बढ़ते तापमान से गेहूं की फसल को नुकसान, बचाव के लिए करें ये जरूरी काम

By Kheti jankari

Published on:

बढ़ते तापमान से गेहूं की फसल को नुकसान, बचाव के लिए करें ये जरूरी काम

किसान साथियों नमस्कार, लगातार बढ़ते तापमान से गेहूं की फसल को काफी ज्यादा नुकसान पहुंच रहा है। गेहूं एक ऐसी फसल फसल है, जो सर्दी के मौसम में उगाई जाती है। गेहूं की फसल के लिए औसत तापमान 20 से 22 डिग्री सेल्सियस तक रहना चाहिए। लेकिन दिन में बढ़ रही लगातार गर्मी और तेज धूप के कारण गेहूं की फसल को काफी ज्यादा नुकसान हो सकता है। तापमान बढ़ने से आपकी पैदावार पर काफी ज्यादा असर रहने वाला है। पिछले वर्ष के मुकाबले इस बार गेहूं की पैदावार कम रह सकती है। बढ़ते तापमान के कारण गेहूं की फसल में अगेती बालियां भी निकाल सकती हैं। जिन किसान साथियों ने अक्टूबर में गेहूं की बिजाई की है। उनको इसका काफी ज्यादा नुकसान देखने को मिल सकता है। बढ़ते तापमान से गेहूं की फसल को बचाने के लिए हम कुछ कार्य कर सकते हैं। जिससे हमारी पैदावार पर असर न पड़े और गेहूं हमें अच्छा मुनाफा कमा कर दे। आप गर्मी से बचाव के लिए नीचे गए कुछ दिए गए कुछ कार्य कर सकते हैं।

गेहूं में एनपीके, बोरोन और फंगीसाइड को मिक्स करके स्प्रे कर सकते हैं, या नहीं:क्या कहते हैं कृषि जानकारी

गेहूं में गर्मी के नुकसान से बचाव के कुछ तरीके

किसान साथियों लगातार बढ़ रही गर्मी से गेहूं की फसल को काफी ज्यादा नुकसान हो सकता है। गेहूं में अगेती बालियाँ निकालने की समस्या आमतौर पर देखी जाती है। गेहूं की फसल में तापमान बढ़ने से स्ट्रेस आ सकता है। जिससे बालियाँ में दाने भरने की गति कम हो जाती है, और गेहूं की फसल में दाना नहीं बन पाता। इस समय हमें गेहूं की फसल में कुछ ऐसे कार्य करने पड़ते हैं। जिससे हमारी फसल को बढ़ते तापमान से कम नुकसान हो, इसके लिए कुछ कार्य नीचे बताए गए हैं।

  • बढ़ते तापमान से गेहूं को बचाने के लिए आपको खेत में लगातार नमी बनाए रखनी चाहिए। इस समय आप अपनी गेहूं में लगातार पानी चलाते रहें। लेकिन तेज हवा के चलने की स्थिति में पानी की रोक दें।
  • किसान साथियों आप इस समय एनपीके 00-00-50 1kg मात्रा प्रति एकड़ या फिर MOP की एक से दो किलोग्राम मात्रा प्रति एकड़ 200 लीटर पानी में घोल बनाकर अपनी गेहूं की फसल पर स्प्रे कर सकते हैं। पोटाश गेहूं को ठंडा रखने में मदद करता है।
  • अगेती बुवाई वाली गेहूं में पोटाश का स्प्रे एक बार और पिछेती बुवाई वाली गेहूं की फसल में पोटाश का छिड़काव 15 दिन के अंतराल में दो बार किया जाना आवश्यक है।
  • किसान साथियों इस समय आप अपनी फसल में एक अच्छे फफूंदीनासक का इस्तेमाल अवश्य करें। क्योंकि इस समय पीला रतुआ का अटैक भी आ सकता है। इसलिए आप समय रहते ही अपनी फसल को सुरक्षित कर लें।

आपको मेरे द्वारा दी गई जानकारी कैसी लगी। कृपया कमेंट के माध्यम से जरूर बताएं और इसे आगे अन्य किसानों तक अवश्य शेयर करें। धन्यवाद!

ये भी पढ़ें- गेहूं की फसल के लिए चमत्कारी स्प्रे: गोभ अवस्था से 10 दिन पहले जरूरी स्प्रे

गेहूं में जबरदस्त उपज और मोटे दाने के लिए करें, ये दमदार स्प्रे: कम खर्चे में शानदार मुनाफा

गेहूं में किस समय कौन से एनपीके का स्प्रे करें:गेहूं की ग्रोथ के लिए सबसे सस्ता स्प्रे

गेहूं में हाइट रोकने वाली दवाइयां का प्रयोग कब करें:सही समय जानें:गेहूं में गिरने वाली समस्या का पका समाधान

Kheti jankari

मैं एक किसान हूँ, और खेती में एक्सपर्ट लोगो से मेरा संपर्क है। मैं उनके द्वारा दी गयी जानकारी और अनुभव को आपके साथ साँझा करता हूँ। मेरा प्रयास किसानों तक सही जानकारी देना है। ताकि खेती पर हो रहे खर्च को कम किया जा सके।

Leave a Comment