गन्ने में ट्राइकोडर्मा का प्रयोग:- किसान साथियों नमस्कार, किसी भी फसल से अधिक पैदावार लेने में मिट्टी का काफी ज्यादा महत्व होता है। अगर आपकी मिट्टी रोग रहित है, और उसमें मित्र कीट या मित्र जीवाणु पर्याप्त मात्रा में है। तो आपको आप कम खर्चे में भी अधिक पैदावार ले सकते है। आपको रासायनिक दवाइयां का प्रयोग भी कम मात्रा में करना पड़ेगा और आपकी मिट्टी अधिक समय तक सुरक्षित रहेगी। ऐसे ही आप ट्राइकोडर्मा फफूंद का प्रयोग कर सकते हैं। ट्राइकोडर्मा फफूंद खेत के लिए काफी ज्यादा फायदेमंद होता है। यह आपके खेत की उपजाऊ शक्ति को बढ़ाता है, और फसल में रोगों से भी बचाव करता है। ट्राइकोडर्मा का आप खेत में एक से अधिक बार भी इस्तेमाल कर सकते हैं। ट्राइकोडर्मा का आप गन्ने में कैसे इस्तेमाल करें। इसको पावर को कैसे डबल करें। इस बारे में संपूर्ण जानकारी के लिए कृपया पुरा लेख पढ़ें।
गन्ना बिजाई के समय कौन सा कीटनाशक प्रयोग करें
गन्ने में ट्राइकोडर्मा का प्रयोग कब करें
किसान साथियों आप गन्ने में ट्राइकोडर्मा का प्रयोग बिजाई के समय मिट्टी, चढ़ाने के समय और बरसात के समय पर कर सकते हैं। ट्राइकोडर्मा फफूंद के आपको काफी अच्छे रिजल्ट देखने को मिल जाते हैं। यह आपकी मिट्टी को भुरभुरी बनाने का काम करता है। यह मिट्टी में ऑर्गेनिक तत्वों या मित्र कीटों को भी बढ़ता है। जिससे फसल रोगों से मुक्त रहती है, और मिट्टी में दिए जाने वाले सभी तत्वों को पौधा आसानी से ग्रहण कर लेते हैं।
ट्राइकोडर्मा को गोबर या पानी के साथ मिलने का तरीका
ट्राइकोडर्मा आपको पाउडर और तरल दोनों फॉर्म आपको बाजार में मिल जाता है। आप कोई भी प्रयोग कर सकते है। आज मैं आपको दो ऐसे तरीका बताऊंगा, जिससे आप ट्राइकोडर्मा की पावर को दुगना कर सकते हैं। इसके लिए आपको 5 से 10 दिन का समय लगता है।
- 1 से 2 क्वांटल गोबर की सड़ी हुई तैयार खाद को ले और उसकी एक पॉलिथीन या बोरी पर फैला लें। उसके आप उसके ऊपर आप 1 किलोग्राम ट्राइकोडर्मा पाउडर को फैला कर और उनको आपस में अच्छे से मिला लें और इस पर हल्के पानी का छिड़काव करें। आपको गोबर छांव में या फिर फिर इसको ऊपर से ढक दें और इसमें रोज हल्के पानी का छिड़काव करें। 15 से 20 दिन में आपकी खाद तैयार हो जाएगी और आपका आप इसका प्रयोग मिट्टी में कर सकते हैं।
- 200 लीटर पानी में 2 किलोग्राम गुड और 1 किलोग्राम ट्राइकोडर्मा को आपस में मिलाकर, इनको हर रोज घोलते रहें और ऊपर से ढक दें। इस घोल को आप 15 से 20 दिन तक रोज घोलते रहे और उसके बाद आप इसका प्रयोग अपने खेत में छिड़काव के द्वारा कर सकते हैं। अगर आप इसको चाहे तो आप इसको गोबर में मिलकर भी अपने खेत में प्रयोग कर सकते हैं।
किसान साथियों अगर आप ऊपर दिए गए तरीके से ट्राइकोडर्मा का प्रयोग करता है। तो इसकी शक्ति डबल हो जाती है। इसके जीवाणुओं की संख्या गोबर और गुड़ के पानी के साथ मिलकर डबल हो जाती है। ट्राइकोडर्मा को आप गन्ना बिजाई में जरूर प्रयोग करें। ये आपको ₹200 प्रति किलो के हिसाब से बाजार में आसानी से मिल जाता है।
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