गन्ना बोने की वर्टिकल विधि:- किसान साथियों नमस्कार, गन्ने बिजाई की रोज नई-नई विधियां आपको देखने को मिल रही है। जिसमें मुख्य विधियां रिंग पिट विधि, ट्रैंच विधि और पौधा नर्सरी से गन्ने की बिजाई की जाती है। लेकिन गन्ने की एक नई विधि काफी प्रचलित है। यह विधि सबसे पहले यूपी के किसानों द्वारा अपनायी गयी थी। इसमें बीज कम मात्रा में लगता है। इस विधि से किसान बड़ी अच्छी पैदावार निकल के दे रहे है। गन्ने की यह विधि वर्टिकल विधि के नाम से जानी जाती है। गन्ने की वर्टिकल विधि क्या है, इसके क्या-क्या लाभ है, इस बारे में जानकारी के लिए कृपया पूरा लेख पढ़ें।
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गन्ना बोने की वर्टिकल विधि क्या है
गन्ने की वर्टिकल विधि एक गन्ना बिजाई की नई विधि है। इस विधि से बजाई में लाइन से लाइन की दूरी 4 से 5 फीट और गन्ने से गन्ने की दूरी 2 फीट के लगभग रहती है। गन्ने की वर्टिकल विधि में एक एकड़ लगभग 5000 आंखें लगती है। इसमें एक आंख की पोरी काटी जाती है। पोरी के आंख वाले भाग को नीचे मिट्टी में सीधी गाढ़ दिया जाता है। इस विधि में गन्ने की आधी पूरी जमीन के अंदर और आधी पूरी जमीन के बाहर रहती है। गन्ने की वर्टिकल विधि से बिजाई करने पहले आपको खेत में 4 से 5 फीट पर खूड़ निकाल लेने हैं। इसके बाद इन खूडों में हल्का पानी चला कर, इसमें एक आंख की खड़ी पोरी को लगा दें। इस विधि से बिजाई वर्टिकल विधि कहलाती है।
गन्ना बोने की वर्टिकल विधि से बिजाई करने के फायदे
गन्ने की वर्टिकल विधि से बिजाई करने के किसानों द्वारा काफी ज्यादा फायदे देखने को मिल रहे हैं। तभी किसान इस विधि से काफी अधिक मात्रा में बिजाई कर रहे हैं। इस विधि के कुछ फायदे नीचे बताए गए हैं।
- गन्ने की वर्टिकल विधि में बराबर मात्रा और उचित दुरी पर पोरी लगती है, और जमाव भी बराबर रहता है।
- वर्टिकल विधि में कल्लों का फुटाव काफी अधिक होता है। इसमें 8 से 10 कल्ले आसानी से निकल आते हैं।
- गन्ने की इस विधि से बिजाई करने में 90% तक जमाव होता है।
- गन्ने की इस विधि में 4 से 5 क्विंटल बीज प्रति एकड़ तक लगता है। जिससे किसानों का बीज पर खर्च कम होता है।
- वर्टिकल विधि से बजाई करना भी काफी आसान है। इसके लिए आपको अधिक मजदूर की आवश्यकता नहीं पड़ती। आपको एक आंख की कांची को काटकर सीधा लगाना होता है।
- गन्ने की इस विधि से बिजाई करने पर गन्ने का जमाव जल्दी होता है।
- गन्ने की इस विधि से पैदावार भी काफी अधिक निकलती है। क्योंकि इसमें एक समान कल्ले फूटते हैं, और कल्लों में गन्ने भी बराबर मात्रा में बनते हैं। इस विधि से बिजाई करने पर 500 क्वांटल प्रति एकड़ तक पैदावार आसानी से निकल आती है।
नोट-किसान साथियों आप किसी भी विधि से गन्ने की बिजाई करते हो। गन्ना बिजाई करते समय बीज उपचार फफूंदीनाशक और कीटनाशक से अवश्य करें।
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