किसान साथियों पिछले वर्ष नरमा या बीटी कॉटन में बहुत अधिक मात्रा में गुलाबी सुंडी और सफेद मच्छर का प्रकोप देखा गया था।काफी सारे किसानों की फसलें खराब भी हुई है। बीटी कॉटन में लगने वाले रोगों को देखते हुए किसानों का देसी कपास की तरफ रुझान काफी बढ़ रहा है। देसी कपास में रोग भी कुछ कम मात्रा में लगते हैं। देसी कपास की बात करें, तो इसका मूल्य भी बीटी कॉटन से थोड़ा अधिक ही रहता है। जहां पिछले वर्ष बीटी कॉटन 9000रु से 9500रु प्रति क्विंटल तक बिकी है। वही देसी कपास 10000रु से 10500रु प्रति क्वांटल तक बिकी है। इसलिए किसान साथी इसको काफी ज्यादा पसंद कर रहे हैं। आज मैं आपको देसी कपास की ऐसी पांच किस्मों के बारे में बताऊंगा। जिनको लगाकर आप अधिक पैदावार ले सकते हैं, और इनमें रोग भी बहुत कम मात्रा में लगते हैं।
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देसी कपास की टॉप 5 किस्में
देसी कपास की काफी सारी किस्में बाजार में देखने को मिलती है। कुछ पुरानी किस्में जो किसानों द्वारा काफी ज्यादा पसंद की जा जाती है। kr-64 जैसी किस्म कपास बिजाई करने वाले लगभग सभी किसान जानते है। और इसकी बिजाई भी करते है। लेकिन मैं आपको देसी कपास की 5 ऐसी किस्मों के बारे में बताऊंगा। जो इस किस्म को भी फ़ैल करके आगे निकल गयी है।
KR-121 देसी कपास किस्म
kr-121 कपास किस्म शक्ति वर्धक सीड्स कंपनी द्वारा दी गई एक देसी कपास की किस्म है। इस किस्म की रोग प्रतिरोधक क्षमता काफी अधिक है। इसके एक टिंडे में 3.5 से 4 ग्राम तक का वजन होता है। इस किस्म की बिजाई आप अगेती, समय पर और पछेती तीनों प्रकार से कर सकते हैं। kr-121 कपास किस्म की औसत पैदावार की बात करें। तो यह किस्म 15 से 17 क्वांटल प्रति एकड़ तक पैदावार आसानी से दे देती है।
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HD-432 देसी कपास किस्म
एचडी-432 चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय हिसार की एक देसी कपास किस्म है। इसके पौधे मजबूत होते हैं। इस किस्म की सबसे बड़ी खासियत यह है, कि इसके टिंडे खुलने के बाद भी कपास नहीं गिरती है। इसमें रेशा की अच्छी गुणवत्ता पाई जाती है। कपास की यह किस्म पकने में लगभग 160 से 170 दिन का समय लेती है। इस कपास की औसत पैदावार की बात करें, तो यह है 12 से 16 क्वांटल प्रति एकड़ तक पैदावार आसानी से दे देती है।
HD-123 देसी कपास किस्म
एचडी-123 चौधरी चरण सिंह कृषि विश्वविद्यालय हिसार की एक कपास किस्म है। इसके पौधे की ऊंचाई लगभग 150 सेंटीमीटर तक रहती है। इसके टिंडे का आकार गोलाकार होता है। यह कपास पकाने में लगभग 165 दिन का समय लेती है। इस किस्म की औसत पैदावार 9 से 10 क्वांटल प्रति एकड़ तक रहती है। यह किस्म फसल चक्र के लिए सबसे उपयुक्त रहती है।
HD-324 देसी कपास किस्म
एचडी-324 भी चौधरी चरण सिंह कृषि विश्वविद्यालय हिसार की एक कपास किस्म है। यह किस्म अप्रैल के पहले पखवाडें में बिजाई के लिए सबसे उत्तम मानी जाती है। इसकी पैदावार एवं रेशों की गुणवत्ता काफी अधिक है। कपास की यह फसल पकने में लगभग 175 से 180 दिन का समय लेती है। इस किस्म की पैदावार 8 से 9 कुंतल प्रति एकड़ तक रहती है।
RG-8 देसी कपास किस्म
RG-8 कपास किस्म पकने लगभग 190 से 200 दिन का समय लेती है। यह किस्म हलकी मिट्टी और मध्य भूमि के लिए उपयुक्त है। इसके टिंडा का आकार अंडाकार होता है। इसके पौधे की मध्यम ऊंचाई होती है। इसकी पत्तियां छोटी और हल्के रंग हरे रंग की होती हैं। इसके टिंडे का वजन 2 ग्राम तक रहता है। इसके पौधे की ऊंचाई 135 से 65 सेंटीमीटर तक रहती है।
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