सरसों में फूल आने पर पैदावार बढ़ाने के लिए यह दो जरूरी काम करें(2023) . सरसों की खेती में पैदावार बढ़ाने के कुछ तरीके। सरसों की खेती। सरसों में फूल अवस्था के समय स्प्रे। सरसों में फूल झड़ने से रोकने के उपाय। सरसो की फसल में रोगो से बचाव।
सरसों की फसल में खरपतवार नियंत्रण करने का सबसे सस्ता तरीका
किसान साथियों नमस्कार, सरसों की बिजाई सितंबर और अक्टूबर से शुरू हो जाती है, और जो नवंबर पहले सप्ताह तक चलती है। कुछ किसानों ने सरसों की बिजाई अक्टूबर के पहले हफ्ते में कर दी थी। तो उनकी सरसों अब 30 दिन के लगभग होने वाली है। इस समय सरसों में पहला पानी देने की आवश्यकता होती है। किसान भाई समय पर अपना पहला पानी देकर उसमें संतुलित मात्रा में खाद और न्यूट्रिएंट को डालें। ये आपकी सरसों की फसल में कल्ले बढ़ने का कार्य करेंगे। इसके बाद जिन किसानों की सरसों की फसल में फूल निकलने वाले हैं, या फूल निकल चुके हैं। वह किसान भाई अपनी सरसों की पैदावार बढ़ाने के लिए नीचे दिए गए कुछ कार्य कर सकते हैं।
सरसों की फसल में पैदावार बढ़ाने के तरीके
सरसों की पैदावार बढ़ाने के लिए फूल अवस्था सबसे अच्छी स्टेज मानी जाती है। इस समय से आपकी फसल में दाने बनने का समय शरू हो जाता है। अगर आपकी सरसों के अंदर फूल अवस्था शुरू हो गई है। तो आपको कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी है, जिससे आपकी पैदावार बढ़िया निकले। इस समय आपकी फसल में कीटों और रोगों का अटैक लगना शरू हो जाता है। इसलिए इनकी रोकथाम के लिए उपाय करने भी इस समय जरूरी होते है।
सरसों किस्म श्रीराम-1668 की खूबियां जाने
- जिस भी किसान की सरसों फूल अवस्था में आ चुकी है। उन्हें पहला कार्य NPK-05234 1.5kg और बोरोन 100g को 200 लीटर पानी में घोल बना कर प्रति एकड़ स्प्रे करें। ये स्प्रे आपके फूलों को झड़ने से रोकेगा और आपका दाना चमकदार व मजबूत बनेगा।
- दूसरा अपने सरसों की फसल में इस फंगीसाइड और कीटनाशक का भी प्रयोग करना है। सरसों की फूल अवस्था में ऐसे कीटनाशक का चयन करें। जो ज्यादा तेज ना हो। जिससे आपके सरसों की फूलों को नुकसान हो सके। क्योंकि सरसों में कुछ मित्र कीट होते हैं। जो एक पौधे से दूसरे पौधे में खाना देने का काम करते है। जैसे-मधुमक्खियां जो सरसों की पैदावार बढ़ाने में मदद करती है। इसलिए सरसों में हल्के इसकी नाशकों का ही प्रयोग करना चाहिए। इसके लिए आप एक्टारा (थियामेथोक्सम 25% डब्लूजी) 100 ग्राम प्रति एकड़ और इसके साथ हारु (टेबुकोनाज़ोल 10% + सल्फर 65% डब्लू.जी) की 300 ग्राम मात्रा प्रति एकड़ 200 लीटर पानी में घोलकर स्प्रे करें। ये स्प्रे आपकी फसल को फंगस जनित रोगों और कीट रोगों से बचाएगा। (सल्फर सरसों में तेल की मात्रा बढ़ाने का काम करता है)
यह कार्य करने से किसान भाई आप अपनी सरसों की फसल को 1 से 1.5 कुंतल प्रति एकड़ तक बढ़ा सकते हैं। अगर आपके सरसों की फसल को लेकर कोई सवाल है। तो आप कमेंट के माध्यम से पूछ सकते हैं। धन्यवाद!
FAQ
सरसों में यूरिया कब दिया जाता है?
सरसों में यूरिया पहले और दूसरे पानी पर 30kg प्रति एकड़ डालने चाहिए।
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मै लखविंदर सिंह सरसों की खेती 4.5 किले में लगाई हुई है और मुझे ईस के बारे में जानकारी चाहिए