन तत्वों के पौधे को बहुत कम मात्रा में आवश्यकता होती है। इन तत्वों को अगर हम साल में एक बार भी डाल देते हैं। तो आपकी मिट्टी में इनकी उपलब्धता बनी रहती है। इसलिए इन तत्वों को आप बाद में भी प्रयोग कर सकते हैं। क्योंकि पिछली फसल के तत्व आपकी जमीन में पड़े रहते हैं।
गन्ना बुवाई के समय बेस्ट खाद कांबिनेशन
गन्ना बुवाई के समय खाद कांबिनेशन की बात करें। तो हमें बुवाई के समय 150kg एसएसपी, 50kg यूरियाऔर 25kg पोटाश को आपस में मिलकर अपने गन्ना में इस्तेमाल कर सकते हैं। इसमें से हम एसएसपी का इस्तेमाल आखरी जुताई से पहले, यूरिया और पोटाश का इस्तेमाल गन्ना बिजाई के समय खूडों में कर सकते हैं। इसके हमको काफी अच्छे रिजल्ट देखने को मिलेंगे। एसएसपी में कैल्शियम और सल्फर की मात्रा पाई जाती है। जिससे हमारी फसल को कैल्शियम और सल्फर आसानी से मिल जाती है।
दूसरे खाद कांबिनेशन की बात करें, तो इसमें 50kg डीएपी, 25kg यूरिया, 25kg पोटाश, 20kg कैल्शियम नाइट्रेट और 6kg सल्फर को आपस में मिलकर अपनी गन्ने की फसल में बिजाई के समय प्रयोग कर सकते हैं। इसका प्रयोग आप गन्ना बिजाई के समय खूडों में करें। जिससे आपको इसके पूरा लाभ मिल सके।
किसान साथियों अगर आप ऊपर दिए गए इन दोनों कांबिनेशन में से किसी भी का भी प्रयोग करते हैं। ये दोनों काफी अच्छे रिजल्ट देखने को मिलेंगे और आपकी गन्ने की फसल शुरू से ही काफी अच्छी बढ़वार लेकर चलेगी और आपको अच्छी पैदावार निकाल कर देगी।
गन्ना बिजाई के समय बेस्ट कीटनाशक
गन्ना बुवाई के समय हमें अपनी फसल को कीटों और फंगस रोगों से बचने के लिए इसमें एक अच्छे कीटनाशक और फंगीसाइड का प्रयोग अवश्य करना चाहिए। गन्ना बुवाई के समय कीटनाशक की बात करें। तो हमें लेसेंटा (इमिडाक्लोप्रिड 40% + फिप्रोनिल 40% डब्लूजी) 100 से 150 ग्राम प्रति एकड़ और साफ़ (कार्बेन्डाजिम 12% + मैन्कोज़ेब 63% WP) की 500 ग्राम मात्रा प्रति एकड़ को आपस में मिलकर। इसका स्प्रे अपनी गन्ने की पूरी के ऊपर खूडों में करें। यह काफी अच्छा की कीटनाशक है, और यह आपकी फसल को लंबे समय तक कीट और फंगस रोगों से बचा कर रखेगा।
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